- आलाकमान से आदेश सचिन पायलट के खिलाफ ना दें बयान
- पार्टी में फिर से सचिन पायलट के लौटने की उम्मीद बढ़ी
- अशोक गहलोत को पायलट के खिलाफ बयानबाज़ी ना करने का आदेश
- बीजेपी ने कहा पायलट को पद से हटाना गलत
सचिन पायलट की बगावत के बाद कांग्रेस पार्टी ने करीब यह निश्चित कर लिया था कि अब सचिन पायलट भी बीजेपी में शामिल होंगे लेकिन पायलट के बीजेपी में शामिल ना होने के ऐलान के बाद कांग्रेस पार्टी में फिर से आशा की किरण नजर आ रही है और इसके लिए सचिन पायलट को मनाने की प्रक्रिया तेज कर दी गयी है। सचिन पायलट के बागवती शुर के बाद अशोक गहलोत को भी मौका मिला है तो वह भी लगातार पायलट पर हमले करने से नहीं चूक रहे है हालांकि इसके लिए उन्हे पार्टी की तरफ से हिदायत दी गयी है कि वह अपने बयान पर संयम रखे और ऐसा कोई भी बयान ना दें जिससे पार्टी या फिर पार्टी के किसी भी नेता पर उंगली उठे। इससे पहले अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर कई हमले किये थे और उन्हे पार्टी के खिलाफ साजिश करने वाला नेता बताया था।
सचिन के लिए कांग्रेस का दरवाज़ा अब भी खुला है
सचिन पायलट को लेकर राहुल गांधी ने तो खुले तौर पर कोई बयान नहीं दिया लेकिन ऐसी खबर थी कि राहुल ने पहले यह कहा था कि जो भी पार्टी से जाना चाहता है वह जा सकता है लेकिन सचिन पायलट के बीजेपी में शामिल ना होने की खबर के बाद एक बार फिर से सचिन को वापस लाने की कोशिश तेज कर दी गयी है और अब राहुल गांधी ने ऐसा बयान दिया है कि पायलट के लिए अब भी कांग्रेस के दरवाज़े खुले हुए है। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी एक प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि सचिन पायलट अपनी बात पार्टी के शीर्ष नेताओं के सामने रख सकते है जहां उनकी बात मानी जायेगी। सुरजेवाला के इस बयान के बाद यह भी साफ हो जाता है कि पार्टी ने भले ही सचिन पायलट को पद से हटा दिया है लेकिन वह आज भी पायलट की वापसी का इंतजार कर रहे है।
सचिन पायलट का केस अब पूरी तरह से उलझ चुका है और इसका कोई अंत अभी तक नजर नही आ रहा है। सभी को सचिन पायलट के अगले कदम का इंतजार है कि वह आगे क्या रणनीति बनाते है। सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट ने पार्टी के ही कुछ नेताओं पर आरोप लगाया है कि सोनिया और राहुल गांधी के सामने सचिन पायलट की छवि को जानबूझ कर बिगाड़ा जा रहा है। सचिन के बीजेपी में भी शामिल होने की झूठी खबर को दिल्ली तक इन्ही नेताओं ने पहुंचाया है पायलट ने कहा कि वह आज भी कांग्रेस पार्टी के सदस्य है और पार्टी के लिए ही काम कर रहे है उन्होने ऐसा कोई काम नहीं किया है जिससे पार्टी की छवि धूमिल हो सके।
बीजेपी ने कांग्रेस पर उठाया सवाल
उधर भाजपा ने इस पूरे मामले पर कांग्रेस को घेरा है और सवाल किया कि क्या किसी नेता को एक बैठक में ना पहुंचने पर पद से हटाया जा सकता है यह सरासर गलत है और किसी सदस्य का अपमान है। सचिन पायलट को लेकर भाजपा ने कहा कि वह ना तो किसी अन्य दल के साथ बैठक कर रहे है और ना ही किसी दल में शामिल होने जा रहे है फिर उनका कसूर क्या है जो उन्हे पार्टी ने तमाम पदों से हटा दिया। इससे पहले राजस्थान भाजपा ने राज्य में जारी विवाद को लेकर बैठक की थी और यह निश्चय किया था कि पार्टी की आगे की रणनीति क्या होगी।