पश्चिम बंगाल में एक और बीजेपी नेता की हत्या

 

पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेता की हत्या

पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या बदस्तूर जारी है तमाम विरोध के बाद भी इस पर विराम नहीं लग रहा है। बीजेपी नेताओं की मानें तो वह इस हत्या के पीछे ममता सरकार और उनके कार्यकर्ताओं को दोषी ठहराते है जबकि ममता सरकार इससे किनारा कर लेती है लेकिन सवाल यह है कि आखिर कौन है जो लगातार बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या कर रह है। पश्चिम बंगाल में कम्यूनिस्टवादी सोच के लोगों की जनसंख्या ज्यादा है जबकि बीजेपी के कार्यकर्ताओं की सोच और एजेंडा उनसे अलग होता है इसलिए दोनों के बीच झड़प भी देखने को मिलती है। 
 
पुलिस स्टेशन के सामने हत्या
पश्चिम बंगाल के परगना 24 जिले में एक और बीजेपी कार्यकर्ता की गोली मार कर हत्या कर दी गयी। इस दौरान चौंकाने वाली बात यह रही है कि इस हत्या की घटना को पुलिस स्टेशन से मात्र 100 मीटर की दूरी पर अंजाम दिया गया लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी और आरोपी हत्या के बाद फरार भी हो गये। रविवार रात टीटागढ़ पुलिस स्टेशन के करीब उस समय बीजेपी नेता मनीश शुक्ला की गोली मार कर हत्या कर दी गयी जब वह अपने पार्टी कार्यालय में बैठक कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक बाइक सवार दो बदमाश मनीष शुक्ला के ऑफिस पहुंचे और अचानक से बीजेपी नेता पर फ़ायरिंग शुरु कर दी जिससे वह बुरी तरह से घायल होकर जमीन पर गिर पड़े। मनीष शुक्ला को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हे अपोलो अस्पताल रेफर कर दिया जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी। 
बीजेपी नेता की हत्या के बाद पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। राज्यपाल ने राजभवन में ममता सरकार और पुलिस प्रशासन को तलब भी किया। राज्यपाल ने बीजेपी नेता की हत्या को लेकर एक ट्वीट भी किया था और यह जानकारी दी थी कि सभी नेताओं को तलब किया जायेगा। 
वहीं हत्या को लेकर बीजेपी ने 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है। पश्चिम बंगाल में लगातार हो रही हत्या को लेकर बीजेपी में दुख और गुस्सा दोनों है। राज्य के बीजेपी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने इस हत्या की सीबीआई जांच की मांग की है और कहा केंद्र सरकार से मदद की भी गुहार लगायी है। कैलाश विजयवर्गीय ने एक वीडियो जारी करते हुए पश्चिम बंगाल पुलिस पर आरोप लगाया और कहा पुलिस ने पूरी तरह से आंख बंद कर ली है और सिर्फ सरकार के इशारों पर काम कर रही है।    
पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं की यह कोई पहली हत्या नहीं है बल्कि इससे पहले भी कई कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतारा गया है लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि अब तक किसी भी हत्या के दोषी को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है। पुलिस की इस नाकामयाबी पर भी लगातार सवाल उठ रहे है। पुलिस द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की अनदेखी करना कहीं ना कहीं उनकी सरकार के साथ सांठ गांठ पर सवाल उठाता है।    

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