ईश्वरीय कृपा से आज दोपहर में स्वामी नारायण (BAPS) संप्रदाय के पू. संत ऋषिमंगलदास स्वामीजी का हिंदी विवेक के कार्यालय में शुभ आगमन हुआ. उनके साथ संत पूज्य नचिकेता भगतजी समेत संप्रदाय के अन्य भक्त भी शामिल थे. संत ऋषिमंगलदास स्वामीजी विगत 2 माह से भारत के प्रवास पर है. इसके पूर्व वे अफ्रीका, यूरोप एवं अन्य पश्चिमी देशों में धर्म प्रसार का कार्य कर रहे थे.
हिंदी विवेक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमोल पेडणेकर ने उनका सप्रेम स्वागत के साथ उनका आतिथ्य सत्कार किया. साथ ही हिंदी विवेक द्वारा प्रकाशित ‘मंदिर : राष्ट्र के ऊर्जा केंद्र’, ‘सनातन भारत’, ‘दीपस्तम्भ’ ग्रंथ एवं रमेश पतंगे द्वारा लिखित ‘हम संघ में क्यों हैं?’ पुस्तक सहित शौल भेंट किया गया.
पू. संत ऋषिमंगलदास स्वामीजी ने हिंदी विवेक के राष्ट्रीय एवं सामाजिक पत्रकारिता में योगदान, साहित्य सृजन, वैचारिक भूमिका के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की. अमोल पेडणेकर ने हिंदी विवेक एवं विवेक परिवार के कार्यों तथा विस्तार का संक्षेप में परिचय दिया. पू. संत ऋषिमंगलदास स्वामीजी ने भी धर्म, कर्म, समाज व कुटुंब प्रबोधन के अपने अनुभव साझा किए. संत महाराज ने हिंदी विवेक द्वारा प्रकाशित होनेवाले आगामी विशेषांक ‘राष्ट्र संगठक : सरदार वल्लभ भाई पटेल’ के लिए अपनी ओर से शुभकामनाएं दी और हिंदी विवेक की पूरी टीम को अपना आशीर्वाद दिया.
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