धरा का लाल भूपेन हाजरिका
स्वेदनशील गीतकार, कर्णप्रिय संगीतकार, दबंग पत्रकार, महान लेखक, अद्भुत राजनीतिक, फिल्मकार भूपेन हाजरिका अपनी हर भूमिका में एकदम फिट बैठते थे। जो भी करते थे दिल से..., अपने लिए..., अपनों के लिए...। और अचानक ५ नवम्बर २०११ को ब्रह्मपुत्र का यह बेटा ब्रह्मपुत्र में समा गया।