हिंदी विवेक
  • Login
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
हिंदी विवेक
No Result
View All Result
दुश्मन बहुत चतुर है… सावधान

दुश्मन बहुत चतुर है… सावधान

by हिंदी विवेक
in विशेष
0

जिस तरह बाबा योगी आदित्यनाथ जी ने तुरंत सभी पार्टियों के ऑफिस की सुरक्षा बढ़ाई , हर उस नेता की सुरक्षा बढ़ाई जिसने असद के एनकाउंटर पर प्रश्नचिन्ह लगाया था… फिर अचानक से पूरे यूपी में धारा 144 का लगना और यूपी सीएम आवास की सुरक्षा बढ़ना , नेट बंद करने के आदेश इत्यादि क्रिया कलापों से लग गया था कि जो दिख रहा है वो है नही क्योंकि –

आज अतीक ने अपने कश्मीर और पाकिस्तान से संबंध के विषय में कई राज खोले और अतीक सपरिवार सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गया था जिसके बाद अतीक ने अपनी हत्या से पूर्व अपने भाई अशरफ के साथ कसारी मसारी के जंगल जाकर पुलिस को विदेशी अत्याधुनिक हथियार भी उपलब्ध करवाए और साथ ही बहुत से गहरे राज भी पुलिस के साथ साझा किए जिससे किसी नेता का बचना नामुमकिन था.

तीनों हत्यारों ने जय श्री राम के नारे लगाए जोकि हिंदू आतंकवाद की थ्योरी पर फिट बैठाकर 2024 के चुनाव से पूर्व शायद बहुत बड़ा दंगा करवाया जा सके , तीनो हत्यारोपी अलग अलग जाति ब्राह्मण , क्षत्रिय और शुद्र से चुने गए जिन्हे ऐसे विदेशी अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध करवाए गए जोकि आसान नहीं थे..

आखिर अतीक ऐसा कौन सा राज खोलने वाला था , सुना है अतिक का काफ़ी पैसा यूपी के एक पूर्व मुख्यमंत्री के पास ही रखा हुआ है , आज आई एस आई के साथ अपने संबंधों को स्वीकार करके कुछ तो ऐसा अप्रत्याशित होने वाला था जिससे किसी को बहुत भारी नुकसान होना तय था.

यदि बाबा को इस तरह करना होता तो बाबा के पास कई मौके थे , बाबा अपनी शासन व्यवस्था पर स्वयं उंगली नही उठवा सकते बल्कि बाबा क्या ??? कोई भी मुख्यमंत्री इस तरह की घटना को अंजाम नही दे सकता जिससे उसकी ही छवि विश्व पटल पर धूमिल हो , वो भी लाइव कैमरे और मीडिया के सामने ??? जय श्री राम के नारे लगवाकर ??? कदापि नही.

बाबा को यदि अतीक को निबटाना ही होता तो कभी का निबटा सकते थे , आज कसारी मसारी के जंगल में भी यह घटना घट सकती थी मगर जो भी हो , बाबा के विरुद्ध खेल बहुत शातिराना तरीके से खेला गया हैं , इसे समझना बहुत जरूरी है. वैसे भी बाबा से कुछ छिपा नही है और बाबा इस वक्त इस चक्रव्यूह को तोड़ने में अपनी ताकत लगा भी रहे होंगे.

क्योंकि पुलिस प्रशासन में से ही किसी ने यह जानकारी लीक की होगी कि अब तेरी गर्दन फंसने वाली है , और यह जानकारी भी दी होगी कि कितने बजे अतीक को अस्पताल मेडिकल हेतु लाया जाएगा इसलिए बाबा ने तुरंत सुरक्षा में तैनात उन 17 पुलिसकर्मियों को अपने रडार पर खीच लिया है.

Share this:

  • Twitter
  • Facebook
  • LinkedIn
  • Telegram
  • WhatsApp
Tags: killers of atiqmafia ashfaq ahmedmafia atiq ahmed

हिंदी विवेक

Next Post
हिंदू पर्वों पर हिंसा क्यों भड़कती है ?

हिंदू पर्वों पर हिंसा क्यों भड़कती है ?

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी विवेक पंजीयन : यहां आप हिंदी विवेक पत्रिका का पंजीयन शुल्क ऑनलाइन अदा कर सकते हैं..

Facebook Youtube Instagram

समाचार

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लोकसभा चुनाव

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लाइफ स्टाइल

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

ज्योतिष

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

Copyright 2024, hindivivek.com

Facebook X-twitter Instagram Youtube Whatsapp
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वाक
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
  • Disclaimer
  • Shipping Policy
  • Refund and Cancellation Policy

copyright @ hindivivek.org by Hindustan Prakashan Sanstha

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण

© 2024, Vivek Samuh - All Rights Reserved

0