आखिर ऐसा क्यों होता है कि अक्सर नेता अपनी ज़ुबान से काबू खो देते है और किसी के लिए कुछ भी टिप्पणी कर देते है। क्या उन्हे यह पता नहीं होता कि वह किन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे है और उनके इस बयान का किसी के उपर क्या असर पड़ सकता है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की भी जुबान एक बार फिर से फिसली है और उन्होने प्रदेश की एक महिला मंत्री को ‘आइटम’ कह कर पुकारा है। हमारी भारतीय संस्कृति में कोई भी आइटम शब्द नहीं है लेकिन बिगड़ती भाषा के दौर में इसका इस्तेमाल अलग अलग चीजों के लिए किया जाता है लेकिन किसी महिला के लिए इस शब्द का इस्तेमाल करना बिल्कुल गलत है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने क्या सोच कर यह बयान दिया यह तो उन्हे ही पता होगा लेकिन अब इस बयान की वजह से उनकी मुसीबत बढ़ती जा रही है और बीजेपी सहित तमाम दल उनके इस बयान का लेकर हमलावर हुए है। मध्य प्रदेश में बीजेपी ने मौन धरना प्रदर्शन भी शुरु कर दिया है बीजेपी की तरफ से लगातार यह मांग हो रही है कि कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई की जाए। मध्य प्रदेश की भाजपा महिला नेता इमरती देवी ने खुद के लिए आइटम शब्द के इस्तेमाल को लेकर कमलनाथ को खरीखोटी सुनाई है और सोनिया गांधी से मांग की है कि कमलनाथ के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रदेश की कैबिनेट मंत्री इमरती देवी जी के खिलाफ कमलनाथ जी द्वारा अशोभनीय टिप्पणी करने पर आज इंदौर में गांधी प्रतिमा पर मौन धरना दिया। @ImartiDevi pic.twitter.com/4GvRmSF6gk
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) October 19, 2020
कभी मध्य प्रदेश से कांग्रेस का चेहरा रह चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कमलनाथ सहित कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला और कहा कि लगातार महिलाओं को लेकर आते बयान से कांग्रेस की महिलाओं को लेकर क्या मानसिकता है यह जाहिर होती जा रही है। सिंधिया ने दिग्विजय सहित उन नेताओं का नाम लिया जिन्होने अब तक महिला नेताओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। दलित समाज की इमरती देवी ने सरपंच से राजनीति की शुरुआत की थी और आज मंत्री पद तक का सफर तय किया है ऐसी मेहनती इमानदार महिला के लिए आइटम शब्द का इस्तेमाल पूरी तरह से गलत है।
मैं कांग्रेस नेताओं के महिला विरोधी बयान से स्तब्ध हूँ। मध्य प्रदेश सरकारी कैबिनेट मंत्री श्री इमरती देवी जी के खिलाफ कल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने अपशब्दों का प्रयोग कर अपनी दलित महिला विरोधी मानसिकता का परिचय दिया है। pic.twitter.com/iH0XNjpVgD
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) October 19, 2020
बसपा सुप्रीमों मायावती ने भी मौके को ना गवातें हुए कमलनाथ पर हमला बोला और कांग्रेस आलाकमान से मांग करते हुए कहा कि इस बयान पर पार्टी को मांफी मांगनी चाहिए। कमलनाथ को इस तरह से किसी दलित महिला का अपमान करने का अधिकार नही है। इससे पहले भी राजस्थान में हुए विवाद को लेकर मायावती ने कांग्रेस पर हमला बोला था।
1.मध्यप्रदेश में ग्वालियर की डाबरा रिजर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव लड़ रही दलित महिला के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व सीएम द्वारा की गई घोर महिला-विरोधी अभद्र टिप्पणी अति-शर्मनाक व अति-निन्दनीय। इसका संज्ञान लेकर कांग्रेस आलाकमान को सार्वजनिक तौर पर माफी माँगनी चाहिए।
— Mayawati (@Mayawati) October 19, 2020
मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर 3 नवंबर को उपचुनाव होना है जिसको लेकर राजनीति नेताओ के बोल फिर से बिगड़ने लगे है। रविवार को कांग्रेस नेता कमलनाथ ने एक रैली को संबोधित करते हुए पार्टी के उम्मीदवार सुरेश राजे का परिचय करवाया इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि यह उनके जैसे नही है… क्या है उसका नाम….मैं क्या उसका नाम लूं…..आपको तो मुझे पहले ही सावधान करना चाहिए था…. ये क्या आइटम है…..इसके बाद भीड़ ने इमरती देवी का नाम लिया और सभी हंसने लगे….