कर्तव्यदक्ष जनप्रतिनिधि

कार्यसम्राट सांसद गोपाल शेट्टी का जन्म सच्चे अर्थों में जनसेवा हेतु ही हुआ है। उनके पास वक्तृत्व, कर्तृत्व एवं नेतृत्व ये तीनों गुण होने के कारण वे कार्यक्षम सांसद हैं।

उत्तर मुंबई के कर्तव्यदक्ष, गंभीर एवं अध्येता व्यक्तित्व और दूरदृष्टि एवं प्रेरणादायी नेतृत्व देने वाले हमारे सांसद हैं श्री गोपालजी शेट्टी। सन् 1992 में जब गोपालजी शेट्टी मुंबई मनपा के पार्षद बने तब बोरिवली में राष्ट्रपुरूषों के स्मारक नहीं थे। उन्होंने इसी पर अपना ध्यान केंद्रित किया।

उस समय स्थिति यह थी कि युवा पीढ़ी को राष्ट्रपुरूषों के बारे में जानकारी देने वाला कोई प्रयास नहीं हो रहा था। इसके लिए गोपालजी ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के नाम से सन् 1992 में व्याख्यानमाला आयोजित की।

यहां से उनके राजनीतिक लोकाभिमुख कार्यों की उडान प्रारंभ हुई। 5 जुलाई 2003 को डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के नाम से चौराहे का नामकरण हुआ एवं जल यातायात स्थल का सुशोभीकरण किया गया। सन् 1992 से 2018 तक महापुरूषों के नाम से व्याख्यानमाला अविरत चालू है। आज तक श्यामाप्रसाद मुखर्जी व्याख्यानमाला में करीब 175 से 200 वक्ताओं के विभिन्न विषयों पर व्याख्यान हुए हैं। अब अन्य कार्यकर्ताओं ने इसका अनुसरण करते हुए शिवचरित्र व्याख्यानमाला प्रारंभ की है।

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं के योगदान को प्रतिबिम्बित करने हेतु झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के नाम से तालाब एवं बालोद्यान की निर्मिति की गई। तालाब के निकट बालोद्यान है, जहां हजारों बालक एवं अभिभावक तथा तमाम नागरिक आते हैं एवं जीवन का आनंद लेते हैं।

बोरिवली एवं दहिसर ये दोनों पश्चिमी उपनगर उद्यानों के नगर के नाम से जनमानस में लोकप्रिय हैं। कुछ असामाजिक तत्वों ने  झूठी एवं गलत जानकारी के आधार पर न्यायालय एवं जिलाधिकारी को गुमराह किया एवं इन उद्यानों की तोड़फोड़ की गई। परंतु, सांसद श्री गोपाल शेट्टी ने न्यायालय को सही जानकारी से अवगत कराया एवं अब पुन: नए सिरे से ये उद्यान बनाए जा रहे हैं। कार्यप्रवण सांसद श्री गोपालजी शेट्टी का मानना है कि जनसेवा ही ईश्वर सेवा है।

पश्चिमी उपनगर में खेल के मैदान, नागरिक खुली हवा में सांस ले सके इसके लिए जॉगिंग ट्रैक्स, व्यायाम के उपकरण आदि मा. गोपालजी ने उपलब्ध कराये हैं। इससे बोरिवली के नागरिकों का जीवन स्वस्थ एवं सुखमय हुआ है। आदरणीय शेट्टीजी ने संघर्ष कर 7 एकड़ जमीन पर पोईसर जिमखाना की स्थापना की, जिसका हजारों लोग लाभ ले रहे हैं।

भविष्य में युवा पीढ़ी राष्ट्रपुरूषों का आदर्श हमेशा ध्यान में रखे इसलिये जिमखाने का नाम नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के नाम कर उसका लोकापर्ण शेट्टी जी ने किया। प्रत्येक वर्ष 23 जनवरी को नेताजी सुभाषचन्द्र  बोस की जयंती बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।

श्री गोपालजी शेट्टी ने पु.ल.देशपांडे के नाम से उद्यान का निर्माण कराया। चंदावरकर मार्ग पर स्थित स्व. प्रमोद महाजन उद्यान के पुनर्निर्माण का कार्य सांसद महोदय द्वारा हाथ में लिया गया है एवं उम्मीद है कि उसे वे जल्द ही पूरा कराएंगे।

भारतीय संविधान के शिल्पकार विश्वरत्न महामानव डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के नाम से कांदिवली (पश्चिम) में महानगरपालिका का रूग्णालय है। यहां अंधेरी से डहाणू तक के रोगी उपचार हेतु आते हैं। इतना बड़ा रूग्णालय होने के बावजूद डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का यथोचित स्मारक नहीं है यह बात सांसद गोपाल जी शेट्टी के ध्यान में आई। तब श्री शेट्टी ने अस्पताल के अधिष्ठाता, अधिकारियों एवं अपने कार्यकर्ताओं के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने तुरंत ही अपना मानस प्रकट किया कि इस रूग्णालय में महामानव डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का स्मारक बनाना उचित होगा।

महानगरपालिका आयुक्त श्री अजोय मेहता के साथ बार- बार बैठकें कर, पत्राचार कर श्री गोपालजी शेट्टी ने सुझाव दिया कि  डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर रूग्णालय के परिसर में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का स्मारक बनाया जाए। मनपा प्रशासन का कहना था कि इस प्रस्ताव को राज्य शासन की स्वीकृती जरूरी है। पालिका की उदासीनता के चलते यह प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ रहा था। अंत में सांसद महोदय के अथक प्रयत्नों से यह प्रस्ताव जुलाई 2018 में विधि समिति के सामने रखा गया। कुछ छोटी-मोटी गलतियों के कारण प्रस्ताव पुन: पालिका प्रशासन को वापस भेजा गया। यह गलतियां श्री गोपालजी द्वारा पालिका प्रशासन के ध्यान में लाई गईं। अंत में 9 अक्टूबर 2018 को महानगरपालिका के अनुमोदन के पश्चात प्रस्ताव मंजूर किया गया।

आदरणीय कार्यप्रवण सांसद गोपालजी शेट्टी के वर्तमान में चल रहे कार्य इस प्रकार हैं-

1) टाटा स्टील कंपनी में स्थित शिवाजी महाराज की मूर्ति रास्ते के बीचोबीच लाने का काम।

2) डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर रूग्णालय में बाबासाहेब का स्मारक स्थापित करने का काम।

3) बोरिवली के पंजाबी गली में मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पीटल का भवन बनाने का काम।

इस तरह के अनेक विकास के काम कार्यसम्राट आदरणीय सांसद श्री गोपालजी शेट्टी कर रहे हैं एवं इस कारण जनमानस में उनकी छवि “आपला माणूस” अर्थात हमारी परवाह करने वाले व्यक्ति के रूप में हैं। 15 वर्ष पूर्व सांसद श्री गोपाल शेट्टी ने कहा था- ‘मैं सबका, सब मेरे।’ अपने कार्य से श्री शेट्टी इस वाक्य को साकार कर रहे हैं। यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नही है कि उत्तर मुंबई की आन-बान-शान आदरणीय कार्यसम्राट सांसद गोपाल शेट्टी का जन्म सच्चे अर्थों में जनसेवा हेतु ही हुआ है। उनके पास वक्तृत्व, कर्तृत्व एवं नेतृत्व ये तीनों गुण होने के कारण वे कार्यक्षम सांसद हैं।

समाजोपयोगी कार्य करते हुए सांसद महोदय ने जनमानस के हदय में अपना नाम अमिट शब्दों में लिख दिया है। उनके कार्यालय में नागरिकों की भीड़ हमेशा दिखाई देती है। वहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति जानता है कि शेट्टी साहब के यहां जाने पर अपना काम निश्चित हो जाएगा।

 

 

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