भारतीय संविधान के 70 वर्ष
संविधान की प्रस्तावना में तीन और शब्दों को, ‘समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता’ और ‘देश की एकता तथा अखंडता’ को शामिल करने के लिए ४२ वां संशोधन किया गया था। १८ दिसंबर १९७६ को आपातकाल के दौरान ‘बंदी’ संसद द्वारा प्रस्तावना में किया गया यह पहला संशोधन था। प्रस्तावना के साथ-साथ५६ अनुच्छेदों में भी संशोधन किया गया था। यह संविधान की मूल संरचना का उल्लंघन था। तद्नंतर हुए संसद चुनाव में मतदाताओं की प्रतिक्रिया दिखाई दी, जब श्रीमती इंदिरा गांधी और कांग्रेस पार्टी की पराजय हुई।