जिस तरह बाबा योगी आदित्यनाथ जी ने तुरंत सभी पार्टियों के ऑफिस की सुरक्षा बढ़ाई , हर उस नेता की सुरक्षा बढ़ाई जिसने असद के एनकाउंटर पर प्रश्नचिन्ह लगाया था… फिर अचानक से पूरे यूपी में धारा 144 का लगना और यूपी सीएम आवास की सुरक्षा बढ़ना , नेट बंद करने के आदेश इत्यादि क्रिया कलापों से लग गया था कि जो दिख रहा है वो है नही क्योंकि –
आज अतीक ने अपने कश्मीर और पाकिस्तान से संबंध के विषय में कई राज खोले और अतीक सपरिवार सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गया था जिसके बाद अतीक ने अपनी हत्या से पूर्व अपने भाई अशरफ के साथ कसारी मसारी के जंगल जाकर पुलिस को विदेशी अत्याधुनिक हथियार भी उपलब्ध करवाए और साथ ही बहुत से गहरे राज भी पुलिस के साथ साझा किए जिससे किसी नेता का बचना नामुमकिन था.
तीनों हत्यारों ने जय श्री राम के नारे लगाए जोकि हिंदू आतंकवाद की थ्योरी पर फिट बैठाकर 2024 के चुनाव से पूर्व शायद बहुत बड़ा दंगा करवाया जा सके , तीनो हत्यारोपी अलग अलग जाति ब्राह्मण , क्षत्रिय और शुद्र से चुने गए जिन्हे ऐसे विदेशी अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध करवाए गए जोकि आसान नहीं थे..
आखिर अतीक ऐसा कौन सा राज खोलने वाला था , सुना है अतिक का काफ़ी पैसा यूपी के एक पूर्व मुख्यमंत्री के पास ही रखा हुआ है , आज आई एस आई के साथ अपने संबंधों को स्वीकार करके कुछ तो ऐसा अप्रत्याशित होने वाला था जिससे किसी को बहुत भारी नुकसान होना तय था.
यदि बाबा को इस तरह करना होता तो बाबा के पास कई मौके थे , बाबा अपनी शासन व्यवस्था पर स्वयं उंगली नही उठवा सकते बल्कि बाबा क्या ??? कोई भी मुख्यमंत्री इस तरह की घटना को अंजाम नही दे सकता जिससे उसकी ही छवि विश्व पटल पर धूमिल हो , वो भी लाइव कैमरे और मीडिया के सामने ??? जय श्री राम के नारे लगवाकर ??? कदापि नही.
बाबा को यदि अतीक को निबटाना ही होता तो कभी का निबटा सकते थे , आज कसारी मसारी के जंगल में भी यह घटना घट सकती थी मगर जो भी हो , बाबा के विरुद्ध खेल बहुत शातिराना तरीके से खेला गया हैं , इसे समझना बहुत जरूरी है. वैसे भी बाबा से कुछ छिपा नही है और बाबा इस वक्त इस चक्रव्यूह को तोड़ने में अपनी ताकत लगा भी रहे होंगे.
क्योंकि पुलिस प्रशासन में से ही किसी ने यह जानकारी लीक की होगी कि अब तेरी गर्दन फंसने वाली है , और यह जानकारी भी दी होगी कि कितने बजे अतीक को अस्पताल मेडिकल हेतु लाया जाएगा इसलिए बाबा ने तुरंत सुरक्षा में तैनात उन 17 पुलिसकर्मियों को अपने रडार पर खीच लिया है.