- पश्चिम बंगाल व उड़ीसा का मोदी ने किया हवाई सर्वेक्षण
- केंद्र की तरफ से पश्चिम बंगाल को 1000 करोड़ की मदद
- चक्रवात से हुई मौत पर मोदी ने जताया दुख
- सूचना के बाद भी नहीं बचा सके लोगो की जान-मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल और उड़ीसा का दौरान किया। चक्रवात अम्फान की वजह से दोनों ही राज्यों में भारी तबाही देखने को मिली है खासकर बंगाल को चक्रवात की वजह से ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं चक्रवात के दूसरे दिन मोदी ने पश्चिम बंगाल और उड़ीसा का दौरा किया। शुक्रवार सुबह पीएम मोदी कोलकाता पहुंचे जहां राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी ने उनका स्वागत किया। इस दौरान हवाई जहाज से पीएम में उन इलाकों का दौरा किया जहां चक्रवात की वजह से भारी नुकसान हुआ है। हवाई सर्वेक्षण के दौरान पीएम के साथ ममता बनर्जी भी मौजूद थी। पीएम ने चक्रवात द्वारा हुई तबाही का जायजा लिया और यह कहा कि चक्रवात ने बड़े स्तर पर तबाही मचायी है। मोदी ने कहा कि चक्रवात को लेकर केंद्र और राज्य की तरफ से पूरी तैयारी की गयी थी लेकिन फिर भी हम सभी का जीवन बचाने में नाकाम रहे। पीड़ित परिवार के लिए केंद्र और राज्य सरकार हमेशा तैयार रहेगी। सर्वेक्षण के दौरान ज्यादा जगहों पर पानी ही पानी नजर आया और बड़ी मात्रा में पेड़ भी टूटे नजर आये।
पश्चिम बंगाल को मिली 1000 करोड़ की मदद

पीएम मोदी के हवाई सर्वेक्षण के बाद तुरंत पश्चिम बंगाल के लिए राहत पैकेज का भी ऐलान कर दिया गया। पीएम ने चक्रवात की वजह से प्रभावित बंगाल सरकार को 1000 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया। प्रधानमंत्री की तरफ से कहा गया कि चक्रवात की वजह से राज्य में भारी तबाही देखने को मिली है जिससे केंद्र हर कदम पर पंश्चिम बंगाल सरकार की मदद करने के लिए तैयार है। वहीं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चक्रवात से करीब 1 लाख करोड़ के नुकसान की उम्मीद जतायी है हालांकि उनके पास अभी तक इसका कोई आधिकारिक ब्यौरा नहीं मौजूद है। सूत्रों की मानें तो ममता सरकार केंद्र के इस राहत ऐलान से खुश नहीं है। चक्रवात की वजह से पश्चिम बंगाल में करीब 72 लोगों की मौत हुई है जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए है।
केंद्र सरकार से मृतक व घायल परिवारों को मदद
पीएम ने हवाई सर्वेक्षण के बाद कहा कि चक्रवता की वजह से राज्य को काफी नुकसान हुआ है। राज्य सरकार को सब कुछ सामान्य करने में कठिनाईयों से गुजरना होगा इसलिए केंद्र की तरह से तुरंत में पंश्चिम बंगाल सरकार को 1000 करोड़ रुपये की मदद की जा रही है जिससे उन्हे राज्य के दुरुस्तीकरण में आर्थिक परेशानियों से ना गुजरना पड़े। पीएम ने कहा कि चक्रवात की वजह से जिनकी भी मृत्यु हुई है उनके परिवार वालों को पीएम राहत कोष से 2-2 लाख रुपये दिये जायेंगे जबकि घायलों को 50-50 हजार रुपये की मदद दी जायेगी।
चक्रवात ने ली 80 लोगों की जान
चक्रवात अम्फान की आने की सूचना पहले से ही मौसम विभाग ने सरकार को दे दी थी जिसके बाद केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से इससे निपटने की पूरी तैयार की गयी थी। सरकार ने निचले इलाकों से करीब लाखों की संख्या में लोगों को बाहर निकाल लिया था और मदद के लिए NDRF और सेना को भी तैनात किया गया था। शुरुआती दौर में चक्रवात काभी भयानक था लेकिन भारत के तटीय राज्यों तक पहुंचते पहुंचते उसकी गति कम हो गयी थी। तमाम तैयारियों के बाद भी पंश्चिम बंगाल में करीब 80 लोगों की मौत हो गयी जबकि करोड़ो का नुकसान हुआ।