शहीद कर्नल आशुतोष के परिवार को योगी सरकार देगी 50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी

  • जम्मू के हंदवाड़ा में अधिकारियों सहित जवान शहीद
  • यूपी के बुलंदशहर के कर्नल आशुतोष शर्मा हुए शहीद
  • योगी ने परिवार को 50 लाख और सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया
  • आशुतोष से पहले 2015 में सेना ने खोया था बड़े रैंक का अधिकारी 

जम्मू कश्मीर के हिंदवाड़ा में आतंकियो और सेना के साथ हुई मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारियों सहित पांच जवान शहीद हो गये। इस ऑपरेशन के दौरान सेना ने दो खुंखार आतंकियों को भी मार गिराया जिसकी तलाश काफी समय से सेना को थी। राष्ट्रीय राईफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अशुतोष शर्मा भी इस इनकाउंटर में शहीद हो गये वह उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले है उनकी वीरगति को लेकर पूरा प्रदेश उन्हे सलाम कर रहा है। जानकारी के मुताबिक कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अशुतोष शर्मा इस पूरे ऑरेशन को लीड कर रहे थे और उन्होने पूरी सूझ बूझ के साथ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हे आतंकियों ने अपना निशाना बना लिया।

कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अशुतोष शर्मा की शहादत को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हे शत शत नमन किया और कहा कि पूरे प्रदेश को कर्नल अशुतोष शर्मा के शहीद होने पर गर्व है और इसके लिए राज्य सरकार की तरफ से उनके परिवार को 50 लाख रुपया दिया जायेगा साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जायेगी।

योगी ने कहा कि कर्नल के पैतृक गांव में स्मृति के तौर पर गौरव द्वार भी बनाया जायेगा जिससे आने वाली पीढ़ियां उन्हे याद रखें। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सरकार के इस ऐलान से शहीद परिवार को थोड़ी मदद मिलेगी। कर्नल अशुतोष शर्मा ने जो देश के लिए अपना बलिदान दिया है उसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। राष्ट्रीय राईफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अशुतोष शर्मा अपनी वीरता और कड़ी मेहनत के लिए दो बार वीरता पुरस्कार से सम्मानित हो चुके थे।

जानकारी के मुताबिक कर्नल आशुतोष अपने दल के साथ उस घर में घुसे जिस घर में आतंकियों ने कुछ लोगों को बंधक बना कर रखा था जिसके बाद सेना और आतंकियों के बीच में गोलीबारी शुरु हो गयी हालांकि कर्नल आशुतोष ने सभी बंधक बनाए लोगों को छुड़ा लिया और आतंकियों का भी खात्म कर दिया लेकिन वह खुद को नहीं बचा सके और अंतिम समय तक देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गये। सेना का काफी समय तक आशुतोष के दल से संपर्क टूट गया जिसके बाद सेना ने घर में घुसे दल की तलाश शुरु की तब पता चला की पूरा दल शहीद हो चुका है।

इससे पहले भी घाटी में कई बार सेना और आतंकियों के बीच हाल ही में मुठभेड़ देखने को मिली थी जिसमें सेना ने की बड़े आंतकी संगठनों के नेताओं को मार गिराया था हालांकि इस दौरान सेना के कई जवान भी शहीद हो गये थे। वहीं राष्ट्रीय राईफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अशुतोष शर्मा की मौत के पहले 2015 में सेना ने किसी बड़े रैंक के अधिकारी को खोया था।

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