सुरक्षा के हेतु उपकरण और एप

सोशल मीडिया के लाभ के साथ नुकसान भी हैं, इसलिए इसका सतर्कता के साथ उपयोग करना चाहिए। ऐसे कई उपकरण हैं जो आपको तकनीक के खतरों से बचा सकते हैं। संकट की घड़ी में आपके बचाव के लिए कई एप भी हाजिर हैं।

तकनीक ने महिलाओं की जिंदगी को आसान बनाया है। इसकी वजह से महिलाओं को चुनाव की आजादी के साथ ही बात कहने की आजादी भी मिली है। सोशल साइट्स जैसे फेसबुक, ट्वीटर ने महिलाओं को जहां खुल कर अपनी बात लिखने- कहने की आजादी दी है, वहीं इंस्टाग्राम ने महिलाओं को खुद को प्रेजेंट करने की आजादी दी है। इंस्टा ने महिलाएं को फिजिकल अपीरियंस, कलर कॉम्लेक्शन जैसे टैबू से आजादी दी है और दुनिया भर की महिलाएं पूरे आत्मविश्वास से अपनी पिक्स, अपनी वीडियो इस पर अपलोड करती हैं। पर इन सारी खूबियों के बावजूद भी सोशल साइट्स महिलाओं को लिए सुरक्षित नहीं कहा जा सकता है।

इन्हीं तकनीकों का सहारा लेकर महिलाओं के प्रति ऑनलाइन बुलिंग और क्राइम भी हो रहे हैं। जो बेहद खतरनाक ट्रेंड में तब्दील हो रहा है। ऑनलाइन बुलिंग एक तरह हीन भावना होती है। जबकि ऑनलाइन क्राइम में लोग तकनीक का ही सहारा लेकर आपके पर्सनल एकाउंट की डिटेल हैक कर उसका  दुरुपयोग आपके खिलाफ करते हैं। सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां पर लोग अपनी पहचान छुपा कर किसी को भी लक्ष्य कर उससे उसकी छवि बिगाड़ सकते हैं। अक्सर ऐसे लोग, महिलाओं की फोटो का दुरुपयोग करते हैं, और उसे एडिट कर पोर्न साइट्स पर लगा देते हैं। कई बार फेक प्रोफाइल बना किसी महिला की फोटो उसके प्रोफाइल से चुरा कर उस फेक प्रोफाइल में लगा महिला का नंबर भी डाल देते हैं, जिससे न केवल महिला को परेशानी होती है बल्कि उसकी सामाजिक छवि और सम्मान को भी ठेस पहुंचती है। भारत में दिन-ब-दिन महिलाओं के प्रति बढ़ते ऑनलाइन क्राइम में पिछले कुछ सालों में इजाफा हुआ है।

ऑनलाइन बढ़ते क्राइम और उसके आंकड़ों की बात करें तो 2018 नेशनल क्राइम ब्यूरो के रिकॉर्ड के तहत साइबर क्राइम इंफॉरमेशन टेक्नॉलजी एक्ट (महिला केंद्रित अपराध) में पूरे देश में 1244 घटनाएं हुई, जिसमें 1268 महिलाएं पीड़ित थीं। वहीं दूसरी तरफ अन्य महिला केंद्रित अपराध (जिसमें ब्लैकमेलिंग, अवमानना, फोटो मॉर्फिंग और फेक प्रोफाइल शामिल है) में पूरे देश में 382 घटनाएं दर्ज की गई जिसमें महिलाओं की संख्या 388 थी।

ऑनलाइन सुरक्षा

ऑनलाइन क्राइम से बचने के लिए महिलाएं छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें तो उन्हें ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। लोग आपकी जिंदगी के बारे में आसानी से ऑनलाइन के माध्यम से जान सकते हैं। आप फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्वीटर, पर अपनी डिटेल को प्राइवेट की जगह पब्लिक करती हैं तो उससे कोई भी आपको एक्सेस कर सकता है साथ ही स्टॉक भी। ऐसे में कोई भी डिटेल, फोटो या लोकेशन डालते वक्त आप अपनी प्राइवेसी सेटिंग को ध्यान में रखें और उसे पब्लिक न ही करें। साथ ही अवांछित लोगों को प्रोफाइल में कूल और मॉडर्न बनने के चक्कर में एड न करें। कई बार लोग फेक प्रोफाइल बना कर, आपकी प्रोफाइल में एड होकर आपको ही नुकसान पहुंचाते हैं।

आजकल हम सबके मोबाइल में तरह-तरह के एप होते हैं, एप इंस्टाल करने के बाद वह एप आपसे कई तरह की परमिशन मांगता है जिसमें आपकी लोकेशन, कॉन्टेक्ट, गैलरी आदि को एक्सेस करने की बात होती है, परमिशन देते ही, आपकी सारी डिटेल एप मेकर के पास चली जाती है। एक बार आपकी डिटेल ऑनलाइन हुई फिर किस-किस के पास आपकी डिटेल जा रही है उसे रोक पाना आपके लिए बहुत मुश्किल होगा। इसलिए जितना हो सके ऐसे एप्स को इंस्टॉल करने से बचें जो एपस्टोर की तरफ से सर्टिफाई न हों। साथ ही जितना जरूरी हो उतना ही एप इंस्टॉल करें।

सुरक्षा प्रदान करने वाले गैजेट्स

बदलते परिदृश्य की बात करें तो महिलाएं न तो बाहर के समाज में सुरक्षित हैं और न ही ऑनलाइन की दुनिया में। ऑनलाइन की दुनिया में खुद को महफूज रखने के लिए, हम थोड़ा सजग रहें तो ऑनलाइन होने वाले क्राइम से हम खुद को सुरक्षित कर सकते हैं। तकनीक जहां क्राइम को बढ़ा रही है, वहीं वह एक तरफ आपको सुरक्षा देने का भी काम कर रही है। यह विरोधाभास वाली बात है पर यह एक सच्चाई है हमारे समाज की। आजकल बाजार में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर तरह-तरह के गैजेट्स आ गए हैं जो अकेले बाहर निकलने वाली महिलाओं, लड़कियों और किशोरियों के लिए लाभदायक भी है और सुरक्षित भी।

Safelet (सेफलेट)- सेफलेट महिलाओं द्वारा पहना जा सकने वाला एक गैजेट है। यह दिखने में घड़ी जैसा लगता है। इसके साइड में दो बटन्स होते हैं, जिन्हें दबा कर आप अपने परिवार जनों को अप्रिय स्थिति में मैसेज कर सकती हैं। ये गैजेट यूजर के फोन से भी सिंक कर तुरंत ऑडियो रिकॉर्डिंग भी की जा सकती है। अप्रिय स्थिति में अगर आपके परिजन को अलर्ट मैसेज मिलता है तो वे इस डिवाइस की मदद से 100 नंबर पर फोन भी कर सकते हैं। यह गैजेट अमेजॉन पर उपलब्ध है। इसकी कीमत 9,990 रूपए है।

Paper sprey pistol (पेपर स्प्रे पिस्टल)- पेपर स्प्रे एक तरह का वैध हथियार कहा जा सकता है जिसे महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं। यह पेपर स्प्रे पिस्टल, अन्य पेपर स्प्रे से अलग है जिनका इस्तेमाल सिर्फ आंखों पर किया जाता है। इससे आप अपराधी की आंखों और स्किन पर स्प्रे कर सकती हैं। यह तुरंत ही आंखों और त्वचा पर जलन पैदा करने लगेगा। अगर आप लगातार स्प्रे करती हैं तो पिस्टल के अंदर लगी पेपर बॉटल 6 सेकेंड में खाली हो सकती है। इसकी कीमत 6000 रूपए है। यह अमेजॉन साइट पर उपलब्ध है।

Lipastick shaped flashlight (लिपस्टिक शेप्ड फ्लैशलाइट) लिपस्टिक जैसी दिखने वाली यह डिवाइस सिर्फ पांच इंच की होती है। इस वजह से आप इसे आसानी से ले जा सकती हैं और छुपा भी सकती हैं। लिपस्टिक जैसे दिखने वाला ये डिवाइस रिचार्ज किया जाता है बल्कि इसमें 180 ल्यूमन्स की प्लैशलाइट भी होती है। 799 रूपये का यह डिवाइस आप अमेजॉन से खरीद सकती हैं।

Safety rod (सेफ्टी रॉड)- सेल्फ डिफेंस ( ऑफेंस या डिफेंस) में यह टेलीस्कोपिक छड़ी महिलाओं के लिए बहुत उपयोगी हो सकती है। अगर कोई अपरिचित आपपर हमला करने की कोशिश करता है तो आप इस छड़ी का उपयोग कर उसे इलेक्ट्रिक शॉक जैसा दर्द दे सकती हैं। अमेजॉन पर यह छोटा सा डिवाइस आप 790 रूपए में खरीद सकती हैं।

Sonata watch named act (सोनाटा वॉच नेम्ड एक्ट) सोनाटा वॉच एक्ट एक तरह का एप्लीकेशन है जो यूजर के फोन पर आसानी से इंस्टॉल किया जा सकता है। ब्लूटूथ का इस्तेमाल कर फोन महिला के परिचितों को एक डिस्ट्रेस अलर्ट का मैसेज भेजा देता है अप्रिय स्थिति में। एप का अलर्ट मैसेज यूजर के परिचत को यूजर का लोकेशन भी भेजता है। अमेजॉन पर यह 2969 रूपए में उपलब्ध है।

Safer smart pendent (सेफर स्मार्ट पेंडेंट)- यह कोई सामान्य पेंडेंट नहीं है। यह छोटा सा गोल डिवाइस सेफर नाम से जाना जाता है। जब भी आप सुरक्षित महसूस न करें तब पेंडेंट से अटैच सेफर डिवाइस को दो बार दबा दें, यह स्वयंमेव आपके दोस्तों और परिवार जन को अलर्ट का मैसेज भेज देगा। चूंकि इस डिवाइस में जीपीएस सिस्टम है तो अलर्ट के साथ-साथ वो आपका लोकेशन भी उन्हें भेज देगा। इस खास पेंडेंट की कीमत 1,899 रूपए है जो अमेजॉन पर उपलब्ध है।

Revolar (रिवोलर)- ओवल शेप का कार की चाभी जैसा दिखने वाला यह डिवाइस बेहद काम का है। इसे महिलाएं अपनी जीन्स की पॉकेट, स्पोर्ट ब्रा में भी रख सकती हैं। जब इसे दो बार प्रेस किया जाता है तो इसमें लिस्टेड कॉन्टेक्ट को यह एक यलो मैसेज कि आप सुरक्षित नहीं हैं के साथ आपका लोकेशन भी भेजता है। तीन बार प्रेस करने पर यह रेड मैसेज सिंक कॉन्टेक्ट को भेजता है। इसलिए इस छोटे मगर उपयोगी डिवाइस को आप अपनी सुरक्षा के लिए साथ रख सकती हैं। 6,543 रूपये का यह डिवाइस अमेजॉन पर उपलब्ध है।

नंबर जो आपके फोन में होना है बेहद जरूरी-

तकनीक की बात कर रहे हैं तो मोबाइल भी उसी तकनीक का ही हिस्सा है, जो न केवल हमारे रोज के जीवन का अभिन्न हिस्सा बल्कि कहीं न कहीं यह हमारे जीवन को प्रभावित भी कर रहा है। मोबाइल शायद आज सबसे ज्यादा जरूरी डिवाइस है, इसे चाहें तो महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए भी इस्तेमाल कर सकती हैं।

कुछ मोबाइल कंपनियां अपने मोबाइल सेट में यह सुविधा देती हैं कि आप कुछ नंबरों (जिसमें आपके परिचितों या परिवार के लोगों का नंबर हो) सेलेक्ट कर उन्हें अप्रिय स्थिति में अलर्ट भेजा जा सकता है।

स्पीड डायलिंग पर भी आप पुलिस (100) या महिला हेल्पलाइन नंबर जरूर रखें ताकि वक्त-बेवक्त अप्रिय स्थिति में आपको नंबर खोजना न पड़े बल्कि आप झट से उसे डाय कर दें।

आजकल महिलाओं की सुरक्षा को लेकर स्थानीय प्रशासन से लेकर राज्य और केंद्र भी बहुत सजग है। इसलिए आजकल हर राज्य ने अपनी अलग महिला हेल्पलाइन नंबर और महिला सुरक्षा सेल बनाई है।  अभी कुछ ही दिन पहले उत्तराखंड सरकार ने भी 24 घंटे चालू रहने वाली व्हाट्सएप सेवा शुरू की है जिसका नंबर है- 9411112780। इसलिए आप जिस भी राज्य में रहती हों वहां की महिला हेल्पलाइन नंबर को अपने फोन में जरूर सेव करें।

कुछ महत्वपूर्ण नंबर इस प्रकार हैं-

 वूमेन हेल्पलाइन नंबर ऑल ओवर इंडिया- 1090/1091

 नेशनल कमीशन फॉर वूमेन- 011-26942369, 26944754

 स्टूडेंट एंड चाइल्ड हेल्पलाइन- 1098

दिल्ली- 100, 181

 आउटर दिल्ली हेल्पलाइन- 011-27034873, 27034874

 हरियाणा वुमेन एंड चाइल्ड हेल्पलाइन- 0124-2335100

 राजस्थान निर्भया हेल्पलाइन- 1800-1200-020

महिलाओं की सुरक्षा के लिए एप

महिलाओं को लेकर दिन-ब-दिन बढ़ते अपराधों की वजह से जहां एक तरफ मार्केट में तरह-तरह के डिवाइस आ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ एंड्रॉयड और आईओएस बेस्ड कई तरह के एप्प भी एप डेवलपर बना रहे हैं। ताकि महिलाएं, घर से बाहर भी सुरक्षित महसूस करें। ऐसे ही कुछ एप्प हैं-

Eyewatch SOS for Women- आईवॉच एसओएस यूजर के आसपास की आवाज और वीडियो दोनों रिकॉर्ड कर एक अलर्ट मैसेज यूजर के रजिस्टर्ड कॉन्टेक्ट पर भेजता है। इस एप की खूबी यह है कि यह एकदम सही लोकेशन भेजता है, सेफ्टी कन्फरमेशन फीचर के साथ ही, यह बिना जीपीआरएस के भी काम करता है। लोकेशन पर सही से पहुंच जाने पर यूजर अपने नजदीकी  परिचित को I am Safe button  दबा कर बता सकता है। यह गूगल प्ले और आई ट्यून दोनों पर उपलब्ध है।

HIMM-T PLUS-यह एप दिल्ली पुलिस द्वारा लॉन्च किया गया है। दिल्ली में रहने वाली महिलाओं के लिए यह एक शानदार एप है। इसे गूगल प्ले या एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। एप इंस्टॉल करने के बाद आपको एक ओटीपी मिलेगा, जिसे एंंटर कर आप एप को चला सकती हैं। अगर कोई एप यूजर परेशानी में है तो वह इस एप की मदद से एक एसओएस अलर्ट मैसेज भेजे जोकि डायरेक्टली यूजर का ऑडियो, वीडियो और लोकेशन तुरंत दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूम में पहुंच जाता है। मैसेज मिलते ही घटनास्थल के सबसे करीब पुलिस को यूजर की सूचना दी जाती है, जिससे वह मदद के लिए तुरंत आ जाएं। यह एप एन्ड्रॉयड और आईओएस बेस्ड है।

bSafe – Personal Safety App- बी सेफ एक पर्सनली सेफ्टी एप है, जिसमें यूजर अपना एक पर्सनल सेफ्टी नेटवर्क, (जिसमें दोस्त, परिवारजन, परिचित हों) बना सकता है। इस एप में जीपीएस ट्रैकिंग के साथ लाइव लोकेशन का ऑप्शन होता है जिसमें आपका कोई नजदीकी आपके मूवमेंट को ट्रैक कर सकता है कि आप कहां पर हैं। इसमें एक ऑटोमेटिक अलॉर्म भी होता है जिसका नाम टाइमर मोड है, अगर यूजर तय वक्त पर नहीं पहुंचता है तो फोन अपने आप एक फेक फोन कर देगा, जिसे यूजर को आइडेंटिफाई करना होगा। यह एप एन्ड्रॉयड और आईओएस बेस्ड है।

Smart 24×7 – Personal Safety -pp– इस एप में यूजर तीन आसान स्टेप्स में तुरंत मदद पा सकता है। किसी अप्रिय स्थिति में यूजर को पैनिक बटन दबाना होगा, किस तरह की सर्विस उसे चाहिए वो सेलेक्ट करना होगा और अपनी रिक्वेस्ट सब्मिट करना होता है। पैनिक बटन, सेलेक्टिव रिसीवर के पास एक पैनिक अलर्ट मैसेज भेजता है तुरंत अगर यूजर के फोन का जीपीआरएस काम नहीं कर रहा हो तो यह एप मैसेज एसएमएस के जरिए भी भेज देता है। बीसेफ एप की तरह इसमें भी एक फेक कॉल फीचर होता है। पैनिक सिचुएशन के दौरान यह एप वीडियो और फोटोग्राफ भी रिकॉर्ड करता है, जो पुलिस को ट्रांसफर करता है।  इन सारी बातों के अलावा बतौर महिला हमेशा आप सर्तक रहें और आंख मूंद किसी पर विश्वास न करें। ईश्वर ने बतौर महिला जो आपको छठी इंद्रिय दी है उस पर भी विश्वास करें।

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