भारत की आर्थिक राजधानी मुम्बई में वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम- 2024 का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पूरे विश्व से हजारों की संख्या में उद्योगपति, व्यवसायी, निवेशक, प्रौद्योगिकीविद, पेशेवर आदि भाग लेंगे। यदि आप भी इन क्षेत्रों में कार्यरत हैं तो आप इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।
वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूएचईएफ) एक वैश्विक मंच है। जिसका मुख्य उद्देश्य हिंदू समुदाय के आर्थिक रूप से सफल व्यक्तियों और उद्यमों को एक साथ लाकर संसाधनों, विशेषज्ञता और नेटवर्क को साझा करना है, ताकि हिंदू समाज को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर उसे समृद्ध बनाया जा सके। 2012 में स्थापित डब्ल्यूएचईएफ हिंदू व्यापारियों, निवेशकों, प्रौद्योगिकीविदों और पेशेवरों के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करता है, जहां वे आपसी सहयोग से स्थायी आर्थिक विकास की दिशा में कार्य कर सकते हैं।
डब्ल्यूएचईएफ का उद्भव, उद्देश्य और स्थापना का दृष्टिकोण
वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम की स्थापना स्वामी विज्ञानानंद ने की थी, जो एक संत, विद्वान और हिंदू समाज के आर्थिक सशक्तिकरण के समर्थक हैं। स्वामी विज्ञानानंद एक उच्च शिक्षित संत हैं। वे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर से इंजीनियरिंग और वैदिक अध्ययन शिक्षित है। उन्होंने एक ऐसे मंच की कल्पना की जो वैश्विक स्तर पर हिंदुओं के सामने आने वाली आर्थिक चुनौतियों को दूर कर सके तथा उद्यमिता, नैतिक सम्पत्ति निर्माण और सहयोग को बढ़ावा दे सके। स्वामी जी का नेतृत्व आज भी इस मंच को प्रेरित करता है, जो आर्थिक सशक्तिकरण के माध्यम से वैश्विक हिंदू समुदायों को जोड़ने के प्रयास में है।
धर्मस्य मूलं अर्थः (अर्थात धर्म के मूल में अर्थ है) के सिद्धांत पर चलते हुए डब्ल्यूएचईएफ प्राचीन हिंदू ज्ञान से प्रेरणा लेता है और एक समृद्ध समाज की आवश्यकता को दर्शाता है, जहां सम्पत्ति का निर्माण नैतिक मूल्यों द्वारा समर्थित हो। भगवद्गीता की प्रेरणा से डब्ल्यूएचईएफ ‘भविष्य के लिए सोचें’ की विचारधारा से प्रेरित है, जो सामूहिक आर्थिक उन्नति की दिशा में किए गए प्रयासों का समर्थन करता है।
डब्ल्यूएचईएफ के उद्देश्य और लक्ष्य
डब्ल्यूएचईएफ की स्थापना एक ऐसे मंच की कमी को पूरा करने के लिए की गई थी जो वैश्विक स्तर पर हिंदुओं के बीच ज्ञान, संसाधनों और वित्तीय अवसरों को साझा करने में सहायता कर सके। इसका उद्देश्य है :
हिंदू स्वामित्व वाले उद्यमों की बाजार तक पहुंच को सक्षम बनाने के लिए भौगोलिक सीमाओं के पार सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देना।
युवा उद्यमियों को पूंजी तक पहुंच प्रदान करने के लिए एक वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना।
तकनीकी रूप से कुशल व्यक्तियों को व्यावसायिक विशेषज्ञों के साथ जोड़ना ताकि नवाचार को व्यावसायिक रूप से सफल उद्यमों में परिवर्तित किया जा सके।
उभरते उद्यमियों को सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करना, जिससे उनकी सफलता के अवसर बढ़ें।
ये पहल एक साझा समृद्धि की भावना में निहित है। जहां ज्ञान, अवसरों और संसाधनों का केवल संचय ही नहीं, बल्कि उन्हें व्यापक समुदाय को सशक्त बनाने के लिए वितरित किया जाता है।
डब्ल्यूएचईएफ का प्रभाव: समृद्धि की एक विरासत
अपने गठन के बाद से डब्ल्यूएचईएफ ने वैश्विक हिंदू व्यापार समुदाय पर एक ठोस प्रभाव डाला है। डब्ल्यूएचईएफ सम्मेलनों ने आर्थिक सम्बंधों को मजबूत किया। पूंजी के अवसर पैदा किए और सीमाओं के पार व्यवसायों के बीच सार्थक साझेदारी को सक्षम बनाया। इन सम्मेलनों में बनाए गए समझौतों ने वास्तविक निवेश, संयुक्त उपक्रमों और यहां तक कि नीति परिवर्तनों का मार्ग प्रशस्त किया है। उदाहरण के लिए डब्ल्यूएचईएफ 2014 सम्मेलन ने भारत में नीति वातावरण को प्रभावित किया, जिससे व्यवसायों के लिए अनुकूल सरकारी पहलें प्रोत्साहित हुईं। हाल ही में 2023 में बैंकॉक में हुए सम्मेलन ने दक्षिण-पूर्व एशिया में नए और उभरते क्षेत्रों में सहयोग को प्रोत्साहित किया।
अतीत के डब्ल्यूएचईएफ आयोजन:
वैश्विक भागीदारी की यात्रा
डब्ल्यूएचईएफ ने प्रमुख वैश्विक शहरों में वार्षिक सम्मेलनों की मेजबानी की है। जहां प्रत्येक सम्मेलन ने सीमाओं के पार सहयोग, साझेदारी और निवेश के अवसरों को प्रोत्साहित किया है। इन आयोजनों ने डब्ल्यूएचईएफ को दुनिया भर में हिंदू व्यापार समुदायों के लिए एक प्रभावशाली मंच बना दिया है।
डब्ल्यूएचईएफ 2012 – हांगकांग: थीम ‘कलेक्टिव ग्रोथ: सिक्योर फ्यूचर’, जिसमें वैश्विक एसएमई को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
डब्ल्यूएचईएफ 2013 – बैंकॉक: थीम ‘स्ट्रेंथेनिंग इकोनॉमी: शेपिंग फ्यूचर’, जिसमें आसियान देशों में निवेश को बढ़ावा दिया गया।
डब्ल्यूएचईएफ 2014 – नई दिल्ली: थीम ‘: थ्राइविंग इकोनॉमी: प्रॉस्परिंग सोसायटी’, जिसमें डिजिटल तकनीक और एसएमई में निवेश पर ध्यान दिया गया।
डब्ल्यूएचईएफ 2015 – लंदन: थीम ‘कलेक्टिव ग्रोथ: सिक्योर फ्यूचर’, जिसमें वियतनाम और श्रीलंका में निवेश को बढ़ावा दिया गया।
डब्ल्यूएचईएफ 2016 – लॉस एंजिल्स: थीम ‘एक्सप्लोर, ग्रो: शेयर, सेलिब्रेट’, जिसमें प्रौद्योगिकी और दक्षिण अमेरिका के उभरते बाजारों को प्रमुखता दी गई।
डब्ल्यूएचईएफ 2018 – शिकागो: थीम ‘ऑप्टिमिजम, इनोवेशन और पार्टनरशिप्स’ जिसमें उद्योगों में व्यापारिक विकास और नवाचार पर ध्यान केंद्रित किया गया।
डब्ल्यूएचईएफ 2019 – मुंबई: थीम ‘प्रॉस्पेरस सोसाइटी: स्ट्रॉन्गर सोसाइटी’ जिसमें भारत के वैश्विक व्यापार और निवेश में वृद्धि का उत्सव मनाया गया।
डब्ल्यूएचईएफ 2023 – बैंकॉक: थीम ‘जयस्य आयतनं धर्म’ जिसमें आसियान क्षेत्र में प्रौद्योगिकी और वित्त में वृद्धि की सम्भावना पर फिर से ध्यान केंद्रित किया गया।
इन सम्मेलनों ने प्रतिनिधियों के बीच साझा किए गए विचारों और चर्चाओं से प्रेरित कई उपक्रमों, निवेश साझेदारियों और नीतिगत विकासों का मंच तैयार किया है।
डब्ल्यूएचईएफ सम्मेलन: वैश्विक नेटवर्किंग केंद्र
वार्षिक डब्ल्यूएचईएफ सम्मेलन हांगकांग से लेकर लंदन और शिकागो तक फैले हुए हैं। प्रत्येक आयोजन अपने मेजबान शहर की आर्थिक गति को दर्शाता है। ये सम्मेलन बैंकर्स, व्यापारी, उद्यमी, पेशेवरों और नीति निर्माताओं को एक साथ लाते हैं और निवेश के अवसरों, स्थायी विकास, तकनीकी प्रगति और व्यापार विकास के सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा को बढ़ावा देते हैं।
प्रत्येक सम्मेलन एक ऐसी थीम पर आधारित होता है जो वैश्विक हिंदू व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकताओं को पूरा करता है। पिछले विषयों में समाज को समृद्ध बनाना, आर्थिक मजबूती, भविष्य निर्माण, और ‘प्राप्त करें, बढ़ाएं, साझा करें’ शामिल हैं, जो सभी डब्ल्यूएचईएफ के स्थायी आर्थिक सशक्तिकरण के ध्यान को रेखांकित करते हैं।
कौन भाग लें?
चाहे आप एक स्थापित व्यवसायी हों, एक युवा उद्यमी हों या एक निवेशक जो नए अवसरों की खोज में हों, डब्ल्यूएचईएफ सम्मेलन आपके लिए उपयुक्त है। ये आयोजन अतुलनीय नेटवर्किंग अवसर प्रदान करते हैं, जो उपस्थित लोगों को बाजार के रुझानों में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने, वैश्विक नेताओं के साथ सम्बंध बनाने और एक समर्थन प्रणाली में शामिल होने का अवसर देते हैं, जो विकास को प्रोत्साहित करती है।
भविष्य की साझा समृद्धि की ओर एक यात्रा
वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम केवल एक नेटवर्क नहीं है, यह एक ऐसा आंदोलन है जिसका उद्देश्य हिंदू उद्यमियों और व्यावसायिक नेताओं को सशक्त बनाकर समाज को समृद्ध बनाना है। डब्ल्यूएचईएफ उन लोगों के लिए एक प्रेरणा का स्तम्भ है जो आर्थिक सहयोग की शक्ति में विश्वास करते हैं। डब्ल्यूएचईएफ 2024 सम्मेलन मुम्बई में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें व्यापक सत्र और स्टार्टअप्स के लिए लॉन्चपैड जैसी सुविधाएं हैं, जो हिंदू अर्थव्यवस्था के भविष्य को आकार देने और सामूहिक विकास की भावना को बढ़ावा देने का आश्वासन देता है।
समाज के कल्याण की प्राचीन दृष्टि को पूरा करने के लिए आर्थिक शक्ति के तौर पर डब्ल्यूएचईएफ महत्वपूर्ण कदम उठाता है और आने वाली पीढ़ियों के लिए समृद्धि की विरासत तैयार करता है।
-आलोक रंजन