सर्व समावेशी लोक कलाएं

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लोगों के समूह की भावनात्मक दुनिया की कलात्मक अभिव्यक्ति ही लोककला है। ऐसे लोकजीवन में अभी तक जी जान से संभाल कर रखी हुई संस्कृति खंडित होती जा रही है। बदलती हुई ग्राम व्यवस्था, पर्यावरण में होने वाले अकल्पनीय परिवर्तन, विघटित सामाजिक संरचना, घटते हुए जीवन मूल्य ऐसे अनेक कारण परिवर्तन के लिए जिम्मेदार हैं।

विकसित होने की राह पर पनवेल – परेश ठाकूर

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अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए परेश ठाकुर महानगरपालिका क्षेत्र के जन सामान्य लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए प्रयासरत हैं। उनके भविष्योन्मुखी कार्यों की चर्चा चहुंओर है। हिंदी विवेक के साथ बातचीत में उन्होंने सभी आवश्यक विषयों की रूपरेखा प्रस्तुत की।

एपीएमसी में सुधार व बदलाव अपेक्षित – शरद मारू

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किसानों की सहूलियत के लिए सरकार 1963 में एपीएमसी एक्ट लेकर आई ताकि देश के ज्यादातर किसान अनपढ़ होने के कारण शोषण के शिकार न हो सकें। परंतु समय के साथ ये नियम अप्रासंगिक हो गए हैं। हिंदी विवेक के साथ साक्षात्कार के दौरान संस्था के डायरेक्टर शरद मारू ने विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखे।

विजन के तहत विकास को आगे बढ़ाया – संदीप नाईक

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हिंदी विवेक को दिए साक्षात्कार में नाईक परिवार की दूसरी पीढ़ी में नवी मुंबई के विकास को धार देने वाले पूर्व विधायक संदीप नाईक ने अपने महापौर एवं विधायकी के दौरान किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। प्रस्तुत हैं उसके सम्पादित अंश :

जोल्ले चेरिटी फाउंडेशन का अभूतपूर्व सेवाकार्य

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कोरोना महामारी और लॉक डाउन ने सभी लोगों की आर्थिक स्थिति ख़राब कर दी है। कर्नाटक राज्य में भी लोगों का बुरा हाल हो गया था। संकट के इस समय में जोल्ले चेरिटी फाउंडेशन ने अभूतपूर्व सेवा कार्य कर लोगों को राहत प्रदान की। जिससे नागरिकों के चेहरे पर मुस्कान आई।

प्रगति की ओर अग्रसर मर्दा ग्रुप

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मर्दा बंधुओं ने अरविंद ब्राण्ड धोती के व्यवसाय पर अपना ध्यान केंद्रित किया और उसके लिये खूब मेहनत की। रणनीतिक और तकनीकी रुपसे परिश्रम कर उन्होंने अपने व्यापार को पुरे भारतवर्ष में फैलाया। कुछ ही समय में धोती किंग के रुप में विख्यात हुए। उस समय धोती बहुत ही लोकप्रिय वस्त्र हुआ करता था, जिसे भारत के ह्रदय को छुने वाला वस्त्र भी माना जाता था।

मोहे रंग दे…

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हजारों साल पहले से ही भारत सहित दुनिया के अनेक देशों में गोदना गुदवाने की प्रथा परंपरा के रूप में चली आ रही है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि पुरानी परंपरा ही अब नए लेटेस्ट वर्जन में टैटू के रूप में सामने आई है, जिसकी पूरी दुनिया दीवानी होती जा रही है।

पूरी संवेदना के साथ रुग्ण चिकित्सा

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अत्याधुनिक साधनों और टेक्नोलॉजी से अस्पतालों मे बहुत परिवर्तन आए हैं। जेनेरिक दवाओं का नया क्षेत्र विकसित हो रहा है, जो लोगों को सस्ती और उतनी ही प्रभावी दवाएं उपलब्ध कराता है। हरिलाल जयचंद दोशी घाटकोपर हिंदू सभा रुग्णालय नामक चैरिटेबल अस्पताल में जेनेरिक मेडिकल स्टोर के उद्घाटन के अवसर पर ट्रस्ट के श्री मगनभाई दोशी जी से हुई बातचीत के महत्वपूर्ण प्रस्तुत हैं-

त्रिपुरा चौतरफा विकास की ओर अग्रसर

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त्रिपुरा ने कम्युनिस्टों का 25 साल पुराना शासन ध्वस्त कर दिया है। पूर्वोत्तर में यह एक चमत्कार ही है। वहां अब भाजपा की सरकार है। प्रस्तुत है त्रिपुरा की समस्याओं, विकास योजनाओं, कम्युनिस्टों की स्थिति, 2019 के लोकसभा चुनाव और राजनीति के बारे में मुख्यमंत्री बिप्लव देब से हुई बेबाक बातचीत के महत्वपूर्ण अंशः-

पर्यावरण के लिए संकल्पित ‘सीईटीपी’

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इस सीईटीपी की कुल क्षमता २७ एमएलडी है (१२ एमएलडी क्षमता का प्लांट १९९७ में स्थापित किया गया है और १५ एमएलडी प्लांट की अतिरिक्त क्षमता २००६ में परिचालित की गई।) यह केंद्र लगातार सभी निर्धारित मानदंडों को लगातार पूरा कर रहा है

जी.एन.आई.इन्फ्रास्ट्रक्चर का सुयश

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महाराष्ट्र की पुण्य भूमि देश भर के कर्मशील प्रवृत्ति के लोगों को अपनी ओर आकर्षित ही नहीं करती अपितु उनकी महत्वाकांक्षा का भरपूर पोषण भी करती है। यहां की व्यावसायिक उर्वरा प्रवृत्ति से आकर्षित होकर तत्कालीन पंजाब के रावलपिंडी से आकर संभाजीनगर में बसने वाले

नौपरिवहन का प्रतिनिधि जे.एन.पी.टी.

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देश की नौ परिवहन क्षमता के ४६ प्रतिशत का संवहन करने वाला जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट भी अपने अपको प्रधानमंत्री जी की राष्ट्र विकास की संकल्पना के अनुसार ढाल रहा है। जेएनपीटी के चेयरमैन अनिल डिग्गिकर ने हिंदी विवेक से अपनी राय साझा की: जेएनपीटी का चेयर

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