राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गुजरात प्रांत के वरिष्ठ प्रचारक हरिश भाई नायक का कल दिनांक 10 अप्रैल 2025 मध्य रात्री में स्वर्गवास हुआ।
उनकी इच्छानुसार, आपका निश्चेतन शरीर यथायोग्य सेवा के लिए समर्पित करने हेतु पार्थिव शरीर को देहदान करने से पहले रा. स्व. संघ. कार्यालय डॉ. हेडगेवार भवन, मणिनगर, कर्णावती में दि. 11-4-25 की सुबह 8 से 10 तक अंतिम दर्शन एवं पुष्पांजलि के लिए रखी गई थी।
श्रीमान हरिशभाई की जीवनी
नाम: हरीश माणकलाल नायक
जन्म: 18 दिसंबर 1940
वतन: विसनगर (जिला- मेंहसाणा, प्रांत- गुजरात)
अभ्यास:
डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल तथा मैकेनिकल इंजीनियरिंग 1962-63 में।
व्यवसाय:
1963-64 में नवसारी टेक्निकल इंस्टीट्यूट में व्याख्याता।
1964 जून से 1968 दिसंबर तक गुजरात विद्युत बोर्ड में आसिस्टेन्ट इंजीनियर।
संघ जीवन:
1953 से (कक्षा 9 से) स्वयंसेवक।
1953 में प्रतिगनित गटनायकों का प्रान्त शिबिर।
संघ शिक्षा वर्ग:
1956 में प्रथम वर्ष, वडोदरा, गुजरात प्रांत।
1964 में द्वितीय वर्ष, कर्णावती, गुजरात प्रांत।
1968 में तृतीय वर्ष, नागपुर।
संघ प्रचारक जीवन:
1968 दिसंबर से 1971 मई तक साबरकांठा जिले में 3 तहसील में प्रचारक (ईडर, भीलोड़ा और खेडब्रह्मा)।
1971 जून से 1973 मार्च तक अमरेली जिला प्रचारक।
1975 मार्च से 1976 सितंबर तक परिवार की आवश्यकता के कारण नौकरी राजकोट में।
1974 अक्टूबर 1999 जून तक फिर से प्रचारक के नाते साधना साप्ताहिक में दायित्व।
1999 जुन से प्रान्त कार्यालय की व्यवस्था के साथ माननीय प्रान्त प्रचारक के कार्य में सहयोग।
ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति व सद्गति प्रदान करें। हिंदी विवेक की ओर से उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि।
ॐ पूर्णमद: पूर्णमिदं, पूर्णात् पूर्णमुदच्यते।
पूर्णस्य पूर्णमादाय, पूर्णमेंवावशिष्यते॥
ॐ शांति: शांति: शांतिः
Om Shanti 🙏