शराब की दुकानों पर लगी लम्बी लाइन, बैग और थैला लेकर भी पहुंचे लोग

  • केंद्र सरकार ने शराब की दुकान खुलने के दिए आदेश 
  • रेड जोन में भी खुल रही शराब की दुकानें
  • शराब की दुकानों पर लगी 1 किलोमीटर लम्बी लाइन
  • व्यापारी संगठन ने किया शराब की दुकानों के खुलने का विरोध
लॉक डाउन की वजह से पूरा देश परेशान और बेहाल है आम जनता के पास खाने के लिए भी पैसे नहीं है वह किसी और मददगार के भरोसे पेट पाल रहे है लेकिन वहीं समाज का एक ऐसा वर्ग भी है जो पूरी तरह से समृद्ध है लेकिन वह भी लॉक डाउन में परेशान है क्योकि उसे शराब पीने के लिए नहीं मिल रहा हैै यह ऐसे लोग है जिनकी जिंदगी में शराब का बहुत महत्तव है या यू कहें तो शराब इनकी जिंदगी का एक हिस्सा है।
केंद्र सरकार की तरफ से 4 मई से सभी ज़ोन में शराब की दुकान खुलने का आदेश दे दिया गया है हालांकि सरकार की तरफ से निर्देश भी जारी किया गया है कि किसी भी दुकान पर एक बार में 5 से ज्यााद लोग नहीं होने चाहिए साथ ही सभी के बीच में 6 फीट की दूरी होना भी अनिवार्य है। बाहर निकलने के दौरान सभी को मास्क लगाना भी जरुरी है। वहीं सरकार के इस फैसले के बाद अब सभी दुकानों के बाहर लम्बी लाइन लग गयी है। कई दुकानों के बाहर किलोमीटर से लम्बी लाइन लग चुकी है जिससे लिए पुलिस को मोर्चा संभालाना पड़ा है। शराब की दुकान खुलने के आदेश के बाद लोग दुकान खुलने से पहले ही दुकान पर पहुंच गये और लाइन लगा लिया। कुछ लोगों ने तो साथ में थैला और बड़ा बैग भी लिया है जिससे वह बड़ी मात्रा में शराब को घर ले जा सके जिससे उन्हे हर दिन लाइन में नहीं लगना पड़े। वहीं कई दुकानदारों ने सरकारी आदेश का पालन करते हुए दुकान के बाहर बैरिकेडिंग कर दिया जिससे लोग लाइन से आ सके और भीड़ ना जमा हो सके।
राजधानी दिल्ली को पूरी तरह से रेड ज़ोन में रखा गया है और सरकार की तरफ से वहां किसी भी तरह की राहत नहीं दी जा रही है। लेकिन केंद्र सरकार के आदेश के बाद अब दिल्ली में भी शराब की दुकाने खुलने लगी है जिससे रेड ज़ोन के बाद भी वहां शराब की दुकानों पर भीड़ लगने लगी है। केंद्र सरकार के आदेश के बाद सभी राज्यों में शराब की दुकानों को खोल दिया गया है हालांकि सरकार के इस फैसले का विरोध भी किया जा रहा है। वहीं विशेषज्ञो की माने तो सरकार के इस फैसले से संक्रमण बढ़ सकता है जिससे राज्यों के हालात बिगड़ सकते है। वहीं शराब पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है जो कोरोना के संक्रमण से लड़ने मेें इंसान को कमजोर कर देता है।
वहीं केंद्र सरकार के इस फैसले का कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने विरोध किया है कैट ने कहा कि पूरे देश में शराब की दुकानें खोल दी गयी है जबकि व्यापारियों के लिए लॉक डाउन का नियम लगाया गया है, लोगो के लिए शराब से ज्यादा जरुरी खाने और जीने के लिए बहुत सारी वस्तुए है लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है।

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