हिमाचल प्रदेश में निवेश एवं उद्योग की अपार संभावनाएं मौजूद है और भाजपा शासित प्रदेश में उद्योग व्यवसाय के लिए अनुकूल माहौल भी है इसलिए यदि आप भी निवेश व उद्योग-व्यवसाय स्थापित करने की योजना बना रहे है तो हिमाचल प्रदेश एक अच्छा विकल्प है। देश में हिमाचल प्रदेश उद्योग जगत के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन कर उभर रहा है। एकल खिड़की योजना ने सभी के लिए समान अवसर उपलब्ध करा दिए है और इससे निवेश एवं उद्योग स्थापित करने की राह आसान हुई है। लघु एवं मध्यम उद्योग के लिए हिमाचल प्रदेश सर्वाधिक अनुकूल राज्य है।
प्राकृतिक सौन्दर्य से लबरेज और धार्मिक प्रदेश के रूप में सुविख्यात हिमाचल प्रदेश अब उद्योग जगत को अपनी ओर आकर्षित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता इसलिए राज्य सरकार द्वारा तेजी से उद्योग के अनुरूप बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किए जा रहे है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक विकास को लेकर आशान्वित है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मार्गदर्शन और उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर के नेतृत्व में वर्तमान समय में हिमाचल प्रदेश उद्योग जगत के लिए सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। परिणामत: लगातार देश दुनिया से बड़ी संख्या में निवेशक व उद्योगपति राज्य में भारी पैमाने पर निवेश कर रहे है और अपने उद्योग-व्यवसाय स्थापित कर रहे है।
उद्योग जगत के लिए बेहतरीन विकल्प
हिमाचल प्रदेश में निवेश एवं उद्योग की अपार संभावनाएं मौजूद है और भाजपा शासित प्रदेश में उद्योग व्यवसाय के लिए अनुकूल माहौल भी है इसलिए यदि आप भी निवेश व उद्योग-व्यवसाय स्थापित करने की योजना बना रहे है तो हिमाचल प्रदेश एक अच्छा विकल्प है। देश में हिमाचल प्रदेश उद्योग जगत के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन कर उभर रहा है। एकल खिड़की योजना ने सभी के लिए समान अवसर उपलब्ध करा दिए है और इससे निवेश एवं उद्योग स्थापित करने की राह आसान हुई है। लघु एवं मध्यम उद्योग के लिए हिमाचल प्रदेश सर्वाधिक अनुकूल राज्य है।
हिमाचल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट की उपलब्धि
हाल ही में हिमाचल प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट का सफल आयोजन किया गया था। दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों बटन दबाते ही डिजिटल वॉल पर 28197 करोड़ की 287 परियोजनाओं से पर्दा उठा। गायत्री मन्त्रों एवं शंख्ध्वनी के बीच इन बड़ी परियोजनाओं का अनावरण हुआ। इन परियोजनाओं के द्वारा आर्थिक विकास के साथ ही लगभग 1 लाख से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।
एसएमपीपी के डिफेन्स पार्क से 2 हजार करोड़ का सबसे अधिक निवेश प्राप्त हुआ है। इसके अलावा एसजेवीएनएल के रेणुका बांध 6 हजार 700 करोड़, किनवन के एपीई इकाई 850 करोड़, इंडो फार्म के डिफेन्स पार्क 510 करोड़ की मेगा परियोजनाएं शामिल है। इसके साथ ही उद्योग, उर्जा, पर्यटन, स्वास्थ्य, आयुर्वेद आदि क्षेत्रों से सम्बन्धित परियोजनाओं का इनमें समावेश है।
धरातल पर उतरा 45 प्रतिशत निवेश
इसके पूर्व वर्ष 2019 में ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में 95 हजार करोड़ के समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किए गए थे। सरकार ने कोरोना के विपरीत परिस्थितियों में भी 14 हजार 500 करोड़ के निवेश की ग्राउंड सेरेमनी का सफलतापूर्वक आयोजन किया था। अब तक कुल 41 हजार 697 करोड़ की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी हो चुकी है, अर्थात 45 प्रतिशत निवेश धरातल पर उतरा है और 54 हजार 303 करोड़ की ग्राउंड ब्रेकिंग शेष है।
हिमाचल में उद्योग को बढ़ावा देने हेतु प्रतिबद्ध
हिमाचल प्रदेश के उर्जावान उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने राज्य में निवेश और उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए निवेशकों से आह्वान किया कि जो बड़े निवेशक है वे प्रदेश में आए और उद्योग धंधे स्थापित करे। औद्योगिक घराने के लिए प्रदेश सरकार कई सुविधाएं और रियायतें दे रही है ताकि वे प्रदेश में उद्योग लगाए। इससे प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिलेगा।
विगत माह उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने चंडीगढ़ का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने प्रतिष्ठित 26 उद्योगपतियों से मुलाकात की और कई औद्योगिक घरानों के साथ कुल 3307 करोड़ रूपये के निवेश के एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इसके साथ ही मैसर्ज पिटारा टीवी ने प्रदेश में फिल्म सिटी स्थापित करने के लिए 100 करोड़ रूपये के समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए। टेक्सटाइल पार्क, एथनोल आधारित उद्योग, पेपर मिल, प्राइवेट इण्डस्ट्रियल पार्क, विश्वविद्यालय, हॉस्पिटल, स्किल यूनिवर्सिटी आदि परियोजनाओं के निवेश प्राप्त करने में उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर को सफलता मिली है।
हिमाचल का हुआ तेजी से विकास
राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकूर और उनकी परिश्रमी टीम ने हिमाचल वासियों के सपनों को पूरा करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। इन 4 वर्षों में 2 साल हमने मजबूती से कोरोना से भी लड़ाई लड़ी है और विकास के कार्यों को भी रुकने नहीं दिया। चार साल में हिमाचल का काफी तेजी के साथ विकास हुआ है। डबल इंजन की सरकार से तेज विकास हो रहा है।
– नरेंद्र मोदी, प्रधान मंत्री
ध्यातव्य है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में राज्य एकल खिड़की स्वीकृति एवं अनुश्रवण प्राधिकरण की बैठक शिमला में हुई थी। इसमें नए औद्योगिक उद्यम स्थापित करने और वर्तमान इकाइयों के विस्तार की 8 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई थी। वहीं दूसरी ओर उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने अधिकारियों को उद्योगपतियों के विभिन्न प्रस्तावों में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि इकाइयां जल्द से जल्द प्रदेश में स्थापित की जा सके।
इससे यह साबित होता है कि राज्य में औद्योगिक क्षेत्र के विकास को लेकर सरकार गंभीर भी है और अनवरत प्रयासरत भी है। यही कारण है कि कोरोनाकाल और आर्थिक मंदी के बावजूद हिमाचल प्रदेश निवेशकों के लिए पसंदीदा राज्य बन कर उभरा है।