संकल्प शक्ति से चरैवेति-चरैवेति
स्त्री परिवार रथ का एक पहिया नहीं है अपितु रथ की सारथी है। सारथी की कुशलता, दायित्वबोध तथा सुरक्षा, दक्षता और आत्मविश्वास के आधार पर ही ‘रथी’ अपने मार्ग पर आगे बढ़ सकता है, अपने कार्य में यशस्वी होता है। यह स्त्री विषयक दृष्टिकोण वं. मौसीजी ने समाज के सम्मुख रखा।