१०१ जोड़े के विवाह का संकल्प
बीते दिनों ८ जून २०२५ को कांदिवली की भूमि एक भावपूर्ण और दिव्य आयोजन की साक्षी बनी, जहाँ द्वारिकामाई चैरिटी संस्था के तत्वावधान में “जीवन संगिनी अभियान – कन्यादान समारोह” अत्यंत श्रद्धा, सम्मान और गरिमा के साथ संपन्न हुआ।
इस विशेष अवसर द्वारिकामाई चैरिटी संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरीशंकर चौबे जी ने स्वयं वर-वधू का पावपूजन कर कन्यादान किया। यह दृश्य न केवल सामाजिक समरसता का प्रतीक बना, बल्कि एक गहरी मानवीय संवेदना से भी ओतप्रोत रहा। उनका आशीर्वाद नवदंपति के जीवन की मंगल कामनाओं से भरा हुआ था।
द्वारिकामाई संस्था का यह आयोजन सिर्फ एक विवाह नहीं, बल्कि संस्कार, सेवा और समर्पण की अद्भुत मिसाल था। जहां समाज के सहयोग से बेटियों को सम्मानपूर्वक विदा कर एक नई शुरुआत की गई, वहीं हर आंख नम होकर भी खुशियों से चमक रही थी।
संस्था का यह योगदान समाज के उन वर्गों के लिए उम्मीद की किरण है, जो अपने सीमित संसाधनों के बावजूद अपनी बेटियों के सपनों को साकार करना चाहते हैं।
ऐसे आयोजन न केवल समाज को जोड़ते हैं, बल्कि यह भी सिद्ध करते हैं कि जब इरादे नेक हों और गौरीशंकर चौबे जी जैसा नेतृत्व संवेदनशील हो, तो समाज मे परिवर्तन निश्चित होता है।
कन्यादान केवल एक रस्म नहीं, यह युगों-युगों तक संस्कारों की विरासत को आगे बढ़ाने वाला संकल्प है।
दिंडोशी विधानसभा में ‘जीवन संगिनी कन्यादान’ की शुरुआत
द्वारिकामाई चैरिटी संस्था ने कांदिवली पूर्व के दुर्गा नगर समाज मंदिर हॉल में “जीवन संगिनी (कन्यादान)” कार्यक्रम आयोजित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरीशंकर चौबे ने स्वयं कन्यादान कर जोड़ों को आशीर्वाद दिया और क्षेत्र में १०१ विवाह सम्पन्न कराने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा, मुंबई अध्यक्ष रोहित गुप्ता, उपेन्द्र उपाध्याय, महिला अध्यक्षा अनीता पांडेय, निशा चौबे, चन्दा मिश्रा, संजना कहार, रानी पांडेय, वार्ड क्रमांक 39 अध्यक्षा नर्मदा पाल सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
– एड. जीतेन्द्र शर्मा