इन योगासनों से नहीं बढ़ेगा वजन और कम होगी कमर की चर्बी

शरीर का बढ़ता वजन आज सभी की समस्या बन चुका है। हर तीसरा व्यक्ति इससे परेशान है। बढ़ते वजह के पीछे कोई एक कारण नहीं है हालांकि बहुत से लोग इसको लेकर अपना अपना विचार बना चुके है कि उनका वजह क्यों बढ़ रहा है। वजन कम करने के लिए लोग पसीना और पैसा दोनों बहाते है लेकिन इसके बाद भी उनकी परेशानी खत्म नहीं हो रही है। अगर आप लोगों से बात करें तो पता चलता है कि वजन कम करने के पीछे भी दो कारण नजर आते है कुछ लोग अपने आप को फिट रखने के लिए घर पर योग और व्यायाम करना चाहते है जबकि कुछ लोग सुंदरता को बढ़ाने के लिए जिम का इस्तेमाल करते है। 
 
जिम, व्यायाम के अलावा अब योगासन को भी वजन कम करने के लिए प्रयोग में लाया जाने लगा है जो लोग जिम जाते है या फिर सुबह दौड़ते है वह भी योगासन करते है। व्यायाम की अपेक्षा योग की यह ख़ासियत है कि इसको करने के बाद ताज़गी और उत्साह की अनुभूति होती है जबकि व्यायाम के बाद थकावट आती है और ज्यादा करने पर पूरे दिन थकावट का एहसास होता है। योगासन को अधिकतर एरोबिक्स व्यायाम के तौर पर देखा जाता है क्योंकि मोटापा कम करने के इसके अपने ही तरीके है जो आरामदायक और लाभदायक दोनों है। 
 
योगासन एक बहुत ही धीमी प्रक्रिया है लेकिन इसका असर उतना ही प्रभावशाली है। योग के द्वारा बड़े बड़े रोग और बीमारी ठीक होने लगी है। पिछले कुछ सालों पर नजर डालें तो यह कहना गलत नहीं होगा कि अब योग फिर से भारत में लौट रहा है। बड़े बड़े डाक्टर भी अब योगासन के लिए सभी को प्रेरित कर रहे है और देश में कई योग सेंटर और योग गुरु भी नजर आने लगे है। योग के जरिए तमाम बीमारियों और शरीर की तकलीफों को दूर किया जा सकता है लेकिन आज हम सिर्फ मोटापा कम करने वाले योग पर नजर डालेंगे। 
सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार एक बहुचर्चित योगासन है जिससे हर कोई वाक़िफ़ है हालांकि यह अलग बात है कि लोगों को इसके बारे में जानकारी कम है और इसके महत्तव को कम करके आका जाता है। सूर्य नमस्कार के द्वारा मोटापे को बहुत कम समय में कम किया जा सकता है। हालांकि इस योग का प्रभाव पूरे शरीर पर पड़ता है और मोटापे के अलावा भी कई लाभ मिलते है। सूर्य नमस्कार के एक ही आसन को 12 बार किया जाता है लेकिन शुरुआती दौर में इसे कम से भी शुरु कर सकते है लेकिन बाद में बढ़ाना चाहिए यह मोटापे को कम करने में बहुत लाभदायक होता है।
 

वीर भद्रासन
वीर भद्रासन करने से भी वजन कम होता है और शरीर तंदुरुस्त होता है। इस योग से पैर की नसें, जांघ और टखना मजबूत होता है। इस योग से पेट भी मजबूत होता है और पाचन क्रिया में सुधार होता है। इस योग के करने से स्टैमिना में भी सुधार होता है और हम लम्बे समय तक कार्य कर सकते है। 
 

भुजंगासन
यह आसन शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है इसके नित्य प्रयोग से पीठ, कुल्हा और छाती मजबूत होती है। इस आसन को करने के दौरान हम शरीर में ज्यादा ऑक्सीजन लेते है जो शरीर के हर भाग में पहुँचता है जिससे शरीर में रक्त संचार में तेजी से होता है। ऑक्सीजन के बराबर मात्रा में पहुंचने से रक्त शुद्ध होता है जिससे मोटापे को कम करने में सहायता मिलती है। 
 
धनुरासन
यह आसन थोड़ा आधुनिक है लेकिन मोटापे को कम करने में यह भी लाभदायक होता है। जिस तरह से यह आसन किया जाता है उससे भुजाओं और पैरों को मजबूती मिलती है और पेट की कोशिकाओं को भी लाभ मिलता है। इस आसन से मोटापा कम होने के साथ साथ हाथ, पैर और पेट को लाभ मिलता है। इस आसन के लगातार करने से शरीर से चर्बी कम होती है और पेट लचीला होता है। 
 

त्रिकोणासन
इस आसन के करने से पेट के आस-पास जमा चर्बी को आसानी से कम किया जा सकता है। शरीर एक निश्चित उम्र के बाद बढ़ना बंद हो जाता है जिसके बाद चर्बी इकट्ठा होने लगती है। त्रिकोणासन के नियमित प्रयोग से पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है और मोटापा भी कम होता है। अगर आप अपनी मोटी कमर से परेशान है तो यह आसन आप के लिए बहुत लाभदायक होगा। 

उपयुक्त आसन के अलावा भी हमारे योग और आयुर्वेद में हजारों ऐसे आसन है जिनसे वजन कम किया जा सकता है। इसके द्वारा बड़े से बड़े रोगों को भी ठीक किया जा सकता है। इतना ही नहीं हमें घर के भोजन का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए और बाहर के खान पान को कम से कम प्रयोग में लाना चाहिए इससे भी हम अपने वजन को काफी हद तक बढ़ने से रोक सकते है।     

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