भोजन के तुरंत बाद क्यों करना चाहिए वज्रासन?

 

देश का हर दूसरा व्यक्ति बढ़ते पेट की समस्या से परेशान है कुछ लोग इस पर ध्यान नहीं देते है जबकि कुछ लोग पेट को अंदर करने के लिए बहुत मेहनत करते हैं लेकिन फिर भी उनका पेट कम होने का नाम नहीं लेता है। अब अगर समस्या कम ना हो तो लोग अलग अलग उपाय करते हैं जिसमें से कुछ कारगर होते हैं तो कुछ नहीं भी। पेट निकलने को लेकर कोई एक कारण जिम्मेदार नहीं है। तेजी से बदलता रूटीन इसका सबसे बड़ा कारण है क्योंकि किसी का भी भोजन और नींद अब समय पर नहीं होता है इसलिए यह पेट लगातार बाहर आता रहता है। इसके साथ ही बाहर के खानों का उपयोग बहुत तेजी से बढ़ा है क्योंकि भारत में अब पति और पत्नी दोनों ही नौकरी करने लगे है ऐसे में बाहर का खाना अब मजबूरी बन चुका है।
इन तमाम समस्याओं का वैसे तो कोई भी इलाज नहीं है लेकिन योगासन के नियमित अभ्यास से हम इसे काफी हद तक ठीक कर सकते हैं। ज्यादातर योगासन खाने से पहले किए जाते हैं क्योंकि योगासन के दौरान पेट पर बल पड़ता है और शरीर अलग अलग दिशा में घूमता है ऐसे में भोजन करने के बाद योगासन करना ठीक नहीं होता है लेकिन आज हम जिस योगासन की बात करने जा रहे हैं उसे खाने के बाद भी किया जा सकता है।
वज्रासन करने की विधि
सबसे पहले जमीन या मैट पर आप पैर को पीछे कर तलवों के बल पर बैठ जाएं। इस दौरान आप के घुटने पास पास और एड़ियां दूर दूर होनी चाहिए। आप अपने नितंब को तलवों पर और एड़ियां कुल्हों के बल पर रखें। आप के दोनों हाथ घुटने पर रहेंगे। अब इस अवस्था में आप कम से कम 5 मिनट तक बैठे। शुरुआत में आप को थोड़ी परेशानी हो सकती है लेकिन नियमित अभ्यास से इसे आसान बनाया जा सकता है। 
वज्रासन के फायदे
वज्रासन को खाने से पहले और खाने के बाद भी किया जा सकता है। वज्रासन से पाचन तंत्र मजबूत होता है साथ ही गैस, एसिडिटी, ब्लड सर्कुलेशन और हृदय से संबंधित बीमारियां भी खत्म होती है। वज्रासन से शरीर के अंदर की एक्स्ट्रा चर्बी को भी खत्म करता हैं और शरीर को सुडौल करता है। वज्रासन से पीठ दर्द और कमर दर्द में भी लाभ मिलता है। यह योग मासिक धर्म व प्रसव पीड़ा के दौरान भी किया जा सकता है। इससे वजन को भी कम किया जा सकता है और मांसपेशियों से जुड़ी समस्या को भी दूर किया जा सकता है।
वज्रासन किसे नहीं करना चाहिए 
जिन लोगों को गठिया या जोड़ो के दर्द की शिकायत हो उन्हें यह नहीं करना चाहिए। कमजोर हड्डी  या फिर टूटी हड्डी वालों को यह योग नहीं करना चाहिए। वज्रासन के दौरान अगर किसी तरह की परेशानी होती है तो यह योगासन ना करें। 

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