आखिर मोदी आज भी क्यों है सबसे पसंदीदा पीएम

भारत में बढ़ते कोरोनावायरस के प्रकोप को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार प्रयास कर रहे हैं ताकि हमारी हालत चीन और इटली जैसी ना हो सके। जिसके लिए मोदी आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दोनों तरह से प्रयास कर रहे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए सबसे पहले लोगों से घरों से ना निकलने की अपील की, उसके बाद फिर घर से काम करने का नया आदेश जारी किया गया ताकि लोग घरों से कम निकले और इस वायरस से बच सकें।
प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस को लेकर देश को संबोधित किया और सभी से अपील करते हुए कहा कि 22 मार्च को सुबह 7:00 बजे से लेकर रात 9:00 बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करें पीएम मोदी की अपील के बाद लोगों ने उनके इस फैसले का जोरदार स्वागत किया। इसके साथ ही पीएम से सभी से अपील कि थी कि 22 मार्च को शाम 5 बजे 5 मिनट के लिए घर की बालकनी, या फिर छत से ताली या थाली बजाकर उन लोगों का धन्यवाद करें जो इस मुश्किल घड़ी में आम जनता के लिए काम कर रहे है। इसमें अस्पताल कर्मी, पुलिसकर्मी, मीडियाकर्मी और साफ-सफाई जैसे तमाम लोग शामिल हैं। रविवार शाम 5:00 बजे लोगों ने मोदी के इस फैसले का जोरदार स्वागत किया लेकिन इसमें खास बात यह रही प्रधानमंत्री मोदी ने सभी से सिर्फ 5 मिनट तक ताली या थाली बजाने के लिए अपील की थी लेकिन लोगों ने अपने जोश और उत्साह के चलते करीब 20 मिनट तक ताली और थाली दोनों बजाते रहे।
 रविवार शाम को सभी का उत्साह देखने लायक था मानव लोग पूरे दिन से इस समय का इंतजार कर रहे थे और शायद यही वजह थी कि लोगों ने 5 मिनट की जगह 20 मिनट तक ताली और थाली बजाने का सिलसिला जारी रखा। इसके साथ ही यह भी साफ हो गया कि लोग प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशों का तहे दिल से स्वागत करते हैं इसलिए ही रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान भी लोग पूरी ईमानदारी से अपने घरों में बंद रहे और शाम को ताली और थाली बजाकर भी यह साबित कर दिया कि वह प्रधानमंत्री मोदी के आदेशों का पालन करते हैं।
वही जब कुछ विशेष जानकारों से ताली और थाली बजाने के उद्देश्य को लेकर बात किया तो इस बात का पता चला कि इसका संबंध सिर्फ उन लोगों के धन्यवाद से नहीं है जिसका प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में जिक्र किया था बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी इसका विशेष फायदा है। जब थाली, घंटी या फिर किसी भी तरह से ध्वनि उत्पन्न होती है तो उसके कंपन से वह दूर तक जाती है और इससे आसपास के जीवाणु यानी कि बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं यानी इससे कुछ लोगों के धन्यवाद के साथ साथ जीवाणुओं को भी खत्म करने में मदद मिली।

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