हिंदी विवेक
  • Login
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
हिंदी विवेक
No Result
View All Result
आय टी क्षेत्र के विकास में जेटकिंग प्रधानमंत्री के साथ – सुरेश भारवानी

आय टी क्षेत्र के विकास में जेटकिंग प्रधानमंत्री के साथ – सुरेश भारवानी

by सुनंदा कदम
in अक्टूबर २०१५, साक्षात्कार
0

जेटकिंग इन्फोट्रेन लिमिटेड के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर सुरेश भारवानी से उनके व्यापार सफर के संदर्भ में हुई बातचीत के कुछ मुख्य अंश-

आप अपनी कंपनी के व्यापारिक सफर के बारे में जानकारी दें।
आज़ादी के बाद मेरे पिता और चाचाओं ने पाकिस्तान से आकर जेटकिंग की शुरुआत की। वर्ष 1950 और 60 के दशक में, बाजार में जेटकिंग के रेडियो वाल्वकिट और अनोखे डू इट योरसेल्फ रेडियो किट आए, जो प्ाूरे देश में बेहद सफल हुए। 70 के दशक में बाजार में कई तरह के ट्रांजिस्टर आने शुरू हुए जिनमें एशिया 72, फेयरचाइल्ड और काइल्डकैट मॉडल्स भी शामिल थे। 80 के दशक में हमने टेलीकिजन मैन्य्ाुफैक्चरिंग में कदम रखा। वर्ष 1986 में जेटकिंग शेयर बाजार में उतरा और लोगों को इसके शेयर जारी किए गए।

कंप्य्ाूटर ट्रेनिंग क्षेत्र में पदार्पण कैसे हुआ?
1990 तक, अमेरिका में कंप्य्ाूटर क्रांति आ चुकी थी और मुझे यकीन था कि यह भारत में कभी भी पहुंच सकती है। हमने कंप्य्ाूटर्स को एक बड़े अवसर के रूप में पहचाना, लेकिन प्ाूंजी की कमी के कारण हमारे लिए इसका उत्पादन करना संभवनहीं था। इसलिए, हमने कंप्य्ाूटर ट्रेनिंग के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया और मुंबई के शिवड़ी इलाके में पहला सेंटर शुरू किया। मजेदार बात यह है कि काफी कोशिश करने और लोगों को समझाने के बाद भी इसके पहले बैच में सिर्फ 10 छात्रों ने ही प्रवेश लिया। लेकिन अगले साल तक यह संख्या 200 तक पहुंच गई और आज 6.5 लाख से अधिक छात्र हम से ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके हैं।

जेटकिंग का नाम आज कंप्य्ाूटर हार्डवेयर और नेटवर्किंग ट्रेनिंग का विकल्प बन गया है। यह कैसे संभव हुआ?
जैसे ही इंटरनेट का विस्तार होने लगा, बीएसएनएल जैसी टेलिकॉम कंपनियां डायल-अप कनेक्शन प्रदान करने लगी थीं, फिर लैन और वैन का चलन ऑफिसों में बढ़ता गया। इसके लिए प्रशिक्षित कर्मियों की मांग काफी अधिक थी। हमें यहां एक विशाल संभावना देखने को मिली। और सच में, छात्रों के बीच हार्डवेयर ट्रेनिंग काफी अधिक लोकप्रिय होने लगी, क्योंकि उन्हें आसानी से नौकरियां मिलने लगी थीं। हमने आईटी सेक्टर में बदलती तकनीक के साथ खुद को भी विकसित किया। वर्ष 1990 में, जेटकिंग को माइक्रोसॉफ्ट से मान्यता मिली और हमारी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट सर्टिफाइड सोल्य्ाूशन प्रोवाइडर और सर्टिफाइड टेक्निकल एजूकेशन सेंटर बन गई। 2003 में हमने ग्रेजुएट छात्रों के लिए मास्टर्स इन नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स शुरू करते हुए अपने कार्य का विस्तार किया और साथ ही अपने प्रोग्राम्स की प्रोफाइल और इनके आकर्षण को भी बढ़ाया।

हमें अपने कोर्सेस के बारे में बताइए।
हां, आपने सही कहा। हमारे कोर्स, करियर कोर्स और शॉर्ट टर्म कोर्स के रूप में डिजाइन किए जाते हैं। बारहवीं पास छात्र एक वर्ष की अवधि वाले कोर्स (जेटकिंग सर्टिफाइड हार्डवेयर एंड नेटवर्किंग इंजीनियर) में दाखिला ले सकता है। इसके साथ ही दूसरे शॉर्ट टर्म कोर्स भी कर सकते हैं, हमारे पास ऐसे कई कोर्स हैं। ग्रेजुएट्स, टेक्निकल और नॉन टेक्निकल छात्रों के लिए भी कोर्स (मास्टर्स इन नेटकर्क एडमिनिस्ट्रेशन) उपलब्ध है। हालांकि, हमारे कोर्स को बेहद खास बनाने का श्रेय हमारी विशेष ट्रेनिंग प्रक्रिया को जाता है। हमारी खास ट्रेनिंग प्रक्रिया का नाम है स्मार्टलैब प्लस जिसमें इंग्लिश स्पीकिंग, व्यक्तित्व विकास और योगा को भी शामिल किया गया है। इन सबकी मदद से छात्रों को उद्योगों के लिए प्ाूरी तरह से तैयार प्रोफेशनल का रूप दिया जाता है और इसके लिए हम शिक्षा के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण अपनाते हैं। हमारी टीम हर साल छात्रों को अच्छी ट्रेनिंग और नौकरी दिलाने में मदद करते हुए उन्हें एक बेहतर जीवन देने के लिए समर्पित है।

हाल ही में प्रधानमंत्री द्वारा डिजिटल इंडिया कार्यक्रम की घोषणा की गई है। इस घोषणा के बारे में आपकी क्या राय है?
बेशक, हम इसका स्वागत करते हैं, यह एक बड़ी परिकल्पना है। जेटकिंग में हम प्ाूरी तरह प्रधान मंत्री के डिजिटल इंडिया, स्मार्ट सिटी, और स्किल इंडिया उपाय के लिए भारतीय य्ाुवाओं को ट्रेनिंग देने के सपने का समर्थन करते हैं। इन सभी योजनाओं के लिए एक बड़े टैलेंट प्ाूल की जरूरत होगी। नासकॉम के मुताबिक हर साल आईटी और आईटीइएस में 3 लाख प्रोफेशनल्स की जरूरत है। और डिजिटल इंडिया द्वारा इ-स्टोरेज, इनफ्रास्टक्चर, मास आईटी सर्विसेज की परिकल्पना के साथ यह आंकड़ा पांच गुना होने वाला है। हम अगले कुछ सालों में 20 लाख नौकरियों का अनुमान लगा रहे हैं। यह हम सभी के लिए विशाल चुनौती है और इसे देखते हुए हम अपने नेटकर्क का आगे विस्तार करेंगे जिससे अधिक से अधिक छात्रों को ट्रेनिंग मिल सके क्योंकि तभी देश की बढ़ती जरूरतों को प्ाूरा किया जा सकेगा।

जेटकिंग की भविष्य की क्या योजनाएं हैं?
हम हाइब्रिड कोर्सेज के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हमारे पास य्ाुवा और उत्साही टीम है जो हमारे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जेटकिंग ऑनलाइन स्कूल ऑफ ट्रेनिंग का निर्माण करते हुए इस परिवर्तन को साकार करने की जिम्मेदारी निभा रही है। हमारी ट्रेनिंग और श्रेष्ठ प्रक्रियाएं अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुकूल है। हम अपने ट्रेनिंग को शिक्षा सामग्री, प्लेटफॉर्म और विशेषताओं के सही मिश्रण के साथ विकसित करते रहेंगे ताकि बदलते समय के साथ प्रासंगिक बने रहें।
———-

 

सुनंदा कदम

Next Post
अष्टलक्ष्मी पूर्वोत्तर दीपावली विशेषांक – नवम्बर २०१५

अष्टलक्ष्मी पूर्वोत्तर दीपावली विशेषांक - नवम्बर २०१५

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी विवेक पंजीयन : यहां आप हिंदी विवेक पत्रिका का पंजीयन शुल्क ऑनलाइन अदा कर सकते हैं..

Facebook Youtube Instagram

समाचार

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लोकसभा चुनाव

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लाइफ स्टाइल

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

ज्योतिष

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

Copyright 2024, hindivivek.com

Facebook X-twitter Instagram Youtube Whatsapp
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वाक
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
  • Disclaimer
  • Shipping Policy
  • Refund and Cancellation Policy

copyright @ hindivivek.org by Hindustan Prakashan Sanstha

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण

© 2024, Vivek Samuh - All Rights Reserved

0