श्री दत्त संप्रदाय
समन्वयवादी द़ृष्टिकोण तथा श्री दत्तात्रेय भगवान के क्षमाशील गुण के कारण दत्त संप्रदाय के प्रति बहुत श्रद्धाभाव है। श्री दत्त भगवान की कृपा से ”मैं“ के भाव का लोप, वैराग्य की अनुभूति, भयरोग से मुक्ति, स्वभाव में ऋजुता और ऐहिक व पारलौकिक जीवन में सफलता अर्जित की जा सकती है बशर्तें कि भक्त निश्चल व निरपेक्ष भाव से भक्ति करें।