मुस्लिम मानसिकता के शिकार- जून २०२०-सप्ताह तिसरा

हिंदी विवेक के इस अंक में जम्मू – कश्मीर में हिंदू सरपंच की हुई हत्या मामले में मुस्लिम जिहादी मानसिकता और कट्टरपन पर करारा प्रहार किया गया है। इसके साथ ही बॉलीवुड कलाकार सुशांत सिंह की आत्महत्या मामले में ‘मुस्कुराते चेहरे के पीछे छिपा गम’ का भावनात्मक चित्रण किया गया है।

जम्मू – कश्मीर भाजपा के पूर्व विधान परिषद सदस्य श्री अजय भारती अपने साक्षात्कार में जम्मू – कश्मीर की बदलती परिस्थिति की हकीकत बयां की है जो काफी प्रेरक व सराहनीय है। उन्होंने जम्मू – कश्मीर में आतंकवादियों को सेना द्वारा किस तरह खात्मा किया जा रहा है, उस संदर्भ में भी अहम जानकारी दी है। ‘शांति दूतों को अब शांत रहना होगा’ संपादकीय वर्तमान समय में बेहद प्रासंगिक है। ‘कोरोना: डर के आगे जीत है’ नामक शीर्षक से प्रकाशित आलेख कोरोना के डर के माहौल को खत्म करने वाला बेहतरीन प्रेरक व आशावादी है। समाज के तर्कशून्य बर्ताव के रहस्य’ में लेखक ने गहराई से समाज की कमियों और जागरूकता के अभाव का उल्लेख किया है। सोशल मीडिया पर राष्ट्र विरोधी तत्व टुकड़े – टुकड़े गैंग आदि कैसे राष्ट्र की अखंडता को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं और देश के लिए वह कितना घातक है उस संदर्भ में ‘मिस्टर एंटी इंडिया’ आलेख सटीक प्रहार करता है। इसके अलावा महाराष्ट्र में आये भयंकर  ‘निसर्ग तूफान’ की तबाही के बाद राहत कार्यों में जुटे संघ के स्वयंसेवकों के अतुलनीय पराक्रमी सेवा कार्य की विशेष जानकारी दी गई है।

 

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