सनातन धर्म होगा अगला पड़ाव!

 

वेदों और शास्त्रों के माध्यम से यह पता चलता है कि सनातन धर्म दुनिया का सबसे पुराना और एकमात्र धर्म है जहां हिंसा और अपराध को बढ़ावा नहीं दिया जाता है बल्कि प्यार और सहयोग की भावना जागृत की जाती है। ‘सनातन’ का अर्थ है ‘शाश्वत’ यानी ‘हमेशा बना रहने वाला’ इसका ना कोई आदि है और ना ही कोई अंत। सनातन धर्म हिन्दू धर्म का वैकल्पिक नाम है। हिन्दू धर्म की स्थापना 9057 ईसा पूर्व में मनु द्वारा की गयी थी जिसके बाद 5114 ईसा पूर्व भगवान श्री रामचंद्र का जन्म हुआ, करीब 3112 ईसा पूर्व भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ। इस सब के अनुसार हिन्दू धर्म करीब 24 हजार वर्ष पुराना धर्म माना जाता है। 

दुनिया में कई धर्म है और सभी धर्मों की अपनी अपनी मान्यता है हम किसी धर्म को कम या ज्यादा नहीं आंकते हैं और ना ही सनातन धर्म यह बताता है कि कोई धर्म छोटा या बड़ा होता है लेकिन सभी धर्मों की अपनी अपनी कुछ खासियत होती है। सनातन धर्म भी ऐसा ही एक धर्म है जिसे बाकी समाज के लोग भी पसंद करते हैं यह सिर्फ भारत में नहीं बल्कि भारत के बाहर देशों में भी पसंद किया जा रहा है और कुछ लोग अपना धर्म छोड़कर हिंदू धर्म को स्वीकार कर रहे हैं। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि भारत सहित पूरे विश्व में हिन्दू और मुसलमानों के बीच हमेशा से ही एक दरार रही है और यह कभी ना खत्म होने वाली हो चुकी है क्योंकि पहले अंग्रेजों ने इन दोनों समुदायों को विभाजित किया और अपना फायदा देखा अब तमाम राजनीतिक पार्टियां भी हिन्दू-मुसलमान को अलग अलग कर वोट की राजनीति कर रही है। यह बात सभी को पता है कि राजनीतिक दल के लोग किसी के लिए भी फायदेमंद नहीं होते हैं लेकिन इसके बाद भी हिन्दू और मुसलमान आपस में लड़ रहा है। 

 

राजनीतिक पार्टियों से अलग हर मुसलमान और हिंदू का अपना एक तर्क या फिर विचारधारा है जिससे आधार पर ही वह आगे की यात्रा तय करती है। इस बात को भी कोई गलत नहीं कह सकता है कि तमाम मुस्लिम संगठन हिन्दूओं को बरगलाकर या फिर उनकी बेटियों से प्रेम विवाह कर उन्हें इस्लाम में परिवर्तित कर रहे हैं। देश के अलग अलग स्थानों से कई लोगों को इस आरोप में गिरफ्तार भी किया गया है लेकिन हिंदुओं की तरफ से ऐसा कोई संगठन नहीं चलता जिसके द्वारा किसी भी दूसरे धर्म के लोगों को बहला फुसलाकर हिन्दू धर्म में लाया जा रहा हो। सनातन धर्म को जो भी गहराई से जान लेता है वह उसका प्रशंसक हो जाता है और फिर उसकी इच्छा हिन्दू धर्म में आने की होने लगती है। हाल ही में ऐसे कुछ उदाहरण मिले है जिन्होंने इस्लाम को छोड़कर हिन्दू धर्म अपना लिया। 

हिन्दू धर्म की तुलना किसी दूसरे धर्म से तो नहीं की जा सकती है लेकिन यह कहना भी गलत नहीं होगा कि यह बाकी धर्मों की तुलना में अपनो का अधिक खयाल रखता है। हिन्दू परिवार बहुत बड़ा होता है और सभी को साथ लेकर चलता है। इस परिवार में जानवर, पेड़, पौधे सब कुछ शामिल होते हैं और सभी को उनके अनुरूप इज्जत भी मिलती है। सनातन धर्म में जिस स्त्री के साथ विवाह होता है उसे सात जन्मों का साथी बताया जाता है और पूरी उम्र उसी के साथ जिंदगी गुजारते हैं जबकि कई धर्म में बीबी को छोड़ने और दूसरी शादी करने की प्रथा है। हिन्दू धर्म में पूजा पाठ के बाद धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व के कल्याण की बात कही जाती है यानी हम किसी के लिए द्वेष की भावना नहीं रखते हैं।   

सनातन धर्म एक उच्च स्थान पर है लेकिन वर्तमान राजनीति ने इसे जाति के अलग अलग भागों में विभाजित कर दिया। अब जाति के नाम पर बंटे यही टुकड़े खुद आपस में लड़ रहे हैं जबकि राजनीति के अलावा इनके पास लड़ाई का दूसरा कोई जरिया नहीं है। वहीं दूसरे धर्म के कई लोग अपना धर्म छोड़ सनातन धर्म को अपना रहे हैं। हाल ही में वसीम रिजवी जिन्होंने अपनी स्वेच्छा से हिन्दू धर्म स्वीकार किया है। फिल्मकार अली अकबर ने भी इस्लाम छोड़ने का वचन लिया है। इस तरह से तमाम लोग हैं जो हिन्दू रीति रिवाज को पसंद करते हैं और उसी के साथ अपना आगे का जीवन गुजारना चाहते है।  

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