वर्क फ्रॉम होम के फायदे और नुकसान!

कोरोना वायरस से भारत के साथ-साथ दुनिया के बाकी देश भी परेशान थे। कोरोना वायरस ना सिर्फ लोगों की जान ले रहा था बल्कि अर्थव्यवस्था को भी अधमरी हालत में पहुंचा चुका था। क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लोगों ने नौकरी और व्यापार करना छोड़ दिया था। जिससे न सिर्फ लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी बिगड़ रही थी और पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था भी लगातार गिरती जा रही थी। लेकिन इस मुश्किल घड़ी में वर्क फ्रॉम होम का कल्चर तेजी से बढ़ा है। पहले वर्क फ्रॉम होम बाहरी देशों में ज्यादा देखने और सुनने को मिलता था। कुछ कॉरपोरेट कंपनियां वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ा रही थी लेकिन कोरोनावायरस के चलते इसका प्रचलन अचानक से जोर पकड़ लिया है। भारत में भी इस दौरान ज्यादातर कंपनियां वर्क फ्रॉम होम करवा रही हैं ताकि कंपनी की अर्थव्यवस्था पर कोई फर्क ना पड़े और लोगों को भी उनकी नौकरी जाने का डर ना हो।
तो आइए जानते हैं कि आखिर कैसे करें वर्क फ्रॉम होम?
सबसे पहले हमें घर में एक ऐसी जगह निर्धारित करनी चाहिए जहां हम बैठकर आराम से काम कर सकें। ऐसी जगहों पर कम लोगों का आना जाना हो। वहां पर रोशनी और बाकी जरुरी चीजों की सुविधा जरुर होनी चाहिए। जगह निर्धारित होने से यह दिमाग में आ जाता है कि जब भी यहां बैठेंगे तो हमें काम करना होगा। इसके लिए घर के बाकी सदस्यों को सूचित कर दें कि यह काम करने की जगह है इसलिए किसी दूसरे का वहां जाना वर्जित होना चाहिए।
काम करने के लिए हमें अपना समय भी निर्धारित करना चाहिे जैसे कि हम ऑफिस में एक निर्धारित समय में काम करते हैं। इससे घर के बाकी सदस्य आपको परेशान नहीं करेंगे और आप मन लगाकर अपने घर पर तय समय में अच्छे से काम कर सकेंगे। अगर जरुरी लगे तो निर्धारित स्थान पर समय और डोन्ट डिस्टर्ब का बोर्ड भी लगा सकते है।
ऑफिस की तरह ही घर पर भी काम के दौरान ब्रेक लेना चाहिए क्योंकि लगातार 9 घंटे तक काम करना ना तो सेहत के लिए सही है और ना ही दिमाग के लिए। इसलिए जब भी शरीर और मन को थकावट लगे तो आप को ब्रेक ले लेना चाहिए। इससे आप थोड़ा रिलैक्स फील करेंगे और काम के दौरान एक्टिव की रहेंगे। 
काम के दौरान इस बात का जरूर ध्यान रखें कि आपकी बैठने की स्थिति एकदम सही होनी चाहिए। व्यक्ति को 90 अंश के कोण के हिसाब से बैठना चाहिए अन्यथा आप कम समय में ही थकान महसूस करने लगेंगे और काम में भी आपका मन नहीं लगेगा। इसके साथ ही कमर दर्द, गर्दन दर्द और कंधे के दर्द से आप परेशान हो सकते है।
घर से काम करने के दौरान आपको अपने खाने पीने की चीजों पर विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि घर पर रहने की वजह से आप ज्यादा खाना खाते हैं या फिर पूरे दिन बिस्कुट, चिप्स और स्नैक्स जैसे चीजें अगर आप बार-बार खाते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक है। 
कभी-कभी काम इतना कठिन होता है कि वह आसानी से पूरा नहीं होता, जिसकी वजह से वर्क फ्रॉम होम के दौरान लोग अपने स्ट्रेस को कम करने के लिए अलग अलग चीजो को खाते रहते हैं ताकि उनका मन पहला रहे। लेकिन यह एक मानसिक स्थिति होती है जिसे स्ट्रेस ईटिंग कहते हैं इस दौरान इस बात का पता नहीं चलता कि व्यक्ति को भूख कितनी है और वह कितना खा रहा है जो आगे चलकर बड़ी परेशानी बन जाती है।
घर से काम करने के दौरान खाने पर विशेष ध्यान रखना चाहिए आप ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जी और हल्का भोजन ले। जंग फूड या बाहर के किसी भी खाने को कम से कम खाने की कोशिश करें इसके साथ ही रात में भोजन बहुत ही कम मात्रा में लें, इससे आपकी पाचन क्रिया पूरी तरह से दुरुस्त रहेगी। 
वैसे देखा जाए तो वर्क फ्रॉम होम एक अच्छी शुरुआत है इससे ना सिर्फ अपने परिवार को आप समय दे सकते हैं बल्कि रोज की ट्रैवलिंग का समय भी आप बचा सकते हैं। इसके साथ ही बाहर के प्रदूषण से भी आप अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ कंपनी को भी इससे फायदा है बड़ी कॉरपोरेट कंपनियों को एक एम्पलाई के लिए चाय, कॉफी, वाटर बोतल, कुर्सी, टेबल और तमाम तरह की सुविधाएं मुहैया करानी पड़ती है जबकि वर्क फ्रॉम होम में कंपनी को इन सब पर भारी बचत होती है।

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