मध्य प्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति हिंदी भवन भोपाल, द्वारा दिए जाने वाले वार्षिक सम्मानों की घोषणा समिति के संचालक श्री कैलाशचंद पंत ने एक विज्ञप्ति जारी करके कर दी है। प्रमोद भार्गव को उनकी पुस्तक ‘पुरातन विज्ञान’ पर दिया जाएगा। सम्मान के अंतर्गत 51 हजार की राशि, प्रशस्ति पत्र, शॉल एवं श्रीफल भेंट किए जाएंगे।
उक्तन पुस्तक में पुरातन विज्ञान और भारतीय ज्ञान परम्परा से जुड़े ऐसे विज्ञान सम्मत लेख हैं, जो पुरातन ज्ञान को आधुनिक विज्ञान से जोड़ते हैं। इन लेखों में दिए तथ्यों की पुष्टि दुनिया भर में हो रहे उन अनुसंधानों से की है, जो विश्व के वैज्ञानिक कर रहे हैं। जिन्हें वैश्विक मान्यता भी मिली है। भार्गव के ये लेख हिंदी की सभी प्रमुख विज्ञान पत्रिकाओं के साथ पत्रिका और राजस्थान पत्रिका के सभी संस्करणों में एक स्तम्भ में प्रकाशित भी हुए हैं। भार्गव का इसी विषय पर लिखा उपन्यास ‘दशावतार’ भी खूब चर्चित हुआ है। इस उपन्यास के अनेक संस्करण तो निकले ही हैं, अंग्रेजी में भी इसका अनुवाद छप चुका है। भार्गव की उपन्यास ,कहानी संग्रह समेत विविध विषयों की दो दर्जन से ज्यादा पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। यह सम्मान 25 दिसंबर 2024 को हिंदी भवन ,भोपाल में एक भव्य समारोह में प्रदान किया जाएगा।
ज्ञातव्त हो कि ‘वीरेंद्र कुमार तिवारी सम्मान’ बैतूल के शिशिर कुमार चौधरी, ‘शैलेश मटियानी कथा सम्मान’ भोपाल की श्रीमती शीला मिश्रा, ‘सुरेशचंद्र शुक्ल नाट्य सम्मान’ मुम्बई के जयंत शंकर देशमुख, ‘डॉ. प्रभाकर श्रोत्रिय आलोचना सम्मान ’ कोच्चि की डॉ के वनजा, ‘शंकरलाल बत्ता पौराणिक सम्मान’ भोपाल के मोहन तिवारी आनंद ,‘संतोष श्रीवास्तव कथा सम्मान’ हल्द्वानी को दिया जाएगा। इन सम्मानों के अंतर्गत 21 हजार की राशि, प्रशस्ति पत्र, शॉल, श्रीफल प्रदान किए जाएंगे। ‘श्रीमती संतोष बत्ता स्मृति सम्मान’ भोपाल की श्रीमती इंदिरा दांगी को दिया गाएगा। इसमें 11 हजार की राशि के साथ प्रशस्ति पत्र, शॉल, श्रीफल दिए जाएंगे।