हेडलाइन
- तबलीगी जमात के अध्यक्ष मौलाना साद की निपोर्ट निगेटिव
- मौलाना साद के रिश्तेदारों की रिपोर्ट पॉजिटिव
- तबलीगी जमात के अध्यक्ष पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज
- तबलीगी जमात से पुलिस कर रही पूछताछ
भारत में कोरोना वायरस पर सरकार ने शुरुआत से ही चौकसी लगा रखी थी जिससे शुरुआती दिनों में कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में बहुत ही कम था लेकिन अचानक से तबलीगी जमात के लोगों की वजह से संक्रमण तेजी से फैलने लगा। निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए लोगों की वजह से अब यह पूरे देश में फैल रहा है क्योंकि मरकज में करीब 2000 लोग शामिल हुए थे जो बाद में देश के अलग-अलग शहरों में फैल गए और इससे कोरोना संक्रमण में वृद्धि हो गई।
तबलीगी जमात के अध्यक्ष मौलाना साद जिनका कोरोना टेस्ट तो नेगेटिव आया है जबकि उनके दो और रिश्तेदारों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है जिसके बाद उनके घरों को सील कर दिया गया है। निजी डॉक्टरों की टीम मौलाना साद का चेकअप कर रही है और इसके बाद उनकी रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई। लेकिन दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के इकट्ठा होने से यह संक्रमण तेजी से फैला और इससे कई लोगों की मौत भी हो गई जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक केंद्र सरकार की तरफ से कोरोना वायरस को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग जैसी कई गाइडलाइन जारी की गई थी जिसे तबलीगी जमात के अध्यक्ष मौलाना साद ने नजर अंदाज किया और निजामुद्दीन मरकज में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया। इसलिए मौलाना साद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या 304 का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक निजामुद्दीन मरकज में लोगों ने जानबूझकर सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ाई। सरकार की तरफ से किसी भी धार्मिक आयोजन में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने पर रोक लगाई गई थी लेकिन उसी दौरान निजामुद्दीन में 2 हजार से ज्यादा लोग उपस्थित थे और इस बारे में किसी भी सरकारी महकमे को सूचना नहीं दी गई थी। जिसकी वजह से आज पूरे देश में कोरोनावायरस तेजी से फैल रहा है।
Saad ke upar deshdroh ka case hona chahiye aur kadi se kadi saja honi chahiye.