पाकिस्तान का फिर आतंकियों के लिए छलका दर्द, ओसामा बिन लादेन को बताया शहीद

  • पाकिस्तान का फिर आतंकियों के लिए छलका दर्द
  • इमरान खान ने ओसामा बिन लादेन को बताया शहीद
  • पाक को मिलने वाली अमेरिकी सहायता पर रोक जारी
  • अमेरिका ने कहा पाक में अब भी आतंकवाद को मिलती है पनाह   

पाक ने ओसामा बिन लादेन को बताया शहीद
यह बात को पूरी दुनिया को पता है कि पाकिस्तान हमेशा से आतंकियों का हमदर्द रहा है हालांकि यह अलग बात है कि वह जल्दी इस बात को मानने को तैयार नही होता लेकिन समय समय पर इसका भी सबूत दुनिया के सामने आता रहता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने फिर एक बार दुनिया को यह बता दिया कि पाकिस्तान आतंकियों का हमदर्द है और आतंकियों की  मौत उन्हे दुख होता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पाकिस्तान की संसद में भाषण दे रहे थे और इस दौरान उन्होने अल-कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन को शहीद बताया और उसकी मौत पर दुख भी प्रकट किया। इमरान खान ने अपने भाषण में कहा कि यह पाकिस्तान के लिए शर्म की बात थी कि कोई दूसरे देश पाकिस्तान में आकर उनके ही किसी अपने को मार कर निकल जाता है और इसकी भनक भी सरकार को नहीं लगती ऐसी घटना पाकिस्तान के लिए शर्म की बात है।
अल-कायदा के सरगना और वैश्विक आतंकी ओसामा बिन लादेन ने अमेरिका में एक बड़ा आतंकी हमला किया था जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गयी थी जिसके बाद से अमेरिका लादेन की तलाश में था और आखिर में अमेरिका ने पाकिस्तान में घुस कर लादेन का खात्मा कर दिया और उसी लाश भी समुद्र में दफना दी जिसका किसी को भी आज तक पता नहीं चला है।लादेन की मौत पर पाकिस्तान को तब भी दुख हुआ था जो समय समय पर बाहर निकलता रहता है लेकिन पाकिस्तान की हैसियत अमेरिका से लड़ने की नहीं है इसलिए वह अपने दर्द को खुलकर बयां भी नहीं कर पाता। इमरान खान ने कहा कि पहले तो अमेरिका ओसामा बिन लादेन को मार देता है शहीद कर देता है और फिर पाक को पूरी दुनिया से इसके लिए गाली भी मिलती है।
पाकिस्तान की सहायता पर रोक जारी
पाकिस्तान किसी भी देश पर सामने से हमला नहीं कर सकता इसलिए वह आतंकवाद के रास्ते अपने दुश्मन देशों को परेशान करने की कोशिश करता है हालांकि उसे इस पर भी मुंह की खानी पड़ती है। आतंकवाद को लेकर पाक हमेशा से बाकी देशों के निशाने पर रहा है क्योंकि कोई भी देश आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देना चाहता। अमेरिका ने भी पाकिस्तान पर आतंकवाद को लेकर शिकंजा कहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जनवरी 2018 से पाक को मिलने वाली अमेरिकी फंड पर भी रोक लगा दी है क्योंकि अमेरिका जो फंड पाकिस्तान के विकास और आतंक को खत्म करने के लिए देता था उसका इस्तेमाल पाक आतंक को और बढ़ाने के लिए करता था जिसके बाद अमेरिका ने पाक को मिलने वाली सहायता पर रोक लगा दी है।
 
 
आतंकियों की शरणस्थली है पाकिस्तान
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि पाकिस्तान अब भी आतंकियों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना है और पाक सरकार आतंकियों का सहयोग कर रही है। अफग़ानिस्तान में हुए हमले के लिए जिम्मेदार तालिबान को भी पाक से समर्थन मिला हुआ है पाक सरकार पर तमाम दबाव के बाद भी पाक में आतंकी को शरण मिल रही है इतना ही नहीं हक्कानी नेटवर्क, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसै आतंकी समूह अब भी पाकिस्तान में खुल कर काम कर रहे है।

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