आत्मनिर्भर: भारतीय सेना ने तैयार किया ‘SAI’ ऐप, वाट्सअप को देगा कड़ी टक्कर


सन 2009 में लांच हुआ वाट्सअप (Whatsapp) अब पूरी दुनिया में फैल चुका है और हर दिन इसका विस्तार भी तेजी से हो रहा है क्योंकि अब यह सिर्फ मैसेज के लिए ही इस्तेमाल नहीं होता है बल्कि इसके जरिए अब व्यापार भी होने लगे है और इसकी ख़ासियत के चलते इसके और भी कई फायदे है जो लोगों की दिन चर्चा में इस्तेमाल होते है। भारत ने आत्मनिर्भर कदम के तहत अब खुद का भी एक मैसेज एप लांच किया है जो वाट्सअप की जगह ले सकता है। Secured Application for the Internet (SAI) नाम से इस एप को लांच किया गया है। इस एप को पूरी तरह से सुरक्षित मेसेजिंग एप के तौर पर तैयार किया गया है। ‘साई’ नाम से तैयार इस ऐप को भारतीय सेना के जवानों ने तैयार किया है।

भारतीय सेना की तरफ से तैयार ‘साई’ ऐप ऐंड टू ऐंड सेक्योर वाइस, टेक्सट और वीडियो कॉलिंग की सुविधा प्रदान करता है। इसके अलावा और भी कई सुविधाएँ है जिनका आप आसानी से लाभ ले सकते है। भारतीय रक्षा मंत्रालय की तरफ से भी इस एप की जानकारी दी गयी और इसकी सुरक्षा को लेकर भी बयान जारी किया। रक्षा मंत्रालय की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया कि यह ऐप पहले से मार्केट में चल रहे वाट्सअप, टेलिग्राम, सम्वाद और जिम्स जैसा ही है। यह ऐप भी ऐंड टू ऐंड एनक्रिप्शन मैसेजिंग प्रोटोकॉल का उपयोग करता है। SAI ऐप बाकी एप की तुलना में ज्यादा सुरक्षित है यह ऐप लोकल इन हाउस सर्वर और कोडिंग की खूबियों के साथ बाकी ऐप की तुलना में बेहतर है और इसको सुरक्षा के लिहाज से बदला भी जा सकता है।

इस ऐप को CERT-IN और आर्मी साइबर पैनल द्वारा भी जांचा गया है और NIC पर इंटेलेक्चुअल प्रापर्टी राइट्स (IPR) पर फाइलिंग के लिए काम चल रहा है। इसके साथ ही इस ऐप को जल्द ही iOS प्लेटफार्म पर भी लाने का प्रयास चल रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका इस्तेमाल कर सकें। इस ऐप की मदद से हम वह सभी काम कर सकते है जो अभी तक दूसरे ऐप से करते आ रहे है।

रक्षा मंत्रालय की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया कि इस ऐप का सबसे पहले भारतीय सेना इस्तेमाल करेगी। इस ऐप के साथ ही सेना में सेक्योर मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल शुरु कर दिया जायेगा। रक्षा मंत्री ने इस ऐप को विकसित करने के लिए कर्नल साई शंकर को बधाई दी।

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