1990 वायु सेना हमला: यासिन मलिक सहित 6 लोगों पर तय हुए आरोप

25 जनवरी 1990 में जम्मू कश्मीर में एयरफोर्स के जवानों पर हुए हमले में आज उनके परिवार वालों को इंसाफ मिल गया। करीब 30 सालों से शहीद जवानों के परिजन कोर्ट का चक्कर लगा रहे थे। लेकिन कहते है ना कि भगवान के घर देर है लेकिन अंधेर नहीं है। सोमवार को टाडा कोर्ट ने सुनवाई करते हुए इस मामले में यासिन मलिक सहित 6 लोगों पर आरोप तय कर दिया और इस बात को साबित किया कि अधिकारियों की हत्या में यासिन मलिक सहित 6 लोग शामिल है।

एयर फोर्स अधिकारियों की हत्या के मामले में यासिन मलिक, अली मुहम्मद मीर, मंजूर अहमद सोफी, जावेद अहमद मीर, नाना जी उर्फ सलीम, जावेद अहमद और शौकत अहमद पर आरोप तय किये गये है।

जम्मू कश्मीर में 25 जनवरी 1990 को वायु सेना के जवानों पर उस वक्त हमला किया गया था जब वह बस के इंतजार में खड़े थे इसी दौरान उन पर हमला बोल दिया गया, आतंकियों का एक समूह जो पहले से ही घात लगाकर बैठा था उसने अचानक से सेना के जवानों पर गोलियां चलानी शुरु कर दी जिसमें 4 जवान वीरगति को प्राप्त हुए  और ज्यादातर जवान घायल हो गये।

घटना के बाद तत्कालीन सरकार ने इस घटना को सीबीआई को सौंप दिया, सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि इस घटना के पीछे जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चीफ यासिन मलिक और उसके साथियों का हाथ है। जिसके बाद कोर्ट में कई बार सुनवाई हुई जहां से कई बार यासिन मलिक के साथियों को गिरफ्तार किया गया लेकिन सबूत के अभाव में उन्हे कोर्ट से जमानत मिल गयी। लेकिन सोमवार को कोर्ट ने आखिरकार अपना फैसला सुना ही दिया और इस केस में यासिन मलिक सहित 6 लोगों को आरोपी घोषित कर दिया।

आप को बता दें कि अलगाववादी नेता यासिन मलिक फिलहाल में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है उस पर टेरर फंडिग का आरोप लगा है।

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