पेरिस फैशन बाजार को खजाने की गुफा कह सकते हैं, जो पर्यटकों और फैशन प्रेमियों दोनों को समान रूप से आकर्षित करता है। पेरिस शहर से फैशन के नए-नए स्वरूपों की शुरूआत हुई, जो बाद में सारी दुनिया में छा गई।
शन शब्द सिर्फ सबसे प्रसिद्ध कपड़ों को ही परिभाषित ना करते हुए हकीकत में सामाजिक घटनाओं को भी दर्शाता है। फैशन के नाम पर हम जो करते हैं, उससे हमारे व्यक्तित्व में भी निखार आता है। हम हमारे फैशन के सेंस से समाज में लोगों की वाहवाही के साथ-साथ कभी-कभी लोगों की आलोचना का भी शिकार हो जाते हैं, लेकिन बावजूद इसके हम समय-समय पर नए-नए फैशन को अपनाते रहते हैं। फिल्मी सितारों समेत बड़ी-बड़ी हस्तियों द्वारा समय-समय पर अलग-अलग, विभिन्न स्वरूप के फैशन को अपनाए जाने के कारण भी लोग तेजी से प्रभावित हो रहे हैं। वैसे तो फैशन का महत्व देश हो या विदेश हर जगह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
आज के जमाने में लोग नए-नए फैशन को अपनाने के लिए तैयार हैं, जिसके लिए लोग अच्छी खासी राशि भी खर्च करने के लिए तत्पर रहते हैं। इस कारण बढ़ती फैशन के साथ उसके के व्यवसाय में भी दिन-ब-दिन बढ़ोतरी हो रही है। फैशन के मामले में पेरिस एक ट्रेंड बन गया है। अन्य देशों ने भी पेरिस से प्रेरणा लेते हुए फैशन के क्षेत्र में कदम रखा। पेरिस के साथ-साथ लंदन, न्यूयार्क, मिलान भी फैशन की राजधानियों में शुमार है। 1670 के दशक में सन किंग ने फैशन के इस व्यापार को दुनिया भर में फैलाया। जिसके कारण फ्रांस के लग्जरी सामान को दुनिया भर में शाही वस्तु के तौर पर पहचान मिली। किसी जमाने में वहां बालों के झबरे विग का प्रचलन था और लोग दरबार में वैसा विग पहनकर जाना पसंद करते थे। हेयर विग के बाद महिलाओं के लिए छोटी-बड़ी स्कर्ट का चलन आया।
1800 के शतक में नई-नई फैशन के साथ लोगों में कपड़ों, साज- सज्जा की वस्तुओं के प्रति रुचि अधिक बढ़ गई। कपड़ों की बढ़ती मांग को देखते हुए पेरिस में बड़े-बड़े स्टोर, मार्केटस, फैशन स्ट्रीट्स समेत छोटी-मोटीे दुकानें खोली गईं। इसके साथ ही अन्य देशों को भी फैशन से संबंधित वस्तुओं और बेहतरीन कपड़ों का आयात-निर्यात शुरू किया है। फैशन की दुनिया में अब पेरिस अमीर बन चुका था। जैसे-जैसे पेरिस फैशन उद्योग में बढ़ोतरी हुई, वैसे-वैसे अच्छे-अच्छे डिजाइनरों, कारीगरों की बढ़ोतरी होती गई।
19वीं सदी के अंत और बीसवीं सदी के शुरूआत में फ्रांसीसी फैशन उद्योग चरम पर पहुंचा। वोग, जैक्स डौसेट, हबर्ट डी गिवेन्सी, पियरे बाल्मैन और मैडलाइन वीओनेट ने फैशन हाउस की स्थापना की। कुछ साल बाद कोको चैनल नामक एक छोटे डिजाइनर ने पहली बार प्रमुखता से पेरिस फैशन की दुनिया में कदम रखा। बाद में फैशन की दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव आया।
बीसवीं सदी के मध्य में दुनिया का ध्यान एक बार फिर से पेरिस फैशन पर केंद्रित हुआ। क्रिस्चियन डायर ने अपने नए लुक को प्रस्तुत किया था। वाईएसएल ने महिलाओं के लिए टक्सीडो सूट बनाया, जिसकी भारी मांग रर्ही। बीसवीं सदी के अंत तक पेरिस को चुनौती देने के लिए न्यूयार्क, मिलान और टोक्यो स्पर्धा में आए; क्योकि पेरिस के ही कुछ डिजाइनर लुई वीटन, चैनल, मार्क जैकब्स लेजरफील्ड अन्य देशों में जाकर बस गए थे। फिर भी पेरिस फैशन उद्योग के मुकाबले खड़ा होने के लिए अन्य देशों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
पेरिस फैशन उद्योग पेरिस फैशन सप्ताह मनाता है। पेरिस की अपनी अलग ही फैशन/संस्कृति है। पेरिस ने हमेशा नए- पुराने का संगम किया। हर जाति, धर्म, संस्कृति के हिसाब से एक बेहतरीन फैशन उद्योग को देश-विदेश में प्रसिद्ध किया। पेरिस कलाकारों के लिए हमेशा आकर्षण का केंद्र रहा है। पेरिस ने ही सबसे पहले फैशन उद्योग को हर जगह बड़े पैमाने पर विकसित किया। पेरिस ने ही कई रचनात्मक, बेहतरीन प्रतिभाओं को जन्म दिया। पेरिस बाहर से आनेवाले शानदार फैशन डिजाइनरों और फैशन आइकॉनों का एक स्थल रहा हैं। पेरिस खरीददारी के लिए प्रसिद्ध है। पेरिस निर्विवाद रूपसे दुनिया के शीर्ष खरीददारी के स्थलों में से एक है। फैशन उद्योग में पूंजी निवेश करने का बेहतरीन शहर पेरिस है। पेरिस सस्ती खरीददारी के लिए भी प्रसिद्ध है। हर तरह की वस्तुएं, नए-नए फैशन की चीजें उपलब्ध होने के कारण पेरिस में फैशन उद्योग को बढ़ावा मिला है, और आज पेरिस फैशन उद्योग के मामले में कई शहरों को कड़ी टक्कर देता है।
पेरिस फैशन जगत ने ही लैक्मे आन ट्रेंड ब्लाऊज को अलग-अलग पैटर्नस के जैकेट्स के साथ जोड़कर पेश किया, जिसकी भारी मांग रही और फैशन उद्योग में क्रांति आ गई। हर साल जनवरी और जुलाई महीने में फैशन से संबंधित चीजों के सेल लगाए जाते हैं, जिसमें शीत, ग्रीष्म, बारिश के मौसम से संबंधित कपड़े सस्ती दरों पर उपलब्ध होते हैं। पेरिस का पिस्सू बाजार तो किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यहां मूल विंटेज डिजाइनों के कपड़ों, फैशन के अन्य सामानों का बाजार लगता है।
पेरिस फैशन बाजार को खजाने की गुफा कह सकते हैं, जो पर्यटकों और फैशन प्रेमियों को समान रूप से आकर्षित करता है। पेरिस फैशन उद्योग के कारण लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध हो रहे हैं। पेरिस शहर से फैशन के नए-नए स्वरूपों की शुरूआत हुई, जिसके बाद अन्य देशों ने भी पेरिस की तर्ज पर फैशन के विभिन्न स्वरूपों को प्राथमिकता देना शुरू किया।