विकास के नए युग का सूत्रपात

स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि 29वीं शताब्दी भारत की होगी। आजादी के साढ़े छह दशक पूरे हो चुके हैं। 2014 के चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को राजनैतिक अपृश्यता से मुक्ति मिली थी और भारतीय जनता ने कांग्रेस का एकाधिकार समाप्त कर दिया था। 10 साल के यूपीए कार्यकाल में कांगे्रस लोकतंत्र की गरिमा और देश के विकास को भूलकर सिर्फ सत्ता के मद में मस्त रही। कांग्रेस यही भूमिका उसके पतन का कारण साबित हुई। अभी-अभी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को दो साल पूरे हुए हैं। सम्पूर्ण देश अत्यंत पैनी नज़र से इन दो सालों में हुए कार्यों का विश्लेषण कर रहा है। मोदी सरकार को कहीं उत्तम अंक मिल रहे हैं तो कहीं उन पर टिप्पणी भी हो रही हैं। लोकतंत्र में इस प्रकार का मंथन होना अत्यंत आवश्यक है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सोच, अपने इरादे और अपने प्रयत्नों को एक लक्ष्य पर केंद्रित कर लिया है। उनके कार्य करने की गति, उनका व्यक्तित्व एवं राष्ट्र समर्पित कृतित्व देश के नागरिकों के साथ ही दुनियाभर के नेताओं के मस्तिष्क में जिज्ञासा और कौतुहल निर्माण कर रहा है। उनकी असाधारण भाषण कला, त्वरित निर्णय क्षमता, स्पष्ट दूरदर्शिता, उत्साहपूर्ण जीवन, धैर्य, नेतृत्व कुशलता आदि अनेक गुणों का प्रभाव उनके विगत दो सालों के के राजनीतिक कार्यकाल में देखने को मिला है।

विगत दो वर्षों में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने धैर्य व संतुलन की एक अमिट छाप निर्माण की है। सरकार ने लोगों की अपेक्षाओं से अधिक कार्य करके लोकप्रियता प्राप्त की है। नित नई योजनाओं ने देश में सफलता के मार्ग निर्माण किए हैं। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सब से बड़ी उपलब्धि यह है कि आज देश की जनता यह कह रही है कि सरकार कुछ कर रही है। भाजपा सरकार जब सत्ता में आई तब तक कांग्रेस ने देश को पतन की राह पर लाकर खड़ा कर दिया था। ऐसे में भारतीय जनता को अपेक्षा थी कि इस स्थिति से भारत को बाहर निकाला जाए। बेलगाम महंगाई, सैकडों घोटाले, भ्रष्टाचार, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौनी सरकार के कारण हो रही प्रताड़ना आदि समस्याओं से निजात पाने तथा देश में सुशासन स्थापित करने की जनता की अपेक्षाओं को लेकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में विराजमान हुए थे। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने “अच्छे दिन आएंगे” यह आश्वासन भारतीय जनता को दिया था। वे पहले दिन से ही इस दिशा में कार्यरत हैं। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारतीय जनता को दिखाए गए स्वप्नों के आधार पर ही दो सालों में देश में हुए विकास कार्यों का मूल्यांकन किया जा रहा है। इन सभी का लेखा-जोखा करने पर हम कह सकते हैं कि भारत में विकास का नया युग प्रारंभ हो गया है।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने गांव, गरीब, किसान की सरकार का सपना साकार किया है। फसल बीमा योजना का वरदान देकर किसान को आर्थिक कवच दिया है। जन धन योजना के अंतर्गत बैंकों के दरवाजे हर गरीब के लिए खोले हैं। आम आदमी के लिए अटल पेंशन योजना, जीवन बीमा योजना वरदान साबित हो रही है। सामाजिक सुरक्षा की दृष्टि से उठाया गया यह अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है। आज़ादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि दो वर्षों में करोड़ों गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन की सुविधा मिली है। आज़ादी के इतने वर्षों बाद तक अंधेरे में डूबे हुए हजारों गांवों को बिजली देकर मोदी सरकार ने ऊर्जा उत्सव का वातावरण निर्माण किया है। यह ऊर्जा उत्सव शेष बचे गावों में 2017 तक पूरा करने का उनका संकल्प है।
आर्थिक उदारीकरण के युग में आर्थिक सदृढ़ता अत्यंत महत्वपूर्ण है इस बात को ध्यान में रखकर मोदी सरकार ने 24 माह में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में सफलता प्राप्त की है। देश की अर्थव्यवस्था की विकास दर 7.5 प्रतिशत के करीब पहुंच रही है। वह चीन के आगे निकल गई है। देश में मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, प्रधान मंत्री मुद्रा योजना जैसी योजनाएं भारतीय युवकों की ऊर्जा को चौगुना कर रही हैं। इसके कारण देश की युवा ऊर्जा का समुचित उपयोग देश के मेनुफेक्चरिंग हब के गठन में सहायक सिद्ध होगा। विश्व में भारत की गणना सर्वाधिक युवा राष्ट्र के रूप में हो रही है। इन योजनाओं से लगभग पांच करोड़ लोग स्वयं का रोजगार शुरू कर चुके हैं और अपने जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला रहे हैं। इस योजना ने युवाओं में स्वयंरोजगार और उद्यमी बनने के लिए माहौल बनाया है। सागरी मार्ग परियोजना, गंगा एवं ब्रह्मपुत्र नदियों में जलमार्गों का निर्माण, नए बंदरगाहों का निर्माण और पुराने बंदरगाहों का विकास किया जा रहा है, शिपिंग कॉर्पोरेशन भारतीय इतिहास में पहली बार मुनाफा अर्जित करने में सफल रहा है।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों से भारत का महत्व विश्व में बढ़ा है। आज दुनिया के कई छोटे-बड़े देश भारत के साथ खडे हैं। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष करने में मोदी सरकार प्रयासरत है। अमेरिका से भारत के सम्बंध नई ऊंचाइयां छू रहे हैं और पाकिस्तान अलग-थलग पड़ता जा रहा है। यह भी विदेश नीति का एक ऐतिहासिक कूटनीतिक कदम है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त होना और दुनिया के पौने दो सौ देशों का योग दिवस मनाना भी भारतीय मान्यताओं की वैश्विक सफलता है।

सुशासन मोदी सरकार का महज नारा नहीं है बल्कि यह सामाजिक सरोकार है। इसी कारण मोदी सरकार ने हर क्षेत्र में क्रांति का परचम फहराया है। देश में विश्वास का वातावरण निर्माण किया है। सरकार की साफ-सुथरी छवि जनमानस पर अंकित हो रही है। देश का विकास और आम आदमी की भलाई के लिए हो रही इन उपलब्धियों पर हमें सिर्फ संतोष नहीं करना है, इन उपलब्धियों को चौपाल-चर्चा बनाकर जन-जन तक पहुंचाना है। विपक्ष सरकार के विकास कार्यों पर चर्चा करने की हिम्मत नहीं दिखा सकता। वह देश को व्यर्थ के मुद्दों में उलझा कर देश की जनता का ध्यान भटकाना चाहता है। विकास, विकास और सिर्फ विकास यही मूलमंत्र लेकर काम कर रही सरकार के कारण देश, समाज में काफी सकारात्मक परिवर्तन आ रहे हैं। देश विकास के पथ पर तीव्र गति से मार्गक्रमण कर रहा है। जागरूक जनता यह भी जानती है कि 24 माह के अल्प समय में भी नरेंद्र मोदी सरकार ने “21वीं शताब्दी भारत की होगी” यह विश्वास भारतीय जनमानस में निर्माण किया है।
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