भव्य हिंदी कवि सम्मेलन का निमंत्रण

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भव्य हिंदी कवि सम्मेलन का निमंत्रण। दि. 14 अक्टूबर २०२३ शाम 6.00 बजे, विद्यानिधी शिक्षा संकुल एवं हिंदी विवेक द्वारा आयोजित हिंदी कवि सम्मेलन। स्थान : वालेचा हॉल, विद्यानिधी भवन २, विद्यानिधी रोड ,जुहू स्कीम , विलेपार्ले (पश्चिम ), मुंबई

जी-20 का भारतीय स्वरूप

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भारत के रूप में पहली बार कोई दक्षिण एशियाई देश जी-20 राष्ट्रसमूहों की अध्यक्षता कर रहा है। भारत ने इसकी वसुधैव कुटुम्बकम् वाली थीम से सम्पूर्ण विश्व को परिवार मानने की भारतीय परम्परा को आगे बढ़ाया है। वैश्विक द़ृष्टि से भारत के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।

2019 से शुरू हुए नाटक का पटाक्षेप

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जनादेश को अनदेखा कर जनभावनाओं का अनादर करने के कारण उध्दव ठाकरे के बाद अब शरद पवार को भी इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी है और महाराष्ट्र में इन दोनों क्षेत्रीय पार्टीयों का पतन यही दर्शाता हैं कि यदि अब भी इससे सीख लेकर परिवारवादी पार्टियों ने लोकतंत्र का सम्मान नहीं किया तो उनका भी पतन होना निश्चित है।

वैगनर ग्रुप विद्रोह,चेतावनी व चुनौती

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हाल ही में रूस में वैगनर ग्रुप के विद्रोह उपरांत दुनिया भर में प्राइवेट आर्मी के खतरों को लेकर चर्चा तेज हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि प्राइवेट आर्मी के चलन को नियंत्रित नहीं किया गया तो किसी भी देश के विरूध्द इसका दुरूपयोग किया जा सकता है जिससे आगे जाकर देश-दुनिया में अराजकता एवं गृहयुध्द जैसी स्थिति उत्त्पन्न होगी।

फ्रांस के दंगों का यथार्थ

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फ्रांस की सेक्युलर एवं उदार नीति ने देश का बेड़ा गर्क करवा दिया। फ्रांस में गैर कानूनी रूप से आव्रजकों की आज भी घुसपैठ हो रही है जो मुख्यतः पश्चिमी अफ्रीकी देशों से स्पेन और इटली के रास्ते फ्रांस पहुंचते हैं। घुसपैठिए और शरणार्थी, फ्रांसीसी समाज-राष्ट्र के लिए एक बड़ा संकट व चुनौती बन चुके हैं। जिसका दुष्परिणाम हम आए दिन फ्रांस में भीषण दंगों के रूप में देख रहे हैं।

भारत-अमेरिका सम्बंध और साझी चुनौतियां

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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा उपलब्धियों से भरी रही है। भारत-अमेरिका के बीच हुए समझौते देश को तकनीक, उद्योग, आर्थिक, सामरिक, रक्षा, आदि क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिध्द होंगे। भारत-अमेरिका सम्बंध, चीन की विस्तारवादी नीति को नियंत्रित करने के साथ ही विश्व के शक्ति संतुलन में अहम भूमिका निभाएगा।

रामचंद्र जोरापुरकर को ‘संचालक समाज सेवा पुरस्कार’

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मेक इन इंडिया उपक्रम को सफल बनाने के लिए उल्लेखनीय सहयोग देने वाले उद्यमी त्रिकाया कॉटिंग्ज प्रा. लि. के संचालक एवं पोयसर जिमखाना के पूर्व ट्रस्टी रामचंद्र जोरापुरकर को आज ‘संचालक समाज सेवा पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया. भोसला मिलिटरी कैम्प के डॉ. मुंजे इंस्टीट्यूट के सभागार में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक विजय राव कदम की विशेष उपस्थिति में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.

संघ के समर्पित प्रचारक मदनदास देवी जी का परलोकगमन

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मा. मदनदासजी मूलत: महाराष्ट्र के करमाळा गांव, जिला सोलापूर के थे। शालेय शिक्षा के बाद उच्च शिक्षा हेतु आप पुणे के प्रसिद्ध BMCC कॉलेज में 1959 में प्रवेश लिया। M.Com के बाद ILS Law कॉलेज से गोल्ड मेडल के साथ LLB किया। बाद में CA किया। पुणे में पढ़ाई के दौरान वरिष्ठ बंधू श्री खुशालदास देवी की प्रेरणा से संघ से संपर्क आया। 1964 से मुंबई में आप ने अभाविप कार्य प्रारंभ किया। 1966 में अभाविप मुंबई के मंत्री हुए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कर्णावती राष्ट्रीय अधिवेशन ( सन् 1968 ई.) में माननीय मदनदास जी की पूर्णकालिक कार्यकर्ता व पश्चिमांचल क्षेत्रीय संगठन मंत्री के दायित्व की घोषणा हुई। तथा 1970 के तिरुअनंथपुरम अधिवेशन में राष्ट्रीय संगठन मंत्री का गुरूतर दायित्व आपने संभाला।

सिख समाज का उद्योग विकास में योगदान

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शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो जिसमें पंजाबियों ने प्रथम स्तर का योगदान न दिया हो। उद्योग क्षेत्र में भी देश एवं विश्व के कोने-कोने में इस समाज ने अपनी एक अलग और सम्मानजनक पहचान बनाई है।

अंतरराष्ट्रीय साजिश और खालिस्तानी अलगाववाद

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खालिस्तान के मामले को पाकिस्तान हमेशा से उकसावा देता रहा है। शुरुआती दौर में अमेरिकी सरकार ने भी उन्हें प्रश्रय दिया। वर्तमान में खालिस्तान की अवैध गतिविधियों के लिए कनाडा प्रमुख अड्डा बना हुआ है।

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