देश के युवाओं को मोदी का कौशल संदेश, समय के साथ बदलते रहें स्किल

  • स्किल इंडिया मिशन के मौके पर पीएम ने दिया संदेश
  • देश के युवाओं को मोदी ने दिया स्किल का संदेश
  • समय के साथ साथ बदलती रहनी चाहिए स्किल
  • कुछ भी सीखने का मौका कभी नां गवाएँ 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देश के युवाओं को संबोधित किया। पीएम मोदी का यह संबोधन युवा कौशल दिवस के मौके पर था जहां पीएम ने युवाओं को संबोधित करते बताया कि आज से पांच साल पहले ही युवा कौशल दिवस की शुरुआत की गयी थी। मोदी ने अपने संबोधन के शुरुआत में युवाओं को युवा कौशल दिवस की बधाई दी ( sugar free chocolate )  और कहा कि आज का यह दिन देश के युवाओं को समर्पित है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आप की कला या कौशल आप को बाकियों से अलग करता है इसकी वजह से ही आप की प्रतिभा बाकियों से अलग हो जाती है और आप कुछ प्रभावशाली लोगों में शामिल हो जाते है। 
 

पीएम ने कहा कि आज से 5 साल पहले स्किल इंडिया मिशन की शुरुआत की गयी थी। सरकार इस मिशन के माध्यम से देश के युवाओं की स्किल्स को सुधारना और निखारना चाहती है। स्किल इंडिया मिशन के मौके पर पीएम ने देश के युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें किसी भी हुनर को नहीं गवांना चाहिए और जहां भी कुछ सीखने को मिले सीखते रहना चाहिए। देश के युवा अपने हुनर ना सिर्फ अपना विकास करेंगे बल्कि देश को भी आगे ले जायेंगे। पीएम ने जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में सरकार की तरफ से एक पोर्टल लांच किया गया है जिसके माध्यम से श्रमिकों की स्किल मैपिंग की जायेगी और इसके द्वारा कुशल कारीगरों का चुनाव आसानी से किया जा सकेगा। इस पोर्टल से इस बात की भी जानकारी सरकार के पास मौजूद होगी कि किस क्षेत्र में काम करने वाले कितने लोग है। 
 

देश में जारी महामारी को लेकर पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया और अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है लेकिन इस महामारी ने लोगों को आत्मनिर्भर भी बना दिया। भारत में इस महामारी के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में रोज़गार की संभावनाएं पैदा होने वाली है। पूरे देश में बड़ी मात्रा में प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र खोले जायेंगे और इसके द्वारा लोगों की स्किल को पता किया जायेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवओं को यह समझना होगा कि नॉलेज और स्किल में फर्क होता है और इसके आधार पर ही आगे बढ़ना होगा। 
 

पीएम मोदी ने युवाओं को एक उदाहरण के माध्यम से बताया कि जैसे एक बड़े बेडौल लकड़ी से अगर आप कुर्सी बनाते है तो उसका मूल्य बढ़ जाता है और कुर्सी की कीमत उस बडौल लकड़ी से ज्यादा हो जाती है लेकिन यह कीमत कभी कम ना हो इसलिए आप को अपना कौशल समय के साथ साथ निरंतर बढ़ाना पड़ता है जैसे कुर्सी बनाने के बाद आप अलग अलग डिज़ाइन और शेप को लेकर भी सीखते रहें अब यहां कुर्सी बनाना और उसे अलग अलग आकार और रंग देना आप का कौशल हुआ।   

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