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क्या सच में हैं हम  स्वास्थ्य के प्रति सचेत?

क्या सच में हैं हम स्वास्थ्य के प्रति सचेत?

by निहारिका पोल
in जुलाई २०१९
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आज की पीढ़ी वजन कम कर छरहरा दिखने के पीछे पागल है। तरह-तरह के नुस्खे या डायट प्लान अपना रहे हैं। इसके इतने साइड इफेक्ट्स हैं कि समय के साथ हमारी सेहत जवाब दे जाती है। बेहतर है घर का सादा खाना खाएं, समय पर सोए या जगे, नियमित वर्जिश करें। इससे वजन कम हो या न हो परंतु आप स्वस्थ जरूर रहेंगे।

आज की तारीख में आप किसी भी शहर में चले जाएं, किसी भी उम्र के लोगों से मिलें, आपके कानों को एक ही बात सुनने को मिलती है, वजन कैसे कम किया जाए। कोई जिम जा रहा होता है, कोई खतरनाक डाएट कर रहा होता है, तो कोई और कुछ, लेकिन स्वास्थ्य के नाम पर हम जो सब कर रहे हैं क्या वह हमारे स्वास्थ्य के लिए सच में अच्छा है? आज के समय में यदि सबसे कठिन और सबसे आवश्यक काम अगर कोई है, तो वह है वजन कम करना। और उसके लिए हमें कोई कुछ भी नुस्खा बताए हम करके देखते हैं। फिर वह जिम जाना हो या एक वक्त भोजन करना। लेकिन कई बार हमारे द्वारा किए गए ये उपाय हमारे ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होते हैं।

आज भारत में और खास कर भारत के ‘मेट्रो’ शहरों में जीवनशैली कुछ ऐसी हो गई है कि स्वास्थ्य की तरफ ध्यान रखना मुश्किल हो गया है। बैठा काम, भागदौड़, मानसिक तनाव और कम शारीरिक मेहनत। लेकिन ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए हम जो भी उपाय करते हैं, कई बार वे हमारे ऊपर ही पलटवार करते हैं। कैसे.. देखिए..

जिम की ज्यादती, शरीर का नुकसान

आपको सुन कर आश्चर्य होगा, लेकिन यह सत्य है। आजकल फिट रहना, सुंदर दिखना, अच्छे कपड़े पहनना ट्रेंड में है, और यह ट्रेंड बनाए रखने के लिए लाख दुखों की एक दवा है जिम। जिम जाकर मेहनत करना अच्छी बात है, आपके शरीर को व्यायाम की आवश्यकता है, और यदि आप वह जिम में जाकर करते हैं, तो उसमें कुछ बुरा नहीं। लेकिन जब आप इस व्यायाम के साथ-साथ जिम द्वारा दिए गए या बताए गए प्रोटीन शेक लेते हैं, तो वे आपके शरीर को अवश्य नुकसान पहुंचाते हैं। हमारे शरीर के लिए आवश्यक प्रोटीन हमें हमारे भोजन के माध्यम से लेना चाहिए। कोई भी चीज जो कि नेचुरल अर्थात प्राकृतिक नहीं है, वह हमारे शरीर के लिए अच्छी नहीं होती। जब तक हम यह प्रोटीन शेक्स लेते हैं, तब तक शायद उनका दुष्परिणाम दिखाई नहीं देता, वह दिखाई तब देता है, जब हम उसे लेना छोड़ देते हैं। प्रश्न सुंदर दिखना या वजन कम करना नहीं है, महत्वपूर्ण है स्वस्थ रहना। और जितनी अप्राकृतिक चीजें हमारे शरीर में जाएंगी स्वस्थ रहना उतना ही मुश्किल होगा। जिम में ‘रिगरस वर्कआउट’ अर्थात जरूरत से ज्यादा वर्जिश करने से भी अनेकों को हड्डियों और मांस पेशियों को नुकसान पहुंचता है। कहने का तात्पर्य केवल इतना है, कि जो चीज अप्राकृतिक हो या जरूरत से अधिक हो वह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती है।

खतरनाक डाएट प्लान

इंटरनेट का उपयोग आज की तारीख में सबसे ज्यादा अपनी वस्तुएं और सेवाएं बेचने के लिए लोग करते हैं। आज इंटरनेट पर यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर बहुत अधिक मात्रा में ऐसे लोग हैं, जो डाएट प्लान्स के माध्यम से अर्थार्जन करना चाहते हैं। यह दिखने में इतना आकर्षक होता है, साथ ही हम उस वक्त स्वयं से, अपने वजन से इतने परेशान होते हैं, कि उसे सुधारने हेतु हम कुछ भी करने को तैयार होते हैं, और इस प्रकार के झांसे में आना किसी के लिए भी आसान हो जाता है, और हम गंवा बैठते हैं, हमारा ढेर सारा पैसा और कई हद तक अपनी सेहत। दिन में केवल एक बार खाना, अचानक खाने का कोई पदार्थ छोड़ देना या ऐसा ही कुछ। हमारी आज की बैठी बिठाई जिंदगी में खाने पर हमें ध्यान अवश्य देना चाहिए, लेकिन ऐसा करते वक्त हम किसी झांसे में तो नहीं आ रहे हैं इस बात का ध्यान रखना अत्यावश्यक है। कीटो डाएट, जीएम डाएट इस तरह के अनेक डाएट प्लान आपको इंटरनेट पर दिखेंगे लेकिन इनका नुकसान यह है कि जिस समय आप इसे छोड़ देंगे आपका वजन पुन: बढ़ जाएगा। खतरनाक डाएट प्लान के स्थान पर घर का खाना खाकर भी वजन कम किया जा सकता है।

बार-बार नुस्खे बदलना

हम एक नुस्खा अपनाते हैं, कई दिन उसे चलाते हैं, फिर हमें कुछ नया पता चलता है हम पुराना नुस्खा छोड़ नए पर आ जाते हैं, और यह सिलसिला चलता रहता है। लेकिन हर दिन आजमाए इन नए नुस्खों से शरीर पर अच्छे की बजाए उलटा बुरा परिणाम दिखाई देता है। ऐसे में एसिडिटी बढ़ना, नींद न आना या ज्यादा सुस्ती रहना ऐसे कई साइड इफेक्ट्स हममें दिखाई देते हैं। कहानी ऐसी है कि हम करना चाहते हैं, शरीर का भला और एक के ऊपर एक नुस्खे आजमा कर हम कर देते हैं शरीर का बुरा।

ऐसे में ज्यादा तामझाम में न पड़ कर यदि हम घर का सादा खाना खाएं, हमारी दिनचर्या जैसे सोने उठने और भोजन का समय नियमित रखें, जितना आवश्यक है उतना योगाभ्यास करें तो हम अवश्य स्वस्थ रह सकते हैं। रोज आधा घंटा पैदल चलने से भी हमारे कई स्वास्थ्य प्रश्न सुलझ सकते हैं।

तामझाम करने से केवल पैसा बर्बाद होता है और कुछ हद तक शरीर का नुकसान भी, ऐसे में यदि सच में हेल्थ कॉन्शियस रहना है, तो वर्जिश को अपनी जीवनशैली में शामिल करें। सादा और घर का खाना खाएं, किसी तामझाम से ज्यादा प्राकृतिक चीजों पर विश्वास करें, वजन कम हो या ना हो, आप फिट और खुश अवश्य रहेंगे।

 

 

निहारिका पोल

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