भारतीय ड्रग्स बाजार में 455 फीसदी की बढ़ोत्तरी, हर साल 10 लाख करोड़ का होता है व्यापार

 

फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से पूरे देश में ड्रग्स के कारोबार पर लगाम लगाने की कोशिश की जा रही है और उसमें पुलिस को बड़े पैमाने पर सफलता भी मिल रही है। भारत में ड्रग्स पूरी तरह से गैरकानूनी है लेकिन इसके बाद भी यहां ड्रग्स का बड़ा कारोबार होता है और ड्रग्स लेने वालों में सबसे अधिक संख्या फिल्मी कलाकारों की है। ड्रग्स की कीमत काफी अधिक होती है इसलिए कोई आम आदमी इसे चाहकर भी नहीं ले सकता है क्योंकि यह उसकी जेब खर्च में नहीं बैठेगा। हाल ही में जिस क्रूज को पकड़ा गया है उस पर ड्रग्स पार्टी चल रही थी और वहां शामिल होने वालों ने इसकी कीमत 5 लाख रुपये तक चुकाई थी जिससे आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि यह कितनी महंगी पार्टी होती है। 
 
मुंबई से गोवा जा रही क्रूज पर ड्रग्स पार्टी चल रही थी और इसकी जानकारी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) तक पहुंच गयी। एनसीबी ने अपना जाल बिछाया और क्रूज पर बतौर यात्री सवार हो गए। क्रूज जैसे ही समुद्र के बीच में पहुंची ड्रग्स की पार्टी शुरु हो गयी यह सब कुछ एनसीबी अधिकारियों के सामने चल रहा था नतीजा उन्होंने ड्रग्स ले रहे सभी लोगों को हिरासत में ले लिया। इस पार्टी में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान भी शामिल थे जिन्हें 7 अक्टूबर तक हिरासत में पूछताछ के लिए रखा गया है। एनसीबी की तरफ से यह साफ किया गया है कि उनके पास से ड्रग्स नहीं मिली है लेकिन उनके कुछ चैट इस बात की तरफ इशारा कर रहे हैं कि वह इन सभी में पूरी तरह से शामिल हैं। 
 
भारत में ड्रग्स लेना पूरी तरह से गैरकानूनी है इसलिए क्रूज से गिरफ्तार हुए लोगों पर अगर यह साबित होता है कि उन्होंने ड्रग्स लिया था या फिर ड्रग्स की काला बाजारी में शामिल हैं तो उनके खिलाफ कानूनी केस बनेगा और उन्हें जेल हो सकती है। इन लोगों को कम से कम 1 साल और अधिक से अधिक 10 साल तक की जेल हो सकती है और जुर्माना भी लगाया जा सकता है। फिलहाल इस केस की सुनवाई अदालत में चल रही है जबकि आर्यन के वकील की तरफ से दलील दी गयी है कि आर्यन को बतौर गेस्ट शिप पर बुलाया गया था इसलिए वह इस मामले में कहीं से भी दोषी नहीं हैं। आर्यन के वकील ने एनसीबी के ड्रग्स खरीदने व बेचने के मामले पर जवाब देते हुए कहा कि आर्यन के पास इतना पैसा है कि वह ड्रग्स पार्टी जैसी कई क्रूज शिप खरीद सकते हैं।
 
 
फैशन और पार्टी के नाम पर ड्रग्स का सेवन तेजी से बढ़ा है। पश्चिमी सभ्यता ने तेजी से भारत के युवाओं पर कब्जा किया है और यही वजह है कि पूरी तरह से गैरकानूनी होने के बाद भी हजारो करोड़ के ड्रग्स भारत में बेचे जा रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले तीन सालों में ड्रग्स के बाजार में 455 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। यह आंकड़ा चिंताजनक है और इस पर रोक लगाने की भी बहुत जरूरत है। ड्रग्स सेवन में मिजोरम, पंजाब और दिल्ली क्रमशः पहले दूसरे और तीसरे नंबर पर है। इस समय पूरे देश में एक करोड़ से अधिक लोग ड्रग्स, गांजा व चरस का सेवन कर रहे हैं जिसमें से कुछ लोग छोड़ने का प्रयास भी कर रहे हैं लेकिन उनके लिए सरकार के पास उपयुक्त सुविधा नहीं है। सन 2016 में सिर्फ भारत में करीब 300 टन गांजा जब्त किया गया था जबकि 2017 में 353 टन गांजा जब्त किया गया। भारत में लगभग 10 लाख करोड़ का नशीले पदार्थों का कारोबार होता है हालांकि यह आंकड़े बिल्कुल सही नहीं है क्योंकि गैरकानूनी कारोबार का कोई रिकार्ड नहीं मौजूद होता है। 

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