- सोनिया गांधी ने मजदूरो को लेकर सरकार पर बोला हमला
- मजदूरों से टिकट के पैसे लेने को बताया गलत
- कांग्रेस पार्टी उठायेगी मजदूरों के टिकट का खर्च
- कांग्रेस ने मजदूरों को बताया देश के रीढ़ की हड्डी
कोरोना वायरस ने पूरे देश के हालात को बिगाड़ कर रख दिया है हर कोई घर जाने के लिए बेताब है क्योंकि पता नहीं लोगों को कर्मभूमि पर सकून नहीं मिल रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि देश के हालात 1947 की याद दिला रहे है जब लोग अपने घरों तक किसी भी हालत में पहुचना चाहते थे और ऐसा ही कुछ वर्तमान समय में भी देखने को मिल रहा है। वहीं करीब एक महीने बाद लॉक डाउन में थोड़ी नरमी बरती गयी और सरकार ने मजदूरों को उनके घर तक भेजने का फैसला किया लेकिन इस दौरान चिंता जनक और हैरान करने वाला रेलवे का फैसला रहा जहां मजदूरों से टिकट के दाम वसूले गये। सरकार के इस फैसले का विरोध हो रहा है सभी का मानना है कि ऐसे समय में जब मजदूरों के पास खाने के लिए पैसे नही है ऐसे में उनसे ट्रेन का किराया वसूलना बिल्कुल भी इंसाफी नही है।
विपक्षी दल कांग्रेस ने भी रेलवे द्वारा लिए गये किराये को लेकर सरकार पर हमला बोला और कहा कि जब विदेशों से लाखो रुपये खर्च कर के लोगों को बुला सकती है तो फिर मजदूरो से किराया क्यों वसूला जा रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी देश के मजदूरों के टिकट का खर्च उठायेंगी। कांग्रेस की तरफ से एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गयी और ट्वीट में कांग्रेस की तरफ से मजदूरों के लिए लिखे गये एक लेटर के साथ लिखा गया “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर ईकाई हर जरुरतमद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी व इस बारे में जरुरी कदम उठायेगी”
कांग्रेस अध्यक्षा, श्रीमती सोनिया गांधी का बयान
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी व इस बारे जरूरी कदम उठाएगी। pic.twitter.com/DWo3VZtns0
— Congress (@INCIndia) May 4, 2020
कांग्रेस की तरफ से सरकार के कामकाज पर सवाल उठाया गया और कहा गया कि लॉक डाउन की वजह से देश के हालत बेहद ही चिंताजनक हो गये है लोगों को देश के बंटवारे का खयाल आ रहा है। बंटवारे के समय भी लोग सैकड़ो किमी पैदल चलने के लिए मजबूर हो गये थे किसी के पास ना पैसा, खाना, दवा कुछ भी नहीं था लेकिन फिर भी लोग अपने परिवार से मिलने के लिए कोई भी कष्ट उठाने को तैयार थे। कोरोना के कारण देश में पैदा हुए हालात भी कुछ ऐसे ही नजर आ रहे है जहां निचलावर्ग काफी परेशान है वह ना तो कमा पा रहा है और ना ही अपने घर जा पा रहा है।
कांग्रेस की तरफ से मजदूरों से टिकट के पैसे लेने को लेकर लगातार विरोध किया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से कहा गया कि सरकार विदेशों से लोगों को निशुल्क हवाई जहाज से ला सकती है जिसमें लाखों का खर्च होता है। गुजरात के एक कार्यक्रम में सरकारी खजाने से सैकड़ो करोड़ रुपये उड़ाये जाते है। रेलमंत्रालय की तरफ से पीएम फंड में करोड़ो का दान दिया जाता है लेकिन मजदूरों पर खर्ज करने के लिए सरकार के पास पैसे नही है।
जब मजदूर किराया देगा तो अनावश्यक लोग यात्रा नहीं करेंगे