बारिश और पंचांग
हमारे प्राचीन साहित्य में वर्षा के बारे में अनुमानों पर विस्तार से विचार किया गया है। पराशर मुनि ने इसका एक शास्त्र ही विकसित किया था। वराहमिहिर ने अपनी वृहद्संहिता में पर्जन्य और पंचांग के परस्पर सम्बंधों पर भाष्य किया है।
हमारे प्राचीन साहित्य में वर्षा के बारे में अनुमानों पर विस्तार से विचार किया गया है। पराशर मुनि ने इसका एक शास्त्र ही विकसित किया था। वराहमिहिर ने अपनी वृहद्संहिता में पर्जन्य और पंचांग के परस्पर सम्बंधों पर भाष्य किया है।