पाक में इमरान खान के खिलाफ शुरु हुआ विरोध, इमरान को बताया कठपुतली

 
पाकिस्तान की आर्थिक हालत किसी से छिपी नही है। वह पहले अमेरिका की खैरात पर पलता था और अब जब ट्रंप ने पाक को खैरात देना बंद कर दिया तब उसे चीन से मदद मिल रही है। यह जग जाहिर है कि पाकिस्तान अपनी बदौलत कुछ भी नही कर सकता लेकिन उसे भारत के साथ दुश्मनी करने का भी फायदा मिल रहा है चीन का पाक को मदद करना भी इसी का एक हिस्सा है। इससे पहले भी जिन देशों ने पाक की मदद की थी वह सिर्फ इसलिए कि वह भारत को परेशान कर सकें। 
 
भारत के लिए परेशानी पैदा करने की कोशिश करने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अब खुद ही मुसीबतों में घिरते जा रहे है। एक तरफ जहां इमरान खान को उनके ही नेताओंं ने अब कठपुतली बुलाना शुरु कर दिया है तो वहीं गिलगिट बल्टिस्तान में पाक सरकार के खिलाफ लोगों ने खुलकर मोर्चा खोल दिया है और यह मांग कर कर रहे है कि उन्हे लद्धाख का हिस्सा बनाया जाए। गिलगिट बल्टिस्तान के मुजफ्फराबाद, कराची और हुजा में लोगों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। पाकिस्तान सरकार की तरफ से गिलगिट बल्टिस्तान के कुछ नेताओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर भी विरोध देखने को मिला।  
 
पाकिस्तान की इमरान सरकार लगातार सैन्य दबाव में काम कर रही है जिससे उसे अपने ही देश में कठपुतली कहा जा रहा है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था गिरती जा रही है। महंगाई अपने चरम पर चल रही है जिससे आम जनता का जीना मुश्किल हो रहा है। कानून व्यवस्था भी बिगड़ती ही जा रही है और पड़ोसियों से रिश्ते तो पहले से ही खराब रहे है। पाक में हाल ही में SAATH (South Asians Against Terrorism and for Human Rights) की बैठक हुई थी जहां पाक के पीएम इमरान खान को लोगों ने सेना के हाथों की कठपुतली बताया और कहा कि देश में सेना लगातार हावी होती जा रही है जिससे देश की हालत बिगड़ती जा रही है। बैठक में अल्पसंख्यकों का भी मुद्दा उठाया गया और सरकार के सामने यह बात रखी गयी कि अल्पसंख्यकों पर लगातार अत्याचार हो रहे है और उन्हे उनके ही अधिकारों से उन्हे वंचित किया जा रहा है। कोरोना महामारी के चलते इस बार यह बैठक पाकिस्तान में हुई जबकि इससे पहले यह लंदन और वाशिंगटन में हो चुकी है।
 
यह बात किसी से भी छुपी नही है कि फिलहाल में पाकिस्तान चीन के रहमोकरम पर जी रहा है लेकिन पीएम इमरान खान अभी भी लोगों को नये पाकिस्तान का सपना दिखा रहे है और यह वादा कर रहे है कि वह पाकिस्तान की हालात को सुधार देंगे और सभी समस्याएं खत्म कर देंगे लेकिन फिलहाल में उनकी खुद की समस्या बढ़ रही है। पाक की सर्वोच्च अदालत ने इमरान खान के खिलाफ एक नोटिस जारी कर दिया है। इस नोटिस में इमरान पर सरकारी पैसों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है। इमरान खान जनता के पैसों से अपनी राजनीतिक काम को अंजाम दे रहे है जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट से उन्हे नोटिस भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक इमरान खान की पार्टी के समर्थक वकीलों ने एक राजनीतिक कार्यक्रम किया था जिसमें सरकारी धन का उपयोग हुआ था।

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