हेडलाइन
- लॉक डाउन बढ़ने से IPL पर अनिश्चितता के बादल
- राजीव शुक्ला ने आईपीएल पर दिया बयान
- जब जिंदगी ही ठहर गयी तो खेलों का क्या भविष्य
- 29 मार्च से शुरु होना था आईपीएल का खेल
क्रिकेट का अगर नाम ले तो आईपीएल का जिक्र जरुर होता है क्योंकि क्रिकेट की दुनिया में सबसे अंत में शुरु हुआ आईपीएल सबसे ज्यादा चर्चा में आ चुका है। यह खेल कम समय में खत्म होता है इसलिए इसे लोग और भी पसंद करते है लेकिन अब कोरोना का खतरा आईपीएल पर भी मंडराने लगा है। भारत सहित पूरा विश्व कोरोना वायरस से परेशान है। इससे आम जनता के साथ-साथ अर्थव्यवस्था और खेल जगत सब कुछ इससे प्रभावित हो रहा है। बाकी खेलो के साथ साथ अब आईपीएल भी इससे पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है।
इस साल 29 मार्च आईपीएल का शुरू होने वाला था लेकिन कोरोना वायरस के शुरुआती दौर की वजह से इसे 15 अप्रैल के लिए तक टाल दिया गया था और यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि 15 अप्रैल के बाद आईपीएल शुरू होगा लेकिन सरकार की तरफ से जारी किया गया 21 दिनों का लॉक डाउन 14 अप्रैल तक चला। लेकिन लगातार बढ़ते संक्रमण के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने फिर से लॉक डाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है जिसके बाद आईपीएल पर फिर से संकट के बादल मराने लगे है और उसका निरस्त होना तय हो गया है।
आईपीएल के पूर्व चेयरमैन राजीव शुक्ला ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आईपीएल को निरस्त करने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा है, उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इस पर विचार कर रहा है लेकिन फिर भी 3 मई तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया जा सकता। राजीव शुक्ला की माने तो पहले से निर्धारित बाकी खेल का समय भी निश्चित है इसलिए कोरोना के संक्रमण के खत्म होने के बाद भी आईपीएल के होने की कोई उम्मीद नहीं है क्योंकि अगर ऐसा होता है तो इससे बाकी खेल प्रभावित होंगे।
इससे पहले बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी यह कहा है कि फिलहाल आईपीएल या किसी भी खेल के ऊपर कोई निश्चित निर्णय नहीं लिया जा सकता क्योंकि जब जिंदगी ही ठहर सी गई हो तो खेल का ऐसे में क्या भविष्य है।
Cricket rasikoki nirasha hone wali hai.par filhal kuchh nahi kar sakte.