आगामी बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनावों में विजय सुनिश्चित करने हेतु बड़ा सांगठनिक बदलाव करते हुए मुख्य मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ विधायक अमीत साटम को भाजपा का नया मुंबई अध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की।
ज्ञात हो कि यह निर्णय नगर निकाय द्वारा शहरी विकास विभाग को अपना वार्ड गठन प्रस्ताव सौंपे जाने के कुछ ही दिनों बाद आया है, जिससे एशिया के सबसे धनी महानगर पालिका पर नियंत्रण के लिए एक बड़े चुनावी संग्राम की तैयारी शुरू हो गई है।
49 वर्षीय अमीत साटम अंधेरी पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और लगातार तीन बार विधायक चुने गए हैं। नागरिक मुद्दों पर अपने आक्रामक रुख और बीएमसी की कार्यप्रणाली की तीखी आलोचना के लिए जाने जाने वाले साटम पार्टी की मुंबई की प्रमुख आवाज़ों में से एक बनकर उभरे हैं।
15 अगस्त 1976 को मुंबई, महाराष्ट्र में जन्मे साटम ने 1998 में मुंबई विश्वविद्यालय के मिठीबाई कॉलेज ऑफ आर्ट्स से राजनीति विज्ञान और समाजशास्त्र विषय में स्नातक (बैचलर ऑफ आर्ट्स) की डिग्री प्राप्त की।
इसके बाद उन्होंने महात्मा गांधी मिशन्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एंड रिसर्च, मुंबई विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (कार्मिक प्रबंधन) की डिग्री प्राप्त की और वर्ष 2000 में स्नातक उपाधि हासिल की।
‘मुझे विश्वास है कि उनके नेतृत्व में भाजपा आगामी नगर निगम चुनावों में अपनी जीत की लय बनाए रखेगी और मुझे विश्वास है कि हम बीएमसी में फिर से सत्ता हासिल करेंगे।’
– देवेंद्र फडणवीस, मुख्य मंत्री – महाराष्ट्र
राज्य भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि पिछले वर्ष महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी ने (निवर्तमान) नगर इकाई प्रमुख आशीष शेलार के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण जीत दर्ज की और मुंबई में अपना दबदबा कायम किया। शेलार द्वारा कैबिनेट में मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाले जाने के बाद मुंबई इकाई के लिए एक नए अध्यक्ष की नियुक्ति जरूरी थी। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण और वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में राज्य स्तर पर हुई चर्चा के बाद अमित साटम को इस पद के लिए चुना गया है।
विद्वान और दृढ़निश्चयी विधायक है अमित साटम
मुख्य मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि साटम लंबे समय से भाजपा से जुड़े हैं और पिछले कई वर्षों में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘उन्हें एक विद्वान और दृढ़निश्चयी विधायक के रूप में जाना जाता है। साटम मुंबई के ज्वलंत मुद्दों से परिचित हैं और उन्होंने उनसे निपटने के लिए आवश्यक कौशल का प्रदर्शन किया है।’
अगले तीन से चार महीनों में मुंबई महानगरपालिका के चुनाव हो सकते हैं. भाजपा का प्रयास है कि इस बार मुंबई महानगरपालिका पर उसकी सत्ता स्थापित हो और पार्टी का महापौर मुंबई पालिका में बैठे। आज मुंबई में भाजपा के बड़ी संख्या में विधायक हैं।
2014 के विधानसभा चुनाव से भाजपा का जनाधार मुंबई में काफी बढ़ा है, विशेषकर उपनगर में भाजपा की ताकत ज्यादा है, परंतु भाजपा के सामने इस बार ठाकरे बंधुओं की चुनौती हो सकती है। उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं। कई वर्षों से मुंबई महापालिका पर शिवसेना का एक छत्र वर्चस्व रहा, किंतु 2022 में शिवसेना में फूट पड़ी और दो गुट हो गए। इसके बाद उद्धव ठाकरे के लिए मुंबई महानगरपालिका जीतना आसान नहीं है। दोनों ठाकरे बंधुओं का जनाधार विधानसभा चुनाव परिणामों से भी घटता दिखा। इसलिए संभावना है कि दोनों बंधु मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं ताकि मराठी मतों में विभाजन न हो।