पितांबरी के व्यवस्थापकीय संचालक रवींद्र प्रभुदेसाई को पद्मगंधा साहित्य प्रतिष्ठान की ओर से नलिनी बालकृष्ण देवपुजारी पुरस्कृत ‘जीवन गौरव पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया. उद्योगजगत में उनके उल्लेखनीय योगदान को देखते हुए उन्हें नागपुर में हुए एक समारोह के दौरान गणमान्यजनों की उपस्थिति में सम्मानित किया गया. इस दौरान मंच पर शुभांगी भडभडे, डॉ. पंकज चांदे, सुदर्शन शेंडे, प्रकाश दीक्षित, नरेंद्र जोग एवं डॉ. सतीश देवपुजारी सहित अन्य मान्यवर उपस्थित थे.
पितांबरी कम्पनी के सफलतापूर्वक ३५ वर्ष पूर्ण हुए हैं. पितांबरी ने केवल भारत में ही नहीं अपितु अपने अभिनव उत्पादनों के माध्यम से पूरे विश्व में अपने उद्योग का विस्तार किया है. मराठी उद्योगजगत में मराठी ‘ब्रांड’ के रूप में विख्यात पितांबरी के उल्लेखनीय कार्य, नए उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और नए उद्यमी निर्माण करने के उनके सतत प्रयास तथा उनके सामाजिक क्षेत्र में योगदान को मद्देनजर रखते हुए प्रभुदेसाई जी को मान्यवरों के हाथों सम्मानित किया गया है.
इस सम्मान से अभिभूत होकर रवींद्र प्रभुदेसाई ने अपने वक्तव्य में कहा कि जहां तक संभव है वहां तक उद्योग का विस्तार एवं प्रचार-प्रसार करना मेरे जीवन का लक्ष्य है. महाराष्ट्र में विशेष तौर पर सर्वत्र मराठी उद्यमियों की शृंखला निर्माण होनी चाहिए और वे लगभग १०० वर्ष टिकने चाहिए और उनका सतत विकास व विस्तार होना चाहिए