डॉ. शंकर राव तत्ववादी, जिन्हें शंकर जी के नाम से भी जाना जाता है, का निधन विगत 12 मार्च 2025 को 92 वर्ष की आयु में हो गया। ज्ञातव्य हो कि इन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और इसके वैश्विक प्रसार को समर्पित कर दिया। डॉ. शंकर राव तत्ववादी एक वरिष्ठ प्रचारक, विद्वान और विश्व विभाग के पूर्व संयोजक थे। इनका जन्म 20 मार्च 1933 को नागपुर में हुआ था।
इन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा नागपुर में पूरी की और फिर बाद में इन्होंने नागपुर विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान में एम.एस.सी. की डिग्री प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में डॉक्टरेट की पढ़ाई की। अपनी शैक्षणिक उत्कृष्टता को आगे बढ़ाते हुए, उन्होंने 1960 के दशक के मध्य में संयुक्त राज्य अमेरिका में ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय और कैनसस विश्वविद्यालय में पोस्ट-डॉक्टरल शोध किया। इसके बाद बीएचयू से फार्मेसी विभाग में प्रोफेसर नियुक्त हुए। उन्होंने 1992 में संघ के काम के लिए खुद को पूरी तरह समर्पित करने के लिए समय से पहले सेवानिवृत्ति ले ली। अपने शैक्षणिक जीवन के दौरान भी, वे आरएसएस की गतिविधियों से गहराई से जुड़े रहे, नागपुर में शाखा स्तर और बनारस में प्रांत स्तर पर जिम्मेदारियां सम्भाली। उन्होंने संघ शिक्षा वर्ग में शिक्षक के रूप में भी काम किया। डॉ. तत्ववादी एक मिलनसार व प्रतिभावान व्यक्ति थे। हिंदी विवेक की ओर से उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि।