CAPF कैंटीन में बिकेगा सिर्फ स्वदेशी सामान, लेकिन जनता कैसे करेगी स्वदेशी सामानों की

  • मोदी ने कहा स्वदेशी सामानों की करें खरीदी
  • CAPF कैंटीन में बिकेगा सिर्फ स्वदेशी सामान
  • स्वदेशी की पहचान करना जनता के लिए मुश्किल
  • भारत का पैसा खा कर भारत को ही आंख दिखाते है बाहरी देश  
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार के अपने संदेश में तमाम बातों के साथ-साथ एक बात और साफ कर दी कि अब हमें स्वदेशी उत्पादों की तरफ देखना चाहिए, इससे ना सिर्फ आम जनता का भला होगा बल्कि देश भी तरक्की करेगा। इसलिए प्रधानमंत्री ने सभी से अपील की है कि अपने लोकल सामानों का प्रयोग करें। उदाहरण के लिए उन्होंने यह भी कहा कि जिस ब्रांडेड प्रोडक्ट के लिए आप ज्यादा पैसे देते हैं वह भी कभी लोकल ही रहा होगा लेकिन आम जनता की पसंद है उसे ऊंचाइयों के शिखर पर पहुंचा दिया। मोदी ने अपने संदेश में किसी देश के नाम नहीं लिया कि इस देश का सामान ना खरीदें लेकिन यह तो बिल्कुल साफ है कि अगर आप अपने ही देश में बना सामान खरीदेंगे तो फिर पैसा देश के बाहर नहीं जायेगा और देश तरक्की करेगा हमारा सेंसेक्स और उपर जायेगा और दुनिया में पैसा मजबूत होगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा आसपास के बने सामानों का इस्तेमाल करें और दूसरे लोगों से भी इसका प्रचार करें ताकि उन्हें यह समझने में आसानी हो कि कौन सा सामान भारत में बनता है और कौन सा बाहर का सामान है। वैसे देखा जाए तो बहुत से लोगों को इस बात की ही जानकारी नहीं है कि जो सामान वह इस्तेमाल करते हैं वह किस देश में बनता है। ज्यादातर लोग सामानों की खरीद या तो उसके नाम से करते हैं या फिर पैसे को देखकर खरीदते हैं लेकिन प्रधानमंत्री के संदेश के बाद अब एक बार सभी को इस पर विचार करना चाहिए और स्वदेशी सामानों की तरफ सभी को लौटना चाहिए। प्रधानमंत्री के संदेश के बाद सोशल मीडिया पर यह सवाल उठने लगा है कि आखिर आम आदमी कैसे स्वदेशी सामान की पहचान करेगा? क्योंकि करीब 90 फीसदी सामानों पर सब कुछ अंग्रेजी में लिखा होता है ऐसे में हर कोई यह निश्चित नहीं कर सकता कि यह विदेशी सामान है या फिर स्वदेशी। इसलिए सरकार को ऐसी कोई नई गाइडलाइन बनानी चाहिए जिसके द्वारा आसानी से सामानों की पहचान हो सके।
वहीं प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसके लिए काम शुरू कर दिया। अमित शाह ने बुधवार को सभी से लोकल प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने एक बड़ा फैसला लेते हुए बताया कि 1 जून से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की कैंटीन में सिर्फ स्वदेशी सामान ही बेचा जाएगा। अमित शाह के इस फैसले से देश के करीब 50 लाख से अधिक परिवार स्वदेशी सामानों का उपयोग करेंगे। शाह ने कहा यही सही समय है जब हम खुद के लिए कुछ कर सकते हैं, हमें आत्मनिर्भर बनना चाहिए इसका फायदा ना सिर्फ आम आदमी और सरकार को होगा बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियां भी इससे खुश होंगी। हमें किसी भी सामान के लिए किसी और देश की तरफ नहीं देखना होगा। आत्मनिर्भरता के इस फैसले से रोजगार जैसी समस्याएं भी खत्म हो जाएंगी और देश मजबूत बनेगा।

पिछले कई सालों से सोशल मीडिया पर यह खबर हमेशा देखने को मिलती थी कि हमें बाहरी देशों के सामानों का बहिष्कार करना चाहिए खासकर चीन का नाम हमेशा सामने आता था। सोशल मीडिया के मुताबिक भारत में चीनी सामान बहुत ही तेजी से बाजार पकड़ रहा है जबकि चीन हमेशा भारत को ही आंख दिखाने की कोशिश करता है साथ ही वह पाकिस्तान को भी हमेशा मदद करता है जिसका नुकसान भारत को उठाना पड़ता है। अब अगर हम चीनी सामानों का उपयोग करते हैं तो हमारा पैसा चीन जाता है और फिर उसी पैसे की मदद से चीन भारत के खिलाफ नफरत पैदा तैयार करता है।

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  1. Sandeep mane

    Swadeshi vastuye aapnaye aur desh ki aarthik stithi ko majboot karne me haath bataye.aatmnirbhar bharat

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