मोदी सरकार की कृषिनीति एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य

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2014 में मोदी सरकार चुनकर आई और मोदी सरकार ने किसानो के हित में कई योजनाएं लागू की। उसमें सबसे महत्वपुर्ण  योजना है, किसान सन्मान निधि योजना, जिसमें गरीब  किसानो को 6000/- प्रतिवर्ष सन्मान निधि दी गई, यह निधी दो-दो हजार के तीन हफ्तों में दी गई, इससे गरीब किसानों को काफ़ी बड़ी आर्थिक सहायता हो गई। इसी प्रकार भारत सरकार ने फसलों के न्युनतम समर्थन मूल्य भी स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुरूप उत्पादन मूल्य के डेढ़ गुना बढ़ाए। साथ ही यह न्युनतम समर्थन मूल्य फसलों के खरीफ और रबी मौसम की शुरुआत से  पहले घोषित किए गए।

अमरावती में कृत्रिम हाथ-पैर वितरण कार्यक्रम संपन्न

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अमरावती के बडनेरा रोड स्थित भक्तिधाम मंदिर प्रांगण में लगभग ३०० दिव्यांगों को कृत्रिम हाथ-पैर, कैलीपर सहित अन्य अवयव वितरित किया गया. जिससे दिव्यांगों के ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा. गेल इंडिया लि. के सीएसआर फंड से दिव्यांगों को यह सुविधा प्रदान की गई. श्री जलाराम सत्संग मंडल, गुजराती समाज, भारत विकास परिषद, विकलांग पुनर्वसन केंद्र, सक्षम संस्था के संयुक्त समन्वय से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीक्षेत्र मन्मथधाम संस्थान के डॉ. विरूपाक्ष शिवाचार्य महास्वामीजी एवं शिवधारा आश्रम के संत डॉ. संतोष महाराज उपस्थित थे.

उपजाऊ भूमि का मरुस्थल में बदलना गंभीर संकट

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विश्व में जमीन का मरुस्थल में परिवर्तन होना गंभीर समस्या एवं चिन्ता का विषय है। भारत में भी यह चिंता लगातार बढ़ रही है। इसकी वजह यह है कि भारत की करीब 30 फीसदी जमीन मरुस्थल में बदल चुकी है। इसमें से 82 प्रतिशत हिस्सा केवल आठ राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, जम्मू एवं कश्मीर, कर्नाटक, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में है। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) द्वारा जारी “स्टेट ऑफ एनवायरमेंट इन फिगर्स 2019” की रिपोर्ट के मुताबिक 2003-05 से 2011-13 के बीच भारत में मरुस्थलीकरण 18.7 लाख हेक्टेयर बढ़ चुका है। सूखा प्रभावित 78 में से 21 जिले ऐसे हैं, जिनका 50 फीसदी से अधिक क्षेत्र मरुस्थलीकरण में बदल चुका है।

रक्तदान नयी जिन्दगी देने का वरदान

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किसी व्यक्ति की रक्तअल्पता के कारण मृत्यु न हो, इस दृष्टि से रक्तदान एक महान् दान है, जो किसी को जीवन-दान देने के साथ हमें स्वर्ग-पथ की ओर अग्रसर करता है। ऐसा दानदाता समाज, सृष्टि एवं परमेश्वर के प्रति अपना कर्त्तव्य पालन करता है। रक्तदान का दाता कोई भी हो सकता है, जिसका रक्त किसी अत्यधिक जरुरतमंद मरीज को दिया जा सकता है। किसी के द्वारा दिये गये रक्त से किसी को नया जीवन मिल सकता है, उसकी जिन्दगी में बहार आ जाती है।

प्रदूषित होता पालघर

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बाहर से देखने पर पालघर जिला हरियाली से भरा लगता है, परंतु बढ़ती जनसंख्या और वृक्षों की कटाई के कारण यह जिला भी बड़ी तेजी से प्रदूषित होता जा रहा है। इस दिशा में व्यापक पहल किए जाने की आवश्यकता है। पालघर जिले में वन क्षेत्र है। पहाड़, नदी, समुद्र…

कुपोषण के शिकार आदिवासी बच्चे

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मुंबई से सटे पालघर जिले के जनजातीय क्षेत्र में कुपोषण एक गम्भीर समस्या है। इसका सर्वप्रमुख कारण महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान संतुलित आहार न मिल पाना है। इस दिशा में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को जन-जन तक पहुंचाना अत्यावश्यक है। महाराष्ट्र सबसे अमीर भारतीय राज्य है। हालांकि…

मुख्यालय जरूरी या जिला अस्पताल?

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पालघर जिले में प्रशासनिक अधिकारियों के लिए आलीशान भवन बनाए गए हैं, जबकि जिले में एक कायदे का जिला अस्पताल तक नहीं बन पाया है। एक तरफ देश की स्वतंत्रता के 75 साल हो गए हैं, वहीं दूसरी ओर यहां के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मुंबई या गुजरात…

भारत का मुकुटमणि बनेगा इंदौर

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किसी भी शहर का सतत विकास वहां विकसित हो रहे इंफ्रास्ट्रक्चर और लोगों के स्वास्थ्य के प्रति प्रशासन की जागरूकता पर काफी हद तक निर्भर करता है। इंदौर शहर ने इस मामले में बहुत तेजी से प्रगति की है। पहली बार किसी शहर में 13 लाख लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण…

स्वच्छता अभियान, सफलता की कहानी

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किसी शहर को स्वच्छ बनाने की बात करने और उसके सफल सम्पादन में बहुत अंतर होता है। इंदौर शहर प्रशासन और वहां के निवासियों ने इस अंतर को बखूबी खत्म किया है, और लगातार इस मामले में खरे उतर रहे हैं। जाहिर सी बात है, इसमें रोज हर व्यक्ति अपना…

अमृत सरोवर योजना : जल संरक्षण से बदलेगी स्थिति

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पृथ्वी हमारा निवास स्थान है। मनुष्य सहित सभी प्राणी इसी धरती पर जन्म लेते हैं और इसी पर जीवन यापन करते हैं। पृथ्वी हमारे जीवन का आधार है। पृथ्वी से हमें वायु, जल और भोजन प्राप्त होता है। यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि पृथ्वी ने मनुष्य व अन्य सभी…

भारत के ‘मोबाइल क्लीनिक’ की सराहना

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यूनिसेफ के एक शीर्ष अधिकारी ने सुदूर क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए भारत द्वारा डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं और नवीन तरीकों को अपनाए जाने की सराहना की। यूनिसेफ-न्यूयॉर्क में वरिष्ठ स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. लक्ष्मी नरसिम्हन बालाजी ने कहा कि मोबाइल क्लीनिकों पर देश से सीखे गए…

एंटीबायोटिक के दुष्प्रभाव कम करने का नया तरीका

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डेनमार्क के कोपनहेगन में 15 से 18 अप्रैल तक आयोजित इस वर्ष के 'यूरोपियन कांग्रेस ऑफ क्लिनिकल माइक्रोबायलॉजी एंड इन्फेक्शस डिजीजेज' (ईसीसीएमआईडी) में प्रस्तुत किए गए अनुसंधान में आंतों के बैक्टीरिया पर एंटीबायोटिक उपचार के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने पर नए सिरे से रोशनी डाली गई है। वैज्ञानिकों ने…

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