कर्तृत्व, नेतृत्व व मातृत्व का आदर्श

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नारी विमर्श से ही सनातन संस्कृति की भारतीय परम्परा को मजबूत करना है। नारी ही समाज, परिवार व राष्ट्र की आधारशिला है। जिसका एक उदाहरण जीजाबाई के मातृत्व, अहिल्याबाई के कर्तृत्व तथा लक्ष्मीबाई के नेतृत्व में मिलता है।

हिंदी विवेक कार्यालय में पधारे समाजसेवी सुधीर भाई गोयल

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मध्य प्रदेश उज्जैन स्थित सेवाधाम आश्रम के प्रमुख सुधीर भाई गोयल मुंबई प्रवास के दौरान हिंदी विवेक कार्यालय में भी पधारे और हिंदी विवेक की टीम के साथ मुलाकात की. हिंदी विवेक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमोल पेडणेकर ने शोल ओढ़ाकर उनका स्वागत सम्मान किया और उनके उल्लेखनीय कार्यो से सभी को अवगत कराया. इसके बाद हिंदी विवेक की कार्यकारी सम्पादक पल्लवी अनवेकर ने हिंदी विवेक द्वारा प्रकाशित ‘सशक्त नेतृत्व, समर्थ भारत’ ग्रन्थ उन्हें भेंट स्वरूप प्रदान किया. अमोल पेडणेकर ने ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक विशाल संगठन’ नामक पुस्तक तथा ‘राम मंदिर अस्मिता से वैश्विक धरोहर तक’ विशेषांक उपहार के रूप में देकर वर्तमान समय में इसकी प्रासंगिकता को अधोरेखित किया.

वाल्मीकि समाज के हितों के लिए समर्पित

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वाल्मीकि समाज को हमेशा ही समाज में न्यून दर्जा दिया गया। परंतु अब इस समाज के लोग भी अपनी मेहनत के बल पर समाज में उच्च पदों पर आसीन हो रहे हैं। ये लोग एक साथ आकर अपने समाज का उत्थान करने के लिए कटिबद्ध हैं तथा विविध उपक्रमों के माध्यम से समाज को संगठित करने का प्रयत्न कर रहे हैं। प्रस्तुत है इस संदर्भ में लिए गए वाल्मीकि समाज के वरिष्ठ नेता कर्म सिंह ‘कर्मा’ के साक्षात्कार के प्रमुख अंश-

एपीएमसी में सुधार व बदलाव अपेक्षित – शरद मारू

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किसानों की सहूलियत के लिए सरकार 1963 में एपीएमसी एक्ट लेकर आई ताकि देश के ज्यादातर किसान अनपढ़ होने के कारण शोषण के शिकार न हो सकें। परंतु समय के साथ ये नियम अप्रासंगिक हो गए हैं। हिंदी विवेक के साथ साक्षात्कार के दौरान संस्था के डायरेक्टर शरद मारू ने विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखे।

नवी मुंबई : द सिंबल ऑफ ग्रोथ

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नवी मुंबई को वैश्विक शहर बनाने हेतु हर दिशा में सार्थक प्रयत्न किया गया। इसी क्रम में शहर के उपयोग हो चुके पानी को रिसाइकल करके औद्योगिक क्षेत्र में प्रयोग के लिए सप्लाई किया जा रहा है। एसएफसी एनवायरमेंटल प्रा. लि. के प्लांट इस विकास को नवीन गति देने की दिशा में अप्रतिम कार्य कर रहे हैं।

सैटेलाइट सिटी से ग्लोबल सिटी की यात्रा

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नवी मुंबई शहर में वे सभी गुण विद्यमान हैं, जो किसी वैश्विक शहर के निर्माण एवं विकास के लिए आवश्यक हैं। इस शहर के हर नोड का विकास सकारात्मक तरीके से किया गया है। लेकिन अभी भी कुछ कमियां हैं जिनका निराकरण किया जाना अत्यावश्यक है।

यवतमाल अर्बन बैंक १०० करोड़ के लक्ष्य की ओर अग्रसर

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महाराष्ट्र सहकार क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभानेवाली यवतमाल अर्बन कॉ-ऑप बैंक इस वर्ष लगभग १०० करोड़ मुनाफा के लक्ष्य की ओर अग्रसर है. बैंक ने शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में अपने ३४ शाखा के माध्यम से अत्याधुनिक सुविधा प्रदान कर सेवा कार्यों का विस्तार किया है. दरअसल ग्राहकों…

दिव्यांग कल्याणकारी संस्था,६६ वां स्थापना दिवस समारोह

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बीते दिनों दिव्यांग कल्याणकारी शिक्षण संस्था व वैद्यकीय संशोधन केंद्र का ६६ वां स्थापना दिवस समारोह विशेष अतिथियों एवं गणमान्य जनों की उपस्थिति में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. दिव्यांग कल्याण महाराष्ट्र भाप्रसे आयुक्त ओमप्रकाश देशमुख और नेशनल मेडिकल कमिशन एवं नेशनल कमिशन (भारत सरकार) स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. संतोष कुमार कलेटी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित होकर संस्था के उल्लेखनीय कार्यों का खूब बखान एवं गौरवगान किया और हाल ही में एमबीबीएस में प्रवेश किये हुए छात्र को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया. साथ ही संस्था के उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र हिरेमठ जी का हाल ही में जनसेवा सहकारी बैंक के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति होने से उनका भी सम्मान किया गया.

भारत माता मंदिर के संस्थापक स्वामी सत्यमित्रानंद

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भारतमाता मन्दिर में विभिन्न तलों पर भारत के महान् पुरुषों, नारियों, क्रान्तिकारियों, समाजसेवियों आदि की प्रतिमाएँ लगी हैं। इनको देखते हुए दर्शक जब सबसे नीचे आता है, तो वहाँ अखण्ड भारत के मानचित्र के आगे सुजलाम्, सुफलाम् भारत माता की विराट मूर्ति के दर्शन कर वह अभिभूत हो उठता है। अन्य मन्दिरों की तरह यहाँ पूजा, भोग, स्नान आदि कर्मकाण्ड नहीं होते। भारत माता मन्दिर और समन्वय सेवा ट्रस्ट द्वारा अनेक सेवा कार्य चलाये जाते हैं। इनमें वेद विद्यालय, विकलांग एवं कुष्ठजन सेवा, चिकित्सा वाहन, वृद्धाश्रम, दृष्टिहीन सेवा, शहीद परिवार सेवा, सफाईकर्मी सेवा आदि प्रमुख हैं। हिन्दू हितचिन्तन के लिए समर्पित स्वामी जी इसी प्रकार देश और धर्म की सेवा करते रहें, विश्व भर में फैले उनके भक्तों की यही कामना है।

अंकिता की हत्या और हत्यारे के हाव-भाव के मायने 

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हमारे देश में कई बार सच बोलना अपराध बन जाता है। दुनिया भर के जिहादी आतंकवादी भय और घबराहट में आतंकवादी घटना को अंजाम नहीं देते हैं। ज्यादातर बिल्कुल मानसिक रूप से राहत भरी अवस्था में स्वयं को आत्मघाती विस्फोटक में तब्दील कर देते हैं। ऐसे आतंकवादियों पर की गई छानबीन बताती है कि उन्हें विशेष आनंद की अनुभूति होती है क्योंकि वह मानते हैं कि अल्लाह के आदेश का पालन कर रहे हैं। शाहरुख के बारे में अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है जिससे मान लिया जाए कि वह किसी तरह के अतिवादी मजहबी कट्टरता से भरा हुआ था। किंतु इस संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता।  झारखंड देश में इस्लामी कट्टरवाद और जिहादी आतंकवाद के साथ लव जिहाद की दृष्टि से हमेशा सुर्खियों में रहा है। झारखंड के ही जामताड़ा में अनेक स्कूलों में प्रार्थना के तरीके बदले जाने का मामला सामने आया और वहां मुसलमानों के एक समूह ने कहा कि उनको यहां बहुमत में है तो उनके अनुसार ही प्रार्थना होनी चाहिए।

असहाय पशुओं को चाहिए सहारा

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भारत में पशुओं की संख्या में निरंतर बढ़ोत्तरी होती जा रही है पर उस अनुपात में पशुचिकित्सकों की संख्या काफी कम है। लोगों का जीवन स्तर विकसित होने के साथ ही विगत दो दशकों से देश में कुत्ते, बिल्लियों समेत अन्य जानवर पालने का भी शौक बढ़ा है। इसलिए देशभर में पशु चिकित्सकों की नई पीढ़ी तैयार किए जाने की आवश्यकता है। 

सैनिक निर्माण करनेवाली संस्था-डॉ. दिलीप बेलगावकर

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स्वतंत्रता के 10 वर्ष पूर्व से ही एक संस्था भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिये, एक सशक्त सेना के निर्माण के लिए सैनिक तैयार कर रही है, उस संस्था का नाम है, भोंसला मिलिट्री स्कूल। प्रस्तुत है देश की सुरक्षा व्यवस्था तथा भोंसला मिलिट्री स्कूल की भविष्यकालीन योजनाओं के संदर्भ…

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