राजस्थान के सीमावर्ती गांव
देशभक्ति से ओत-प्रोत बेखौफ सरहद के ये बाशिन्दे ही हैं, जो हमारी प्रथम रक्षा पंक्ति के सजग सीमा प्रहरी हैं। लेकिन अधिकांश सीमावर्ती गांव 70 वर्ष की आज़ादी के बाद भी अभी तक सड़क, बिजली जैसी प्राथमिक सुविधाओं से भी वंचित हैं। बहुत सी सरकारी योजनाएं इन गांवों तक पहुंचती ही नहीं।