स्वास्थ्य मंत्रालय: 20 फीसदी संक्रमित लोगों की हालत गंभीर, 5 हजार कोच आईसोलेशन वार्ड में तब्दील

देश में कोरोना का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से रविवार को जानकारी देते हुए बताया गया कि रविवार तक देश में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 8356 पहुंच चुकी है जबकि अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों की बात करें तो इस दौरान करीब 1000 नए मामले सामने आए हैं। संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 29 मार्च तक सिर्फ 979 के करीब लोग संक्रमित थे जबकि 12 अप्रैल को यह आकड़ा 8 हजार को पार कर गया। मात्र दो सप्ताह में इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित होना सरकार के लिए चिंता का विषय है

सरकार की तरफ मीडिया को संबोधित करते हुए संयुक्त सचिव ने बताया कि कुल संक्रमित लोगों में से मात्र 20% ही लोग ऐसे हैं जिनकी हालत गंभीर है और उन्हें आईसीयू में रखे जाने की जरूरत है जबकि बाकी 80% लोगों में सामान्य लक्षण है जो चिंता का विषय नही है।

संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने सरकारी तैयारियों की जानकारी देते हुए बताया कि 9 अप्रैल के आंकड़ों के अनुसार हमें करीब  1100 बिस्तरों की आवश्यकता थी जबकि हमारे पास 85,000 बिस्तर तैयार थे। वही 12 अप्रैल के आंकड़ों की बात करें तो हमें करीब 1671 बिस्तरों की आवश्यकता है जबकि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार किए गए अस्पतालों में एक लाख से अधिक बिस्तर तैयार है। संयुक्त सचिव ने बताया कि सरकार कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। वही बिगड़ते हालात को देखते हुए सरकार ने कोरोना वायरस के परीक्षण में भी तेजी लाने का फैसला किया है ताकि संक्रमित लोगों को जल्द से जल्द घरों से बाहर निकाला जाए। इसके साथ ही कोरोना के लड़ने के लिए दवाइयों पर भी काम किया जा रहा है। हालांकि अभी तक इस पर कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।

कोरोना वायरस के दौरान संजीवनी बूटी बनी भारतीय दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन अमेरिका सहित कुल 13 देशों को देने के लिए सरकार ने मंजूरी दे दी है। हालांकि इस दौरान देशवासियों का भी ख्याल रखा गया है ताकि देशवासियों के लिए इस दवा की कमी ना हो। सरकार ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के उत्पाद को देखते हुए बाकी अन्य देशों की मदद के लिए भी हाथ बढ़ाया है और कुल 13 देशों को सप्लाई जारी करने के लिए मंजूरी दे दी है।
वहीं संयुक्त सचिव ने ट्रेनों को आइसोलेशन वार्ड में बदलने को लेकर भी जानकारी दी। संयुक्त सचिव ने बताया कि करीब 20 हजार ट्रेनों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया जाएगा जबकि पहले चरण के अंतर्गत करीब 5 हजार कोचों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया जा चुका है बाकी जरूरत के अनुसार सरकार की तरफ से कार्य जारी है।

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