सुशासन और विकास की मिसाल राजस्थान- वसुंधरा राजे सिंधिया

राजस्थान की अर्थव्यवस्था पुनः पटरी पर आ रही है। खोया हुआ स्वाभिमान फिर से लौटा है। महिलाओं की शिक्षा व सशक्तिकरण में राजस्थान ने अनूठा काम किया है। अपनी ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहर को संजोया है। जल प्रबंधन व सामाजिक न्याय, आईटी और युवाओं के रोजगार के क्षेत्र में राजस्थान एक मिसाल बन गया है। विकास और सुशासन से लेकर अगले चुनावों तक विभिन्न विषयों पर प्रस्तुत है मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया से हुई बातचीत के महत्वपूर्ण अंश-

राजस्थान में आपकी सरकार का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इन पांच सालों में आपकी सरकार की राजस्थान के विकास में प्रमुख उपलब्धियां कौन सी हैं?

जब सेवा के संकल्प के साथ हम दुबारा सरकार में आए तो विरासत में जर्जर आर्थिक तंत्र मिला। परिवार के मुखिया की तरह मैंने इसे संभाला और आज राजस्थान फिर से विकास की राह पर दौड़ रहा है। राजस्थान को उसका खोया स्वाभिमान लौटाना एक बड़ी चुनौती था जिसे हमने सफलतापूर्वक संभाला है। देश में अपनी तरह की अनूठी भामाशाह योजना के रूप में हमारी सरकार ने महिला को परिवार की मुखिया के रूप में सशक्त बनाया। मुझे गर्व है कि पंचायतीराज संस्थानों के चुनावों में शिक्षा की अनिवार्यता, कौशल विकास तथा मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान सहित विभिन्न क्षेत्रों में हमारी उपलब्धियों और नवाचारों को देश के कई राज्यों ने अपनाया।

आपने महिला नेतृत्व के रूप में राजस्थान सरकार चलाई है। आपके कार्यकाल में राजस्थान की महिलाओं एवं बेटियों को सुरक्षित महसूस करवाने हेतु कौन से प्रयास किए गए हैं?

मेरा मानना है कि बालिका अगर शिक्षित और आत्मनिर्भर होगी तो वह हर चुनौती और परिस्थिति का अच्छे से सामना कर सकती है। हमारी सरकार ने बालिकाओं में शिक्षा और उनके आत्मसम्मान को बढ़ावा देने के सभी प्रयास किए हैं। भामाशाह योजना का जिक्र तो मैं कर ही चुकी हूं। राजश्री योजना, मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना तथा छात्राओं को स्कूटी योजना इसके उदाहरण हैं। नाबालिग बालिकाओं से दुष्कर्म पर फांसी की सजा का प्रावधान कर हमने ऐसी घटनाओं के खिलाफ सख्त संदेश दिया है।

राजस्थान की परंपरा रही है कि राजस्थान की जनता विगत 15 साल से हर चुनाव में राज्य में परिवर्तन लाती रही है। क्या इस बार वह परंपरा आप खंडित कर पाएंगी? ऐसे कौन से कारण हैं जिससे यह परंपरा खंडित होगी?

मध्यप्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ के उदाहरण ही ले लीजिए, वहां की सरकारों ने सुशासन की मिसाल पेश की। जनता ने बार-बार उन पर मुहर लगाई। इसी का परिणाम है कि ये राज्य आज विकास की दौड़ में अग्रणी हैं। राजस्थान की जनता भी समझ चुकी है कि स्थायी विकास चाहिए तो सरकार को स्थायित्व देना जरूरी है। मुझे पूरा विश्वास है कि जो विकास के काम हमने किए हैं, जनता उन्हें आगे बढ़ाने का अवसर हमें फिर से देगी।

पर्यटन राजस्थान का मुख्य आय का स्रोत है। आपकी सरकार ने पर्यटन क्षेत्र में विकास हेतु कौन से विशेष प्रयास किए हैं?

हमारे प्रदेश का गौरवशाली इतिहास, यहां की बहुरंगी कला एवं संस्कृति, वीरता की अनेक कहानियों को समेटे किले, महल एवं अन्य स्मारक। इतना कुछ तो है राजस्थान में पर्यटकों के लिए। कमी थी तो बस इसे सामने लाने की। हमारी सरकार ने पर्यटन के क्षेत्र में राजस्थान की ब्रांडिंग के लिए नए सिरे से जोरदार मार्केटिंग कैम्पेन चलाया। राजस्थान आने वाला हर पर्यटक अब यह सोचकर आता है कि रंग-रंगीले इस प्रदेश में उसे ‘जाने क्या दिख जाए‘। प्रदेश के मेले, त्योहार और लोककलाओं की अपनी एक पहचान है। हमारी सरकार ने इस अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का हर संभव प्रयास किया है। प्रदेश में धार्मिक पर्यटन विकसित करने के लिए प्राचीन धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार का काम हाथ में लिया है। हर जिले में ये काम चल रहे हैं।

2014 के चुनाव में आपके नेतृत्व में राजस्थान में भाजपा को शतप्रतिशत सफलता मिली थी। 2019 में होने वाले चुनावों के लिए आपकी क्या रणनीति होगी?

प्रदेश में विधान सभा चुनाव के लिए हमने मिशन 180 और 2019 में लोकसभा चुनाव के लिए मिशन-25 का लक्ष्य रखा है। प्रदेश की जनता अगले चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक जनादेश का पूरा मन बना चुकी है। जहां तक रणनीति का प्रश्न है जनता की सेवा ही हमारी जीत का आधार रहेगा। सरकार के विकास कार्यों को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे।

युवाओं के विकास के दृष्टिकोण से कौन से निर्णय सरकार ने लिए हैं?

हमारी सरकार की कोशिश रही है कि हमारे युवा रोजगार मांगने वाले नहीं, देने वाले बनें। इसके लिए हमने युवाओं को रोजगार के अवसर देने के साथ-साथ उनके कौशल विकास पर भी ध्यान दिया है ताकि वे अपने दम पर अपने पैरों पर खड़े हों।

युवाओं को आईटी से जोड़ने और उन्हें स्वयं का उद्यम लगाने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से संभागीय मुख्यालयों पर राजस्थान डिजिफेस्ट का सफल आयोजन किया गया है। जयपुर आज देश में नया स्टार्टअप हब बनकर उभरा है। हमारी सरकार ने अभी तक 1 लाख 80 हजार युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं। इसके अलावा आने वाले कुछ ही महीनों में 1 लाख 30 हजार सरकारी नौकरियां और देने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

सामाजिक कल्याण को लेकर सरकार की क्या प्रमुख उपलब्धियां रही हैं?

हमारी सरकार 36 की 36 कौमों को साथ लेकर चल रही है। हमने समाज के अभावग्रस्त एवं उपेक्षित वर्ग के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं शुरू कीं। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया कि इन योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुंचे। हमने ‘सुन्दर सिंह भण्डारी ईबीसी स्वरोजगार योजना’ शुरू की है। इसमें 50 हजार परिवारों को 50 हजार तक का ॠण 4% ब्याज पर बिना रेहन उपलब्ध करवाया जा रहा है। भामाशाह कार्ड धारक हैं। परिवार के सभी सदस्यों का दुर्घटना बीमा करते हुए भामाशाह सुरक्षा कवच उपलब्ध करवाया जा रहा है। राजस्थान देश के उन चुनिन्दा राज्यों में हैं, जहां सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का सर्वाधिक लाभ लोगों को मिल रहा है।

अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के विकास एवं उत्थान के लिए आपकी सरकार ने क्या उपाय किए हैं?

हमारी सरकार अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। इस वर्ग के युवाओं को स्वावलम्बी एवं आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए भामाशाह रोजगार सृजन योजना शुरू की गई है। इस योजना में स्वयं का उद्योग लगाने के लिए अनुदान की दर 4 से बढ़ाकर 8 प्रतिशत और ॠण राशि 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपये की है। विनिर्माण क्षेत्र में उद्यम लगाने के लिए एससी के युवाओं को ॠण राशि 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपये की गई है। एससी वर्ग के विद्यार्थियों को आईआईटी, आईआईएम सहित राष्ट्रीय स्तर के मेडिकल और तकनीकी संस्थानों में प्रवेश की तैयारी के लिए मुख्यमंत्री निशुल्क कोचिंग योजना शुरू की गई। प्रदेश के नगरीय निकायों में आंबेडकर भवन बनाए जा रहे हैं, जिनसे एससी-एसटी वर्ग के लोगों को सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की सुविधा हो सकेगी।

शिक्षा व आईटी क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियां स्पष्ट करें।

शिक्षा के क्षेत्र में हमने आमूलचूल सुधार किए जिसके सकारात्मक परिणाम सामने हैं। जब हम सरकार में आए तो शिक्षा में राजस्थान 26वें पायदान पर था जो आज दूसरे स्थान पर आ गया है। आदर्श विद्यालय, उत्कृष्ट विद्यालयों, स्मार्ट क्लासेज और शिक्षकों के रिक्त पद भरने से शिक्षा की गुणवत्ता में बड़ा सुधार आया है। सरकारी स्कूलों में नामांकन लगातार बढ़ रहा है। रही बात आईटी की तो आज राजस्थान देश में सिरमौर है। पहले हम आईटी के नवाचारों को देखने दूसरे राज्यों में जाया करते थे आज दूसरे प्रदेशों से लोग हमारे यहां आते हैं। डिजिफेस्ट तथा एजुकेशन फेस्ट जैसी गतिविधियों से यहां के युवाओं को बेहतर अवसर मिले हैं।

राजस्थान के कई भागों में जल प्रबंधन काफी बड़ा मुद्दा है। इसके लिए आपकी सरकार ने क्या-क्या कार्य किए हैं?

राजस्थान का नाम आते ही एक रेतीले एवं सूखे प्रदेश की तस्वीर आंखों के सामने आती थी। लेकिन मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान ने इस परिद़ृश्य को बदलने का काम किया है। अभियान से कई इलाकों में न केवल जलस्तर बढ़ा है बल्कि इस अभियान के तहत हुए व्यापक पौधारोपण से हरियाली भी बढ़ी है। कई देशों ने इस अभियान का अध्ययन कर इसे अपने यहां भी शुरू करने में दिलचस्पी दिखाई है। तीन चरणों की आशातीत सफलता के बाद अब हम इसका चौथा चरण भी जल्द शुरू करेंगे। नागौर को हिमालय का पानी पहुंचाने का काम हमने सफलता से पूरा किया है। पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के लिए ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट, परवन परियोजना तथा चार जिलों को यमुना का पानी पहुंचाने की दिशा में भी हम आगे बढ़ रहे हैं।

कुछ महीनों में राजस्थान में चुनाव हो रहे हैं। उन चुनावों का परिणाम आप किस तरह से देख रही हैं?

पिछले साढ़े चार वर्षों में हमने प्रदेश में शानदार विकास किया है। हमें पूरा विश्वास है कि आने वाले विधान सभा चुनाव में हम फिर से पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनाएंगे।

क्या भाजपा संगठन और सरकार के कार्य का तालमेल इस चुनाव को विजय तक पहुंचाने का अंजाम दे सकेगा?

संगठन हमारे लिए मार्गदर्शक, प्रेरणास्त्रोत और शक्तिपुंज रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी का हमें सतत् मार्गदर्शन मिलता रहा है। राजस्थान में सरकार और संगठन में पूर्ण समन्वय है, जिससे सरकार जनहित के फैसलों को जनता तक पहुंचा रही है। यह बेहतर तालमेल आनेवाले समय में हमारी जीत का मूल मंत्र साबित होगा।

 

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